अंबानी से लेकर सचिन और बच्चन तक पीते हैं इस डेयरी का दूध, 1 ली. दूध की कीमत है इतनी


देश के सबसे रईस परिवारों में से एक अंबानी फैमिली से लेकर महानायक अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, ऋतिक रोशन और अक्षय कुमार जैसे सेलेब्स के घर में भी इसी डेयरी से दूध जाता है।
महाराष्ट्र के पुणे में भाग्यलक्ष्मी नाम से एक डेयरी चलती है। जिसके ग्राहकों की सूची में देश की बड़ी-बड़ी हस्तियां शामिल है। देश के सबसे रईस परिवारों में से एक अंबानी फैमिली से लेकर महानायक अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, ऋतिक रोशन और अक्षय कुमार जैसे सेलेब्स के घर में भी इसी डेयरी से दूध जाता है। अब आपके मन में ये विचार आ रहा होगा, कि आखिर दूध की कीमत क्या होगी, तो आपको बता दें कि इस डेयरी के एक लीटर दूध की कीमत 90 रुपये है।

सबसे बड़ा ग्वाला
इस डेयरी फॉर्म के मालिक देवेंद्र शाह खुद को देश का सबसे बड़ा ग्वाला बताते हैं, उनके मुताबिक वो पहले कपड़े का बिजनेस करते थे। फिर उन्होने डेयरी को अपना कारोबार बताया । देवेन्द्र शाह ने 175 ग्राहकों के साथ प्राइड ऑफ काउ प्रोडक्ट की शुरुआत की थी, आज मुंबई और पुणे में उनकी डेयरी के 22 हजार से ज्यादा कस्टमर हैं, जिनमें कई बड़े सितारे भी शामिल हैं।

उन्नत नस्ल की गाय
एक लीडिंग वेबसाइट में छपी खबर के अनुसार शाह के फॉर्म में लगभग 4 हजार डच होल्स्टीन नस्ल की गायें हैं, जिनके एक गाय की कीमत 1.75 लाख से लेकर 2 लाख रुपये तक होती है। अगर भारतीय देसी नस्ल के गायों (डच गाय की तुलना में) की बात करें, तो उनकी कीमत 80 से 90 हजार रुपये पड़ती है।


150 करोड़ का निवेश
मालूम हो कि 26 एकड़ में बनें इस डेयरी फॉर्म में शाह ने करीब 150 करोड़ रुपये निवेश किया है। उनके डेयरी में रोजाना 25 हजार से ज्यादा दूध का प्रोडक्शन होता है। इसके साथ ही उन्होने गायों के देख-भाल के लिये विशेष व्यवस्था कर रखी है। जो कि लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।

आरओ का पानी पीती हैं गायें
देवेन्द्र शाह ने गायों के लिये रबर मैट बिछवा रखा है, जिसे दिन में तीन बार साफ किया जाता है, इसके अलावा गायों को आरओ का पानी पिलाया जाता है।

डेयरी फॉर्म में 24 घंटे म्यूजिक चलता रहता है, गायों को खाने में सोयाबीन, अल्फा घास, मौसमी सब्जियां और मक्की का चारा दिया जाता है, साथ ही पेट साफ रखने के लिये आयुर्वेदिक दवाएं भी दी जाती है, इस फॉर्म में खुराक से ही दूध की फैट कंट्रोल किया जाता है।

दूध निकालने से लेकर पैंकिंग तक नहीं लगता इंसानी हाथ
आपको बता दें कि इस फॉर्म में गाय का दूध निकालने से लेकर पैकिंग तक में इंसानी हाथ नहीं लगता, सब कुछ ऑटोमेटिक होता है, इसके अलावा दूध निकालने से पहले हर गाय का वजन और टेम्प्रेचर चेक किया जाता है, अगर गाय बीमार है, तो उसे सीधे अस्पताल भेजा जाता है। दूध पाइपों के जरिये साइलोज में और फिर पॉश्चुराइज्ड होकर बोतल में बंद किया जाता है, एक बार में 50 गायों का दूध निकाला जाता है, जिसमें 7 मिनट लगते हैं।

फ्रीजिंग वैन से होम डिलीवरी
देवेन्द्र शाह की बेटी और कंपनी की मार्केटिंग हेड अक्षाली शाह ने बताया कि प्रतिदिन 163 किमी का सफर तय कर फ्रीजिंग डिलीवरी वैन से दूध मुंबई पहुंचाया जाता है, इसमें करीब साढे तीन घंटे का समय लगता है। डिलीवरी मैन सुबह 5.30 से 7.30 बजे तक दूध ग्राहकों के घर पर पहुंचाने की कोशिश करता है।

ग्राहकों का विशेष ध्यान
कंपनी की मार्केटिंग हेड ने बताया कि ग्राहकों का वो विशेष ध्यान रखती है, कई बार पुणे का ग्राहक मुंबई या मुंबई के ग्राहक पुणे में दूध मांगता है, तो भी हम उन्हें देने की कोशिश करते हैं। प्राइड ऑफ काउ के लिये हर कस्टमर का एक लॉगिन आईडी होता है, जिस पर वो अपना ऑर्डर चेंज या भी रद्द कर सकते हैं, साथ ही डिलीवरी की जगह बदलवाने का भी ऑप्शन होता है।

तेजी से बढ रहा है डेयरी मार्केट
इन्वेस्टर रिलेशंस सोसायटी की रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 तक भारत में डेयरी मार्केट 140 बिलियन डॉलर (करीब 9 लाख करोड़ रुपये) का हो जाएगा। साल 2013 में ये बाजार लगभग 70 मिलियन डॉलर (करीब 4.54 लाख करोड़ रुपये) का था। डेयरी मार्केट में तेजी से मांग बढ रही है।

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