कई बार ऐसा होता है, कि घर में काम करते समय या घर से कही बाहर आने जाने के दौरान शरीर पर चोट लग जाती है या कई बार मोच भी आ जाती है. बरहलाल अगर ये चोट गर्मियों की बजाय सर्दियों में लगे तो ज्यादा तकलीफ देती है. जी हां वो इसलिए क्यूकि एक तो ठंड की वजह से चोट ठीक होने में काफी समय लग जाता है और दूसरी बात ये कि सर्दियों में दर्द ज्यादा होता है. इसके इलावा यदि ये घटना घर में किसी बच्चे के साथ हो जाएँ तो मुसीबत ज्यादा बढ़ जाती है.
इस नुस्खे को बनाने के लिए आपको नीम के पत्ते और गाय के देसी घी की जरूरत पड़ेगी. इसके बाद इस नुस्खे को बनाने के लिए सबसे पहले पचास ग्राम नीम के पत्ते और पांच सौ ग्राम गाय का देसी घी, इन दोनों को एक साथ मिला कर आग पर पकाना है गौरतलब है, कि इस मिश्रण को तब तक पकाते रहे, जब तक नीम के पत्ते काले न हो जाएँ.
इसके बाद जब ये अच्छी तरह पक जाएँ तो इसे आग से उतार कर अच्छे से हिलाएं. बस फिर इस लेप को अपने किसी भी पुराने घाव के निशान पर लगाए और इसका असर देखे. इसके इलावा अगर आप इस लेप को धोने के लिए नीम के पत्तो का इस्तेमाल करेंगे तो आपको ज्यादा फायदा होगा. इसके साथ ही लेप लगाने से पहले घाव या घाव के निशान को नीम के पानी से धोना भी फायदेमंद रहता है.
इस मिश्रण को सिर के फोड़े या फुंसी पर लगाने से भी राहत मिलती है. इसलिए बिना देर किए एक बार इस नुस्खे को आजमाइए और घाव के निशानों से छुटकारा पाईये.