मर्दों की समस्या होती है शीघ्रपतन। शीघ्रपतन का कारण है वीर्य का पतलापन।
वीर्य को गाढ़ा करता है मुनक्कों का ये उपाय।
इन बीमारियों का करता है इलाज
- शीघ्रपतन
- वीर्य का पतलापन
- वीर्य के अन्य विकार
- कमजोर स्पर्म
- नाइट फॉल
इस्तेमाल करने का तरीका
इसका इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है। इस्तेमाल करने के लिए दस-पन्द्रह मुनक्कों को पानी में धो कर दूध में उबालें। इससे वह फूल कर मीठे हो जाएंगे। आप इन्हें खाकर ऊपर से वही दूध पी लें। इससे वीर्य गाढ़ा होगा और शीघ्रपतन की समस्या दूर होगी। इसका इस्तेमाल लगातार बीस दिन तक करें। इक्कीसवें दिन आपको परिणाम नजर आने लगेंगे।
नोट- इस उपाय का इस्तेमाल करते वक्त हस्तमैथुन ना करें
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पुरुषों को ऐसी कई सारी बीमारियां होती है जिनके बारे में वो खुलकर बता नहीं पाते। महिलाएं तो अपनी दोस्तों और अपनी मां को बता भी देती हैं। लेकिन पुरुष किससे बताए…??
जब आप मेट्रो, बस या ट्रेन से सफर करते होंगे तो आपको हर तीसरे होर्डिंग में या दिवार में कुछ पेपर चिपके हुए मिल जाएंगे, जिसमें लिखा होता है…नामर्दी का अचूक उपाय…शीघ्रपतन की दवा…नपुंसकता का इलाज…आदि। इन सारे पोस्टर को देखकर आपको कभी ना कभी लगा होगा कि, आजकल तो सबको यही समस्या है। मतलब आज सभी मर्दों का एक ही दर्द बन गया है… नामर्दी।
ये है भले ही व्यंग्य है। लेकिन इन पोस्टर्स को देखकर तो सच ही लगता है। खैर अब तक ये बात सच नहीं हुई है और भगवान करे ये सच ना हो। फिर भी जो लोग अपनी जिंदगी में इस काले सच का सामना कर रहे हैं वो ये अचूक उपाय अपनाएं।
अश्वगंधा- अश्वगंधा का चूर्ण, चूर्ण को आधा चम्मच मात्रा में दूध (Milk) के साथ सुबह और शाम लेना चाहिए। यह मिश्रण वीर्य को ताकतवर बनाकर शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा दिलाता है।
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कौंच का बीज- कामशक्ति बढ़ाने के लिए के लिए रोज़ाना १ चम्मच कौंच पाक १ गिलास दूध के साथ 2 खजूर उबाल के पिए| इसको पीने से वीर्य गाढ़ा हो जाता है और नामर्दी दूर होती है।
सफेद मूसली – सफेद मूसली, कौंच के बीज,अश्वगंधा इन सबको समान मात्रा में मिलाकर बारीक चूर्ण बना लें। इस एक चम्मच चूर्ण में मिश्री मिलाकर सुबह-शाम दूध के साथ पीना चाहिए। यह वीर्य को ताकतवर बनाता है तथा S3X Power में अधिकता लाता है।
– 250 ग्राम दूध में 10 मुनक्का उबालें फिर दूध में एक चम्मच घी व खांड मिलाकर सुबह पीएं। इससे वीर्य के विकार दूर होते हैं। इसके उपयोग से हृदय, आंतों और खून के विकार दूर हो जाते हैं। यह कब्जनाशक है।
– मुनक्का का सेवन करने से कमजोरी मिट जाती है। भूने हुए मुनक्के में लहसुन मिलाकर सेवन करने से पेट में रुकी हुई वायु (गैस) बाहर निकल जाती है और कमर के दर्द में लाभ होता है।
– जिन व्यक्तियों के गले में निरंतर खराश रहती है या नजला एलर्जी के कारण गले में तकलीफ बनी रहती है, उन्हें सुबह-शाम दोनों वक्त चार-पांच मुनक्का बीजों को खूब चबाकर खा ला लें, लेकिन ऊपर से पानी ना पिएं। दस दिनों तक निरंतर ऐसा करें।
– जो बच्चे रात्रि में बिस्तर गीला करते हों, उन्हें दो मुनक्का बीज निकालकर रात को एक सप्ताह तक खिलाएं।
– सर्दी-जुकाम होने पर सात मुनक्का रात्रि में सोने से पूर्व बीज निकालकर दूध में उबालकर लें। एक खुराक से ही राहत मिलेगी। यदि सर्दी-जुकाम पुराना हो गया हो तो सप्ताह भर तक लें।
मुनक्का के औषधीय उपयोग इस प्रकार हैं-
– शाम को सोते समय लगभग 10 या 12 मुनक्का को धोकर पानी में भिगो दें। इसके बाद सुबह उठकर मुनक्का के बीजों को निकालकर इन मुनक्कों को अच्छी तरह से चबाकर खाने से शरीर में खून बढ़ता है। इसके अलावा मुनक्का खाने से खून साफ होता है और नाक से बहने वाला खून भी बंद हो जाता है। मुनक्का का सेवन 2 से 4 हफ्ते तक करना चाहिए।– 250 ग्राम दूध में 10 मुनक्का उबालें फिर दूध में एक चम्मच घी व खांड मिलाकर सुबह पीएं। इससे वीर्य के विकार दूर होते हैं। इसके उपयोग से हृदय, आंतों और खून के विकार दूर हो जाते हैं। यह कब्जनाशक है।
– मुनक्का का सेवन करने से कमजोरी मिट जाती है। भूने हुए मुनक्के में लहसुन मिलाकर सेवन करने से पेट में रुकी हुई वायु (गैस) बाहर निकल जाती है और कमर के दर्द में लाभ होता है।
– जिन व्यक्तियों के गले में निरंतर खराश रहती है या नजला एलर्जी के कारण गले में तकलीफ बनी रहती है, उन्हें सुबह-शाम दोनों वक्त चार-पांच मुनक्का बीजों को खूब चबाकर खा ला लें, लेकिन ऊपर से पानी ना पिएं। दस दिनों तक निरंतर ऐसा करें।
– जो बच्चे रात्रि में बिस्तर गीला करते हों, उन्हें दो मुनक्का बीज निकालकर रात को एक सप्ताह तक खिलाएं।
– सर्दी-जुकाम होने पर सात मुनक्का रात्रि में सोने से पूर्व बीज निकालकर दूध में उबालकर लें। एक खुराक से ही राहत मिलेगी। यदि सर्दी-जुकाम पुराना हो गया हो तो सप्ताह भर तक लें।