आपने बहुत सारे लोगों को सुबह उठते ही लगातार 10 से 15 छींके लगाते देखा होगा। ऐसा नाक में होने वाली एलर्जी की वजह से होता है जिसे एलर्जिक राइनाइटिस कहते हैं। ये एलर्जी घर की धूल और पालतू या अन्य जानवरों की वजह से हो सकती है।
प्रमुख लक्षण :
-लगातार छींके आना
-नाक से पानी जैसा तरह पदार्थ बहना
-नाक, आंख व तालू में खुजली होना।
-नाक या गले में खराश
-हल्का बुखार या सिरदर्द
-आंखों से आंसू
-नाक बंद होना
क्यों होती है एलर्जी?
वैसे इसका प्रमुख कारण धूल मिट्टी या हानिकारक पदार्थ का सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करना है। इसके अलावा बदलते मौसम, तापमान में आए अचानक परिवर्तन, नमी, प्रदूषण, जानवरों के बाल व गंध हैं और शरीर में प्रवेश करने या स्किन पर लगने से कोई प्रतिक्रिया से यह एलर्जी राइनाइटिस के रूप में सामने आती है।
क्या है नेजल पॉलिप व साइनसाइटिस?
एलर्जिक राइनाइटिस के अलावा नेजल पॉलिप,साइनसाइटिस भी नाक की इंफैक्शन का ही महत्वपूर्ण कारण है। दरअसल नाक के अंदर का मांस बढ़ने को नेजल पॉलिप कहते हैं जबकि साइनसाइटिस की प्रॉब्लम तब होती है जब नाक के आसपास हड्डियों में हवा का आवागमन सही से नहीं हो पाता और संक्रमण फैलने लगता है।
बरतें सावधानियां
-धूल और धुएं से बचें।
- अगर इफैक्शन के शिकार जल्द हो जाते हैं तो झाड़ू की जगह वेक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल करें।
- कपड़ों बेडशीट और कालीन में नमी ना रहने दें। समय-समय पर इन्हें धूप लगाएं।
-एलर्जी ज्यादा है तो विशेषज्ञ से परामर्श लें।
राहत पाने के आयुर्वेदिक उपचार
यह जरूरी नहीं है कि आप छुटकारा सिर्फ एंटीबॉयोटिक दवाओं से पा सकते हैं बल्कि कुछ आयुर्वेदिक दवाएं भी बड़ी फायदेमंद साबित हो सकती है।
1. तुलसी :
तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसलिए आप तुलसी के पत्तों की चाय बनाकर पी सकते हैं।
2. हल्दी
इसमें एंटी एलर्जिक, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण राइनाइटिस से लड़ने में मदद कर सकते हैं। शहद और हल्दी का मिश्रण ले सकते हैं अगर यह उपचार कठिन है तो आप एक गिलास दूध में एक स्पून हल्दी का सेवन कर सकते हैं।
3. घी
एलर्जी से होने वाली बुखार से राहत पाने के लिए आप सोने से पहले रात में नाक के दोनों तरफ 2 बूंदें घी की डाल सकते हैं।
4. पुदीना
पुदीने में सूजन कम करने के गुण शामिल होते हैं। पुदीने के 2 से 3 पत्ते चबाएं। पुदीने की चाय पीने से भी आपको राहत मिलेगी।
5. अदरक
एक गिलास पानी में अदरक का छोटा टुकड़ा उबाल लें फिर इसमें शहद और नींबू का रस मिलाकर पीएं।