हिंदू धर्म में कई तरह के नियमों का उल्लेख किया गया है। शास्त्रों के अनुसार इन नियमों का पालन करने से मनुष्य का जीवन सुखी और समृद्ध बन सकता है। सप्ताह के सातों दिनों के लिए शास्त्रों में कुछ नियम बनाए गए हें और इन सातों दिनों का अपना एक अलग महत्व है। आज हम गुरुवार के दिन की बात करेंगें।
तो आइए जानते हैं कि गुरुवार के दिन कौन-से कार्य नहीं करने चाहिए।
गुरुवार के दिन बाल ना धोएं
ज्योतिष की मानें तो स्त्रियों की कुंडली में गुरु पति और संतान का कारक माना जाता है। ये ग्रह पति और संतान के जीवन पर प्रभाव डालता है। अगर गुरुवार के दिन महिलाएं बाल धोती हैं तो इसका बुरा प्रभाव उनकी संतान और पति पर पड़ता है। ऐसा करने से बृहस्पति की स्थिति कमज़ोर होती है और पति एवं संतान को अपने जीवन में उन्नति नहीं मिल पाती है।
शेविंग और नाखून काटना है वर्जित
गुरुवार के दिन नाखून काटने या शेविंग करने की भी मनाही है। ऐसा करने से कुंडली में बैठे गुरु ग्रह की स्थिति कमज़ोर होती है। गुरु के कमज़ोर होने पर उससे संबंधित क्षेत्रों में असफलता मिलती है। आयु में कमी आती है।
घर में ना लगाएं पोछा
अपने घर से गुरुवार के दिन किसी भी तरह की वस्तु को बाहर ना निकालें। कपड़े धोने और कबाड़ को बेचने या घर को धोने एवं पोछा लगाने का काम गुरुवार को ना करें। इससे संतान को हानि पहुंचती है और घर-परिवार पर बुरा असर पड़ता है।
गुरुवार के दिन लक्ष्मी को ना करें नाराज़
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है और ये दिन उनकी पत्नी मां लक्ष्मी को भी प्रसन्न करने के लिए खास होता है। इस दिन विष्णु जी के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है।
अगर आप अपने घर में लक्ष्मी का आगमन और सुख-समृद्धि चाहते हैं तो गुरुवार के दिन इन नियमों का पालन जरूर करें। इसके अलावा विवाहित स्त्रियों को भी इन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए अन्यथा उनके पति की आयु कम हो सकती है और उनकी सेहत भी खराब हो सकती है।