कहते है उपहार और पुरस्कार जीवन की वो दो अनमोल चीजे है, जिनकी कभी मोल नहीं लगाया जा सकता है. जिस प्रकार मेहनत करने से पुरस्कार मिलता है. उसी प्रकार उपहार प्यार की मिसाल कायम करता है. यानि ये मेहनत और प्यार दोनों का मिश्रण है. जहाँ पहले के समय लोग बहुत सोच समझ कर और प्यार के साथ उपहार देते थे, वही आज के समय में लोगो के पास इतना समय नहीं होता कि वे खास उपहार ढूढ़ने में अपना वक्त व्यर्थ कर सके. ऐसे में लोग सामने वाले को कुछ भी उपहार दे देते है. फिर भले ही वो कैसा भी क्यों न हो.
1. पानी से जुडी चीजे : गौरतलब है, कि कोई भी शख्स या कोई रिश्तेदार फिर भले ही वो आपका कितना भी करीबी क्यों न हो, पर उसे कभी पानी से जुडी चीजे नहीं देनी चाहिए. अब जैसे कि एक्वेरियम, पानी का कोई शो पीस, वाटर बोतल और कुंड आदि चीजे उपहार में नहीं देनी चाहिए. जी हां इन्हे उपहार में देने से व्यक्ति को आर्थिक स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है.
2. खुद के प्रोफेशन से जुडी वस्तुए : बता दे कि अवसर चाहे जो भी हो, पर कभी भी अपने प्रोफेशन या पेशे से जुडी वस्तुए उपहार में न दे. जैसे कि यदि आप लिखने का काम करते है या लेखन से जुड़े है तो उपहार में कॉपी, पेन, स्याही या किताब आदि न दे. इससे व्यक्ति को कारोबार में भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
3. रुमाल : वास्तुशास्त्र के अनुसार यदि आप किसी व्यक्ति को रुमाल गिफ्ट करते है, तो आपके रिश्तो में केवल नकारात्मकता ही बढ़ती है. जिससे आपके रिश्तो पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
4. भगवान् की मूर्तिया या तस्वीर : यूँ तो भगवान् की मूर्तिया तोहफे में देना काफी सकारात्मक सोच है. पर वास्तुशास्त्र के अनुसार भगवान् की मूर्तियां कही भी रखने और इनकी पूजा करने का एक विधान होता है. इसलिए इसे उपहार में नहीं देना चाहिए. पर यदि आप खुद के लिए लेना चाहे तो खरीद सकते है.
5. नुकीली चीजे : वास्तुशास्त्र के अनुसार नुकीली चीजे जैसे कि कैंची, चाकू, तलवार आदि उपहार में नहीं देनी चाहिए. इन वस्तुओ को उपहार में देने से व्यक्ति का बुरा वक्त भी शुरू हो सकता है. ऐसे में भाग्य को दुर्भाग्य में न बदलने के लिए इन वस्तुओ को उपहार में देने से बचे.