पीरियड्स को लेकर पुरुषों के दिमाग में चलने वाली गलत धारणाएं..एक बार जरुर पढ़ें…!!


जैसा सभी जानते है महिलाओं की तरह ही पुरूषों को हर महीने के कठिन मासिक धर्म से नहीं गुजरना पड़ता है, जिसकी वजह से उन्हें ठीक जानकारी न होने के चलते बहुत सी गलफहमी होने लगती है. ज्यादातर पुरुषों को मासिक धर्म के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है जिससे वो इन दिनों को लेकर कुछ भी गलत धारणाएं अपने मन में बना बैठते है.

अपने मन में गलत धारणा बनाना सरासर गलत होता है.इसलिए अगर किसी पुरूष को इन मुश्किल दिनों के बारे में ज्यादा नही पता है तो उन्हें पहले इससे जुड़ी कई जरुरी बाते जाननी अनिवार्य होती है. इन दिनों के बारे में पुरुषों को जागरूक रहने की इसलिए भी जरूरत होती है ताकि परेशानी के दौरान वो अपनी किसी महिला साथी को भी इस बारे में जानकारी दे सके. तो आइए आज हम जानते है कि आखिर पीरियड्स को लेकर वो कौन सी गलत धारणाएं हैं जो अक्सर पुरूषों के दिमाग में होती है.
–जिन पुरूषों को इन दिनों को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं होती है उन्हें हमेशा से ही ऐसा लगता है कि उस दौरान निकलने वाले ब्लड नीले रंग का होता है.

-इसी के साथ ज्यादातर पुरूषों की ये मानसिक सोच होती है कि पीरियड्स के दौरान होने वाली दर्द बेहद साधारण होता है और सभी महिलाएं बेवजह उस बात को मुद्दा बनाती है.
-पीरियड्स के दौरान अक्सर लड़के ये सोचते है कि महिलाएं एक पैड में ही काम चला लेती हैं, जो कि बिलकुल गलत होती है.

-इन दिनों के दौरान पुरूषों को ऐसा भी लगता है कि ब्लड महिलाओं के पेशाब से निकलता है. वास्तव में ये भी एक दम गलत होता है क्योंकि पीरियड्स के ब्लड और पेशाब दोनों की जगह बिलकुल अलग होती है.

-कई पुरुषों को तो ये तक लगता है कि इस दौरान निकलने वाली खून को महिलाएं अपने अनुसार नियंत्रित कर सकती हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता होता कि ये असंभव है.

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