हार्ट ब्लॉकेज के लक्षणों को पहचान कर सही समय पर करें उपचार


हृदय हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जो की 24 घंटे कार्य करता हैI परन्तु आज के आधुनिक युग में बदलते रहन-सहन और खाने-पीने की गलत आदतों के चलते अधिकतर लोगो में हार्ट ब्लॉकेज की समस्या कॉमन होती जा रही है।

मनुष्य की धड़कन सुचारू रूप से काम करना बंद कर देती हैं तो उसे हार्ट ब्लॉकेज कहते है। इस स्थिति में दिल की धड़कन रूक रूक कर चलती है। देखा गया है की कुछ लोगों मे जन्म के साथ से ही यह समस्या शुरू हो जाती है और कुछ लोगो में यह समस्या बड़े होने पर उत्पन्न होती है। जो ब्लॉकेज की समस्या जन्मजात होती है उसे कोनगेनिटल हार्ट ब्लॉकेज कहते है। जबकि बाद में हुई समस्या को एक्वायर्ड हार्ट ब्लॉकेज कहा जाता हैं।

इसके लक्षण की बात करें तो इसमें छाती में दर्द, सांस फूलना, बेहोश होना, चक्कर आना और जल्दी थक जाना आदि लक्षण दिखाई देते है। हार्ट ब्लॉकेज की जांच करने के लिए इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम टेस्ट किया जाता है।
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इसके लक्षण का पता करने के लिए यह जानना जरूरी है की किस डिग्री का ब्लॉकेज हैं:-

फर्स्ट डिग्री हार्ट ब्लॉकेज
इसमें फर्स्ट डिग्री हार्ट ब्लॉकेज का कोई भी खास लक्षण नहीं दिखता है।

सेकंड डिग्री हार्ट ब्लॉकेज
सेकंड डिग्री ब्लॉकेज में कुछ लोगो को कुछ लक्षण हो सकते है जैसे की चक्कर आना और बेहोशी।
इसके अतिरिक्त सीने में दर्द, सीढ़ियों पर चढ़ने पर साँसों की कमी आदि|
दूसरी डिग्री में दिल की धड़कन सामान्य से थोड़ी कम रहती हैंI

थर्ड डिग्री हार्ट ब्लॉकेज
थर्ड डिग्री हार्ट ब्लॉकेज में निश्चित समय अंतराल में दिल की धड़कनें न चलकर रूक-रूक कर चलती है।
थर्ड डिग्री हार्ट ब्लॉकेज में रोगी को तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है क्योंकि यह घातक हो सकती है।
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हार्ट ब्लॉकेज से बचने के लिए सामान्य उपचार

  • धूम्रपान करने से बचे और यदि कोई दूसरा धूम्रपान कर रहा हो, तो भी खुद को इससे बचाये।
  • प्रतिदिन संतुलित भोजन ही खाये जिससे आपके हृदय स्वस्थ रहे|
  • शरीर का वजन नियंत्रित रखकर भी आप हृदय को स्वस्थ रख सकते है।
  • प्रतिदिन आधा घंटा पैदल चलें और लिफ्ट की जगह, सीढ़ियों का उपयोग करें।
  • हृदय को स्वस्थ रखने के लिए अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करना बहुत आवश्यक है।
  • योग आपके ह्रदय को स्वस्थ बनाने का एक अच्छा माध्यम है|
बस आपको आपके क्षमता के अनुसार ही कौन सा योग उत्तम है यह चुनना होगा। फिर इसका नियमित अभ्यास कर सकते हैI इसके अतिरिक्त तीसरी डिग्री में यह रोग काफी गंभीर हो जाता है एैसे में पेसमेकर का उपयोग किया जाता है जिससे हार्ट बीट को इलक्ट्रोनिक पल्स के द्वारा बढ़ाया जाता है।
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हार्ट ब्लॉकेज की समस्या में इन चीजों से परहेज करे

  • तेल में तली चीजों के उपयोग से बचे। डेयरी से बने उत्पाद का उपयोग कम करे।
  • घी-मक्खन न खाये।
  • धूम्रपान ना करें और शराब व कोल्ड ड्रिंक्स से बचें।

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