जुकाम में चमत्कारी है सरसों का तेल


हमारे घर में बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं जिसे हम रोज खाते हैं। पर हम ये नहीं सोचते होगें की इनसे हमें रोगों से बचने में भी सहायता मिलती है। खांसी और जुकाम ये दोनों ऐसे रोग हैं जो हर मौसम में कभी भी हो जाते हैं।

आइये जानते हैं खांसी और जुकाम में सरसों के तेल को कैसे उपयोग करें:

1. पीली सरसों के तेल को किसी साफ कपड़े में छानकर रख लें। इस तेल की 2-3 बूंदे नाक के दोनों छिद्रों में डालने से जुकाम में आराम आता है। थोड़े दिनों तक लगातार ऐसा करने से नया या पुराना किसी भी प्रकार का जुकाम दूर हो जाता है।

2. जुकाम में जब नाक से बदबू आती हो, रक्तरंजित या रक्तहीन पीले से छिछडे़ गिरते हों तो रात को सोते समय 15 बूंद सरसों के तेल में 7 बूंद पानी मिलाकर रगड़े और झाग आने पर सूंघे। इसे नाक में भी लगाने से लाभ होता है।

3. नाक के नथुनों में सरसों के तेल की 1-1 बूंद डालकर सोने से बंदनाक खुल जाती है और जुकाम भी नहीं होता है।

4. पैरों के तलुवों में और नाक के नथुनों में सरसों के तेल की मालिश करने से जुकाम ठीक हो जाता है।

5. सरसों के तेल और अलसी के तेल की मालिश करने से छाती और पसली का दर्द ठीक हो जाता है।

6. आधा चम्मच अदरक का रस, आधा चम्मच प्याज का रस और इसमें कुछ बूंदे सरसों का तेल मिलाकर थोड़ा गर्म कर लें। और इसका सेवन करें। इस उपाय को करने से सुबह और शाम में होने वाले जुकाम से निजात मिल जाता है।

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