यदि सर दर्द और माइग्रेन से पाना चाहते है निजात, तो आजमाए ये बेहद आसान और सस्ता इलाज !


आज कल के व्यस्तता भरे जीवन में सर दर्द या माइग्रेन होना बहुत आम सी बात है . ऐसे में गाय का घी सर दर्द और माइग्रेन की सबसे अच्छी और सस्ती दवा है. जी हां इसमें सबसे पहले घी को हल्का गरम करे और फिर इसकी एक एक बूँद रात को नाक में डाल कर सो जाये. इससे हर प्रकार का सर दर्द ठीक हो जायेगा और इसके इलावा यदि गाय का घी आप नाक में डालेंगे तो इससे आपकी कई बीमारियाँ भी ठीक हो जाएगी. अब जैसे कि यदि आपको रात में नींद नहीं आती और आप पूरी रात बिस्तर पर करवटें बदलते रहते हैं, तो इस स्थिति में गाय का घी इस्तेमाल करने से आपको बहुत अच्छी नींद आएगी .

वैसे कई लोग ऐसे भी हैं,जो रात को सोते समय नाक से संगीत निकालते हैं और तब इतना जोरदार संगीत निकलता है,कि उनके आस पास के पड़ोसी तक सो नहीं पाते. तो उन सभी लोगों के लिए गाय का घी ही सबसे अच्छी दवा है. साथ ही इस बात का ध्यान रखे कि इसे इस्तेमाल करने के लिए ड्रॉपर को प्रयोग में जरूर लाये . वैसे आपको बता दे कि गाय का घी और भी कई चीज़ों में लाभकारी सिद्ध होता है. जैसे कि इससे साइनस, साइनो साइट्स आदि बीमारियों से निजात मिलता है. अब यदि किसी को भी साइनस की तकलीफ हो और ये तकलीफ भले ही कितनी भी पुरानी क्यों न है, फिर भी गाय के घी का इस्तेमाल करने से आपको यक़ीनन इससे छुटकारा मिल जायेगा. साथ ही यह फिस्नो फिलिया जैसी बीमारी को ठीक करने के भी काम आता है.

गौरतलब है, कि कई बार नाक में हड्डी बढ़ जाती है और मांस भी बढ़ जाता है, तो ऐसे में घी का इस्तेमाल करने से यह ठीक हो जाता है . वैसे ऐसे भी बहुत से लोग है, जिनको बहुत ज्यादा छीकें आती हैं. वे हर समय छींकते हैं और उनकी नाक से पानी तक आता है. इसके इलावा कई बार जब नाक बंद हो जाती है, तो ऐसे में हम मुंह से सांस लेते हैं. यदि इस स्थिति में आप गाय के घी का इस्तेमाल करेगे तो एक ही बार में आपकी नाक खुल जाएगी.

आपको बता दे कि एक बहुत गंभीर बीमारी ब्रेन स्ट्रोक जिसमे गाय का घी बहुत फायदेमंद साबित होता है, क्योंकि घी के जरा से इस्तेमाल से ही आप इस बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते है . दरअसल जब हमें पैरालिसिस होता है, तब हमारे ब्रेन के किसी हिस्से में ब्लड जमा हो जाता है और इस क्लॉट को निकालने की ताकत भी गाय के घी में होती है. इसमें आप उस व्यक्ति के नाक में एक एक बून्द करके घी डालिये और साथ ही उन्हें ये भी हिदायत दे कि घी डालने के बाद वे उसको थोडा सा अंदर खींचे क्योंकि तभी घी अपना असली असर दिखा पायेगा . इससे गाय का घी ब्रेन के हर उस पार्ट में पहुँच जाता है,जहा मैडिसिन भी नहीं पहुँच सकती 

ये वाकई में बहुत असरदार है और साथ ही ढेर सारी बीमारियों को दूर करने में भी सहायक है. वैसे हम आपको इसके बारे में एक रोचक बात और बताना चाहते है और वो ये कि गाय का घी जितना पुराना होता है,यह उतना ही अच्छा होता है. इसलिए थोडा थोडा घी बना कर हमेशा शीशी में रखते जाईये क्योंकि यह जितना पुराना होता जाएगा, इसकी क्वालिटी उतनी ही बढती जाएगी और एक समय ऐसा भी आता है, जब ये कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी हमारे लिए बेहद सहायक सिद्ध होता है .

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