इन 10 ड्रिंक्स को पीते ही आप हो जाएंगे रिलैक्स्ड, और बचेंगे कई बीमारियों से भी


पाॅल्यूशन की वजह से हमारी बॉडी में ऐसे कई टॉक्सिन्स (जहरीले तत्व) चले जाते हैं जो अनेक बीमारियों की वजह बन सकते हैं। हम बता रहे हैं ऐसे 10 ड्रिंक्स के बारे में जिन्हें पीते ही आपकी बॉडी टॉक्सिन्स फ्री हो जाएगी और आप हो जाएंगे रिलैक्स्ड :

1. पपीते का जूस
कैसे बनाएं : आधा मीडियम साइज का पपीता टुकड़ों में काट लें। इसे ब्लेंडर में डालकर, साथ में 2 चम्मच फ्रेश नींबू का रस, 2 चम्मच शक्कर या शहद और एक चुटकी काली मिर्च और ½ कप पानी में ब्लेंड कर लें। स्वादानुसार नमक भी डाल सकते हैं। ठंडा करके ब्रेकफास्ट में लें।
क्या फायदा :
पपीते का जूस डाइजेशन में हेल्प करता है। यह टॉक्सिन्स को बाहर करने में भी उपयोगी है। पपीते में कैरोटेनॉइड और लाइकोपीन भरपूर होते हैं जो आंख, किडनी और टिशूज को प्रोटेक्ट करते हैं। सप्ताह में 2-3 दिन पपीते का जूस जरूर लें।

2. एप्पल-हनी जूस
कैसे बनाएं : एप्पल को छीलकर फ्रेश जूस निकालें। उसमें एक चम्मच शहद और चुटकी भर दालचीनी डालकर ब्रेकफास्ट में लें।
क्या फायदा :
रॉ एप्पल जूस एक नेचुरल एंटीऑक्सिडेंट है जो लीवर और किडनी के टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकालता है। विटामिन C और एसकॉर्बिक एसिड से भरपूर जूस एजिंग प्रोसेस को कम करता है। यह कार और सिगरेट के धुएं से मिलने वाले टॉक्सिन्स के निगेटिव इफेक्ट से बचाता है।

3. पाइनेप्पल जूस
कैसे बनाएं : फ्रेश पाइनेप्पल के टुकड़े करके ब्लेंड कर लें। छानकर बिना शक्कर के ही लीजिए।
क्या फायदा : 
पाइनेप्पल में नेचुरल एंजाइम्स होते हैं जो कई बीमारियों से बचाते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी-फ्लेमेटरी एंजाइम शरीर से जहरीले तत्वों को निकाल देते हैं और बॉडी को रिलेक्स करते हैं। पाइनेप्पल में विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं। इसलिए चोट के घाव को जल्दी भर देते हैं।

4. एलोवेरा जूस
कैसे बनाएं : एलोवेरा की कुछ ताजा पत्तियां लें, अच्छे से धो लें। अब चाकू से उसके किनारे के कांटे वाले भाग को काटकर निकाल दें। पत्तियों के छोटे टुकड़े कर लें। पत्तियों के ऊपर का हरा वाला छिलका निकालकर अलग कर दें। ऐसा करते समय पत्तियों के गूदे के ऊपर की पीले रंग की परत भी साथ में निकाल दें, नहीं तो जूस में कड़वाहट रह जाएगी। अब इसे मिक्सी में 2 मिनट चला दें। अब इसे गिलास में निकालें, पानी और नमक मिला लें। यदि आप चाहें, तो इसमें फलों का जूस भी मिला सकते हैं।
क्या फायदा :
एलोवेरा में कार्बोहाइड्रेट्स, एंटीऑक्सिडेंट्स और डाइजेस्टिव एन्जाइम होते हैं जो इन्फेक्शन का खतरा कम करते हैं। इसका रस शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, कोलेस्ट्राॅल कम करता है तथा ब्लड में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करता है।

5. गाजर-नींबू का जूस
कैसे बनाएं : 4 गाजर लें, अच्छे से साफ करके छोटे टुकड़ों में काट लें। इसमें 1 चम्मच शक्कर, 3-4 चम्मच ठंडा पानी और किसा हुआ थोड़ा सा अदरक मिलाकर ब्लेंड कर लें। अब एक गिलास में छानकर इसमें1 चम्मच नींबू का रस मिलाकर लें।
क्या फायदा :
गाजर का जूस एक अच्छा डिटॉक्स ड्रिंक है। यह विटामिन C, एंटीऑक्सिडेंट्स और मिनरल्स से भरपूर है। इसमें आयरन भी काफी मात्रा में होता है जो ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है। इससे आप सारा दिन एनर्जेटिक रहते हैं।

6. पत्तागोभी का जूस
कैसे बनाएं : 3 कप बारीक कटी हुई पत्तागोभी लें और इसे आधा कप पानी के साथ ग्राइंड कर लें। ध्यान रहे कि प्यूरी न बने, कुछ गोभी के टुकड़े दिखते रहें। अब इसे एक जार में प्लास्टिक रैप से ढंककर 3 दिन रूम टेम्परेचर पर रखें। तैयार जूस को छानकर ब्रेकफास्ट में लें।
क्या फायदा?
पत्तागोभी का जूस विटामिन C और अमीनो एसिड का अच्छा सोर्स है। यह कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। एक गिलास पत्तागोभी का जूस कैंसर, अल्सर और कोलोन की प्रॉब्लम्स से आपको दूर रखेगा।

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