त्राटक आसन के फायदे और विधि

योग में शांत मुद्रा का भी बहुत प्रभाव पड़ता है। शांत मुद्रा यानि कि बिना शरीर हिलाए योग करना। एैसा ही एक आसन है त्राटक। इस आसन में बिना हिले-डुले, निश्चल दृष्टि व एक स्थान पर बैठकर  निरंतर किसी एक चीज को लगातार व निरंतर देखते रहना त्राटक आसन कहलाता है। आइये जानते हैं त्राटक करने से क्या फायदे मिलते हैं और इस आसन को कैसे किया जाता है।

सबसे पहले जानते हैं त्राटक आसन करने के लाभ
  • आखों की हर तरह की बीमारी ठीक होती है।
  • आंखों के रोग खत्म होते हैं।
  • आंखों में ताकत आती है।
  • पैनी दृष्टि होती है।
  • आलस्य खत्म हो जाता है।

त्राटक करने का तरीका
  • सबसे पहले किसी कंबल या दरी को जीमन पर बिछा लें। और उस पर सुखासन या पद्मासन लगाकर बैठ जाएं।
  • अब आप अपनी गर्दनए कमर व पीठ और मेरूदण्ड को सीधा रखें।
  • अपनी सांसो को सामान्य रखें।
  • और आप शांत होकर बैठें।
  • इसके बाद आप किसी कागच पर एक निशान बनाएं। जैसे कि कोई चक्र या मूर्ति अथवा गोला आदि।
  • अब इस कागज को अपनी आखों की उंचाई के बराबर और सामने लगभग दो मीटर के फासले में किसी दीवार पर लटका दें।
  • अब आप इसे दीवार पर लगे हुए चित्र पर बने हुए आकृति को एक टक लगाकर देखते रहें।
  • आपकी पलके झपकनी नहीं चाहिए। अपना ध्यान बस उस चित्र पर बनी हुई आकृति पर ही होना चाहिए।
  • तब तक आप इस चित्र को देखते रहें जब तक आपकी आंखों में जलन ना होने लगे।
  • बाद में अपनी आंखों को बंद कर दें और फिर उस चित्र की आकृति की कल्पना करें।
  • इसके अलावा आप त्राटक करने के लिए मोमबत्ती या दीपक की लौ पर भी कर सकते हो।
  • सबसे पहले आप किसी दीपक या फिर मोमबत्ती को जलाकर इसे किसी टेबल या स्टूल पर रख दें।
  • यह टेबल आपके आंखों के बराबर या समांतर उंची हो। और यह मोमबत्ती या दीपक की लौ हिले ना। यानि कि इसे किसी शांत कमरे में ही करें।
  • दीपक या मोमबत्ती को अपनी आंखो से दो फुट की दूरी पर रखें।
  • और अब इसे बिना पलके झपकाए हुए देखते रहें। यानि की आपकी आंखे लौ पर एकटक लगी हुई हो।
  • जब तक आंखों से पानी ना आ जाए तब तक इस जलती हुई लौ को देखते रहें।
  • बाद में धीरे-धीरे अपने अभ्यास को बढ़ाएं। अब अपनी आंखों को बंद कर लें और उस जलती हुई लौ की कल्पना अपनी बंद आंखो में करते रहें।

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