जैसा सभी जानते है महिलाओं की तरह ही पुरूषों को हर महीने के कठिन मासिक धर्म से नहीं गुजरना पड़ता है, जिसकी वजह से उन्हें ठीक जानकारी न होने के चलते बहुत सी गलफहमी होने लगती है. ज्यादातर पुरुषों को मासिक धर्म के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है जिससे वो इन दिनों को लेकर कुछ भी गलत धारणाएं अपने मन में बना बैठते है.
–जिन पुरूषों को इन दिनों को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं होती है उन्हें हमेशा से ही ऐसा लगता है कि उस दौरान निकलने वाले ब्लड नीले रंग का होता है.
-इसी के साथ ज्यादातर पुरूषों की ये मानसिक सोच होती है कि पीरियड्स के दौरान होने वाली दर्द बेहद साधारण होता है और सभी महिलाएं बेवजह उस बात को मुद्दा बनाती है.
-पीरियड्स के दौरान अक्सर लड़के ये सोचते है कि महिलाएं एक पैड में ही काम चला लेती हैं, जो कि बिलकुल गलत होती है.
-इन दिनों के दौरान पुरूषों को ऐसा भी लगता है कि ब्लड महिलाओं के पेशाब से निकलता है. वास्तव में ये भी एक दम गलत होता है क्योंकि पीरियड्स के ब्लड और पेशाब दोनों की जगह बिलकुल अलग होती है.
-कई पुरुषों को तो ये तक लगता है कि इस दौरान निकलने वाली खून को महिलाएं अपने अनुसार नियंत्रित कर सकती हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता होता कि ये असंभव है.