वजन कम करने के लिए अंगूर का रस, जानिये अंगूर के चमत्कारी फायदे, जरूर पढ़े!!


अक्सर हम बढ़ते हुए वजन से परेशान होते हैं इसके लिए हम डायट-प्लान और न जाने क्या क्या तरीके अपना डालते हैं पर वजन है की कम होने का नाम ही नहीं लेता है। यूँ तो वजन के बढ़ने के कारण कई होते हैं जिनकी चर्चा हम यहाँ नहीं करने जा रहे हैं ,यहाँ तो हम केवल उस शोध की ओर आपका ध्यान दिलाना चाह रहे हैं जो बढ़ते हुए वजन को रोकने के एक सरल उपाय के रूप में सामने आया है।

यूनिवर्सीटी आफ केलोफोर्नीया के शोधकर्ताओं के अनुसार अंगूर बढ़ते हुए वजन को कम करने में मददगार होता है। चूहों पर किये गए इस शोध के अनुसार अंगूर का रस खून में शर्करा की मात्रा को टायप -2 डायबीटीज में दिए जानेवाली दवा मेटफार्मिन के समान कम कर देता हैI अर्थात अंगूर का रस वजन को कम करने के साथ-साथ रक्त में ग्लूकोज के स्तर को भी कम करता है।

इस शोध में चूहों के एक समूह को उच्च चर्बीयुक्त भोजन के साथ-साथ अंगूर के रस का सेवन कराया गया और एक दूसरा कंट्रोल समूह था जिसे उच्च चर्बीयुक्त भोजन के साथ पानी पिलाया गया। तुलनात्मक परिणाम अंगूर के रस पीनेवाले समूह में वजन एवं चर्बी कम होने के साथ रक्त की शर्करा के स्तर में कमी एवं इंस्युलिन के प्रति सेंसिटिविटी की बढ़ोत्तरी के रूप में सामने आये। हाँ,इस शोध में कम चर्बीयुक्त आहार दिए जानेवाले समूह पर अंगूर के रस का ख़ास प्रभाव नहीं देखा गया।
  • अंगूर के रस को आधासीसी की बीमारी में पीने से शरीर को लाभ होता है, तथा इससे दर्द भी ठीक हो जाता है। आधासीसी की बीमारी में अंगूर के रस का सेवन लेकिन सूरज के उगने से पहले करना होता है। तभी इसका लाभ शरीर को होता है। तथा आधासीसी की बीमारी भी ज्ल्दी नियंत्रित हो जाती है।
  • शरीर में शक्ति को बढ़ाने के लिए मुनक्का खाना बहुत ही लाभकारी होता है। खासतौर से सर्दी के दिनों में मुनक्का खाना फायदेमंद होता है। क्योंकी सर्दी में मनुष्य का अधिक अधिक ठंड पड़ने के कारण किसी भी काम को करने में आलस की अनुभूति होती है। ऐसे में आलस को दूर करने और शरीर को शक्ति प्रदान करने के लिए था शरीर में गर्मी लेन के लिए मुनक्का का सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है। अगर सर्दी में रोजाना 8 -10 मुनक्का को खाया जाये या उसे एक गिलास दूध में उबालकर पिया जाये तो हमारे शरीर को ठंड भी कम लगेगी तथा शरीर में ताकत की भी वृद्धि होगी।
  • सर्दी ख़ासी में मीठे अंगूर खाना बहुत ही लाभदायक होता है। 100 से 150 ग्राम अंगूर खाने से बार – बार खासना – छिंक आना ठीक हो जाता है. तथा शरीर में एनी रोगों के भी होने का भय नही होता।
  • ह्रदय में किसी प्रकार का दर्द हो या किसी प्रकार का रोग हो तो भी अंगूर के रस का सेवन किया जा सकता है। तथा अंगूर खाकर हृदय के रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। 100 से 150 ग्राम हृदय के रोगी को रस पिलाने से हृदय के रोग से राहत मिलती है। अगर कभी किसी हृदय के रोगी को अचनक से हरिय में दर्द हो जाये तो उसे तुरंत एक कप अंगूर का रस पिलाना चाहिए ऐसा करने से रोगि के हृदय का दर्द जल्दी ही ठीक हो जायेगे। अगर रोजाना अंगूर को खाया जाये या उसके रस को पिया जाये तो हृदय के रोगी को हृदय के रोग से हमेशा के लिए छुटकारा भी मिल सकता है।
  • श्वास लेने या दमे से परेशान रोगी के लिए मीठे अंगूर खाना बहुत ही लाभदायक है। दमे के रोगी को रोजाना 150 ग्राम मीठे अंगूरों का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से दमे के रोगी को श्वास लेने में दिक्कत नही होती। अक्सर दमे के रोगी को सीढियों को चढ़ने में परेशनी होती है तथा सीढियों पर चढने में उनकीं साँस फूलने लग जाती है. ऐसे में दमे के रोगी को प्रतिदिन अंगूर का सेवन करना चाहिए. इससे उनकी साँस भी नही फूलेगी तथा दमे में भी आराम हो जायेगा। यदि दमे के रोगी के कफ में खून आता हो तो भी उन्हें मीठे अंगूर को खाना चाहिए। अंगूर का सेवन करने से कफ में खून आना बंद हो जायेगा।
  • यदि किसी व्यक्ति को बहुमुत्र की शिकायत हो अर्थार्त दिन में कई बार मूत्र आता हो तो उन्हें अंगूर को खाना चाहिए या अंगूर के रस को पीना चहिये. रोजाना अंगूर का सेवन करने से या अंगुर के रस को पीने से बहुमूत्र का रोग ठीक हो जाता है। इस रोग से मुक्ति के लिए हम अंगूर की लता की भस्म का भी प्रयोग कर सकते है। इसके प्रयोग करने से बहुमूत्र के व्यक्ति को जल्द ही लाभ होगा।
  • यदि किसी व्यक्ति के खून में लाल रक्तकण की कमी हो तो उन्हें अंगूर का सेवन अवश्य करना चाहिए। रोजाना सुबह – शाम को लाल रक्तकण की कमी वाले व्यक्ति को 100 -100 ग्राम अंगूर का सेवन करना चाहिए। इससे खून में लाल रक्तकण की कमी पूरी हो जायेगी तथा खून भी साफ हो जायेगा।

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