दूध पिलाने की बोतलों में जहरीले कैमिकल्स


आप जानते हैं की साधारण दूध पिलाने की बोतल आपके शिशु के लिए बहुत हानिकारक हो सकती है विभिन्न रिसर्च में यह पाया गया है की ज्यादा दूध पिलाने की बोतलों में बिसफिनॉल-ए (बीपीए) का उच्च स्तर होता है, जो व्यवहार संबंधी समस्याओं, असामान्य हार्मोन स्तरों और कैंसर होने के उच्च जोखिम को बढ़ावा दे सकता है बिसफिनॉल-ए (बीपीए) एक ऐसा कैमिकल होता है जिसे प्लास्टिक को सख्त बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है बोतल को उबालते समय, धोते समय या ब्रश से रगड़ते समय बी.पी.ए. कैमिकल छूटने लगता है, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा कर सकता है हमेशा सुनिश्चित करें कि आपके शिशु की दूध पिलाने की बोतल या दूध का बर्तन बी.पी.ए. मुक्त और आपके शिशु के लिए सुरछित हो  

रिपोर्ट बताती है कि भारत में बच्चों के लिए बनने वाली दूध की बोलतों को बिसफिनॉल-ए (बीपीए) से बनाया जाता है। बिसफिनॉल-ए कार्बनिक कपाउंड है। दूध के संपर्क में आने से यह उसमें घुल जाता है। दूषित दूध के सेवन का असर बच्चे पर पड़ता है। उसके शरीर में हार्मोन्स का स्राव अनियमित हो जाता है। इससे मानसिक और शारीरिक बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है।
दिल्ली-एनसीआर, उड़ीसा के बारीपदा व मध्य प्रदेश के भोपाल से बेतरतीब ढंग से सैंपल उठाया था। इसमें से 78.5 फीसदी नमूनों में बीपीए की मात्रा बहुत ज्यादा रही। कई बोतलों में इसका स्तर 9.8 पार्ट्स/मिलियन (पीपीएम) रहा। खास बात यह कि जिन बोतलों को निर्माता बीपीए मुक्त बताते हैं उनमें से पचास फीसदी में बीपीए की मात्रा यूरोपीय संघ द्वारा तय सीमा 0.6 पीपीएम से ज्यादा मिली।

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