सांस लेने में तकलीफ कहीं इन बीमारियों का संकेत तो नहीं


आजकल के टाइम में हर किसी को कोई न कोई बीमारी होना तो आम बात है। ज्यादातर लोगों को बीमारियों के बारे में पता नहीं चलता, जिससे छोटी बीमारी भी बढ़ जाती है लेकिन शरीर की कई बीमारियों के बारे में अब सांस लेने के तरीके से पता लगाया जा सकता है। हाल ही में हुए एक शोध में बताया गया है कि सास लेने के तरीके से बीमारियों के कई बीमारियों के बारे में पता चलता है। सांस लेने से कैंसर, शूगर, गुर्दे और दिल की बीमारियों का पता लगता है। आइए जानते है कि किस तरह सांस लेने से इन बीमारियों के बारे में समय रहते जान सकते है।

1. पेट का कैंसर
सांस का टेस्ट करके पेट के कैंसर का पता लगाया जाता है। अगर आपको लगातार बिना किसी कारण के सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो आपको तुरंत ही डॉक्टर के पास जाकर चेकअप करवाना चाहिए। अक्सर पेट के कैंसर के कारण सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
2. दिल की बीमारीयां
अगर आपको सांस फूलना, चक्कर आना, थकान और सीने में दर्द होता है तो यह पल्मोनरी हाइपरटेंशन का संकेत हो सकता है। इस बीमारी में फेफड़े में जानी वाली आर्टरी में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। जिससे आपको दिल से संबंधित बीमारियां हो सकती है।
3. गुर्दे का फेल होना
अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो ये गुर्दे फेल होने का संकेत हो सकता है। गुर्दे के फेल हो जाने से रक्त में यूरिया का स्तर बढ़ जाने से मुंह में अमोनिया ब्रेथ के कारण मुंह से बदबू आने लगती है। इसके साथ ही इससे आपके मुंह का स्वाद भी खराब हो जाता है। रोग के बढ़ जाने पर सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगती है। 
4. डायबटीज
डायबटीज के मरीज जिन ग्लूकोमीटर्स के लिए जिन स्ट्रिप्स का इस्तेमाल करते है वो एक बार इस्तेमाल करके फैंक देना चाहिए। इससे आपको डायबटीज के साथ-साथ अस्थना होने का भी डर रहता है। इसके अलावा इसके दोबारा इस्तेमाल से सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।

5. मोटापा
मोटापे में अक्सर शारीरिक गतिघ्विधियां करने में दिक्कत आ जाती है। गले और छाती के आसपास जमा अतिरिक्घ्त चर्बी के कारण मोटे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो जाती है। इन लोगों की सांस में मेथेन और हाईड्रोजन गैस की मात्रा बढ़ जाने के कारण वो ठीक से सांस नहीं ले सकते। 

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