जानें, कब से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, क्या है कलश स्थापना का मुहूर्त


साल में चार नवरात्र होते हैं, जिनमें से दो गुप्त नवरात्र होते हैं. आमतौर पर लोग दो नवरात्रों के बारे में जानते हैं- चैत्र या वासंतिक नवरात्र और आश्विन या शारदीय नवरात्र. इसके अलावा दो और नवरात्र भी हैं. जिनमें विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है. लेकिन चैत्र और आश्विन माह के नवरात्र ही ज्यादा लोकप्रिय हैं.

चैत्र नवरात्र का खास महत्व है क्योंकि इस महीने से शुभता और ऊर्जा का आरम्भ होता है. ऐसे समय में देवी की पूजा कर उनसे सुख-समृद्धि की कामना करना बहुत शुभ माना गया है.

नवरात्र पर देवी पूजन और नौ दिन के व्रत का बहुत महत्व है. मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व शुरू होने वाला है. आइए जानते हैं इस बार नवरात्र कब से शुरू हो रहे हैं और कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है?

वर्ष 2018 में चैत्र नवरात्र 18 मार्च से शुरू हो रहे हैं. नवरात्र 18 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च तक रहेंगे.

कलश की स्थापना चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को की जाती है. इस बार प्रतिपदा सायं 06.32 तक रहेगी. अतः सायं 06.32 के पूर्व ही कलश की स्थापना कर लें. इसमें भी सबसे ज्यादा शुभ समय होगा - प्रातः 09.00 से 10.30 तक

25 को अंतिम नवरात्र होगा. साथ ही इस दिन रामनवमी भी मनाई जाएगी. नवरात्र व्रत के पारण की तिथि 26 मार्च को दशमी के दिन है.

नवरात्र‍ि के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा होती है. शैलराज हिमालय की कन्या होने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा गया है. मां शैलपुत्री दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का पुष्प लिए हुए हैं. इनका वाहन वृषभ है. नवदुर्गाओं में मां शैलपुत्री का महत्व और शक्तियां अनन्त हैं.

दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. तीसरे दिन मां चंद्रघंटा, चौथे दिन मां कुष्मांडा, तो पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा होती है. छठे दिन मां कात्यायनी एवं सातवेंदिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. आठवें दिन महागौरी तो नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है.

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