कलाई के दर्द के लिए घरेलू उपचार


आप सारा दिन कंप्‍यूटर पर बैठे रहते हैं। माउस और की-बोर्ड पर उंगलियां टकराना भले ही आपके काम का हिस्‍सा हो, लेकिन इसका जोर आपकी कलाइयों पर पड़ता है। कंप्‍यूटर पर अधिक देर तक काम करने से कलाइयां दर्द करने लगती हैं और साथ ही कारपल टनल सिंड्रोम भी हो सकता है। 

बेशक, अगर आपको इस बात का आभास हो कि आपकी कलाइयों में दर्द की वजह अधिक गंभीर है, तो आपको डॉक्‍टर के पास जाना चाहिए। लेकिन, इससे पहले आप पांच आसान घरेलू उपाय आजमा सकते हैं, जिनसे आपको कलाइ के दर्द में आराम मिल सकता है। हां, अगर आपको चोट या किसी अन्‍य कारण से कलाइ में दर्द हो रहा है, तो बेहतर रहेगा कि आप चिकित्‍सक के पास जाएं।

कलाइयों का करें सीमित इस्‍तेमाल :

अपनी कलाइयों का अधिक इस्‍तेमाल न करें। हालांकि, सुनने में यह बहुत आसान लगता है, लेकिन ऐसा है नहीं। क्‍या आप जानते हैं कि अधिकतर लोग कलाइयों पर पट्टी बांधकर अपने रोजमर्रा के कामों में लगे रहते हैं, इससे उनकी कलाइयों पर और अधिक दबाव पड़ता है। बेशक, आपका सबसे पहला काम अपनी कलाइयों को ठीक करने का प्रयास करना चाहिए। आपकी कलाई को आराम की जरूरत है। ठीक वैसे ही जैसे आपके शरीर के बाकी अंगों को किसी चोट या जख्‍म के बाद आराम की जरूरत होती है। अपनी कलाइयों को आराम दें और देखें यह कैसे काम करता है।

बैंड बांधें :

अगर आपको ऐसा लगता है कि आपकी कलाइयों में लगातार चोट लगती रहती है, तो आपको अच्‍छी क्‍वालिटी की बैंडेज बांधने की जरूरत है। इसके साथ ही आप चाहें तो कड़ा बैंड भी बांध सकते हैं। यह बैंड आपको किसी भी दवा की दुकान से मिल सकता है। अगर आपकी कलाई को कोई अंदरूनी चोट नहीं है, तो आपका डॉक्‍टर भी आपके हाथ पर बैंड बांधकर आपको घर जाने को कह देगा। साथ ही आपको कई सलाह देगा कि आपको अपनी कलाई कैसे हिलानी है या फिर कैसे नहीं हिलानी है। आपको वजन उठाना है अथवा नहीं। उठाना है, तो कैसे उठाना है। क्‍या आप महज इतनी सी बात के लिए डॉक्‍टर की फीस भरना चाहते हैं। इससे अच्‍छा है कि अपनी कलाई को बांध लें।

पानी पियें :

आप सोचेंगे कि कलाइ के दर्द का पानी से क्‍या वास्‍ता। लेकिन, यह वाकई काम करती है। पानी में मौजूद तत्त्‍व आपके शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। पानी शरीर के लिए ल्‍यूब्रीकेटर का काम करता है। भले ही आपको अर्थराइटिस के कारण दर्द हो रहा हो अथवा काम के अधिक बोझ के कारण आपको कोई परेशानी हो रहे हो, पानी आपके लिए काफी मददगार हो सकता है।

पुदीने का तेल :

पुदीने का तेल कलाई के तेज दर्द से राहत पाने का अचूक उपाय है। पुदीने के तेल में कोई अन्‍य तेल मिला लें, इससे पुदीने के तेल से होने वाली जलन/ठंडक को कम किया जा सकेगा। अगर आप इसमें कोई अन्‍य तेल जैसे वेजिटेबल ऑयल अथवा ऑलिव ऑयल नहीं मिलाएंगे, तो इसका असर काफी तेज होगा और यह जलने लगेगा। पुदीने के तेल में अन्‍य तेल 1:4 से मिलाना चाहिए। यानी एक चम्‍मच पुदीने के तेल में चार चम्‍मच कोई अन्‍य तेल। इस तेल से अपनी कलाइयों की मालिश करें। थोड़ी-थोड़ी देर में इस तेल से मालिश करते रहने से फायदा होता है।

बर्फ की सिकाई :

यदि आप सूजन से पीड़ित हैं, तो प्रभावित क्षेत्र पर रक्त के अतिरिक्‍त दबाव को कम करने से सूजन घटायी जा सकती है। इसके लिए आपको चाहिए कि सूजन व दर्द वाले हिस्‍से पर बर्फ के कुछ टुकड़े लगायें। हालांकि, इस बात का ध्‍यान देना चाहिए कि आप उस हिस्‍से को 20 मिनट से ज्‍यादा खुला छोड़ सकते।

आलू लगाएं :

कपड़े की साफ पट्टी में उबले आलू मैश करके प्रभावित क्षेत्र और उसके आसपास बांध लें। गरम आलू लंबे समय के लिए गर्मी बरकरार रखता है। इससे आपको लंबे समय तक सिंकाई इससे रक्‍त प्रवाह में सुधार होता है।

कलाई को ऊंचा रखें :

जिस समय सोने जाए अपनी कलाई को ऊंचाई पर रखने के लिए अपने हाथो के नीचे कुछ तकियें रखे। सुनिश्चित करें कि यह आपके दिल की तुलना में अधिक उंचा हो। यह घाव भरने की प्रक्रिया में तेजी लाएगा।
आदर्श रूप में, इन घरेलू उपचार की मदद से एक या दो दिनों में आपका दर्द और सूजन कम हो जाना चाहिए। हालांकि, अगर स्थिति में सुधार नही आता या गंभीर हो जाती है, तो जितना जल्दी हो सकते डॉक्टर से मिलें।

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