किसी एक पोजिशन पर बैठे रहने के बाद जब उठे तो पैर झनझनाने लगता है। ऐसा लगता है जैसे पैर है ही नहीं। लेकिन कुछ देर हिलने डुलने या चलने के बाद ही सब ठीक हो जाता है । बिल्कुल ऐसा ही बाहों के साथ भी होता है। कुर्सी के हत्थे पर बड़ी देर तक हाथ टिकाने के बाद या बिस्तर में बांह के बल सोने या बांह का सिरहाना बनाने से हाथ सो जाता है।
लेकिन अगर हाथ या पैर दिन में कई बार सोने लगें या फिर झनझनाहट खत्म होने में बहुत ही ज्यादा देर लगे तो डॉक्टर के पास जाएं। स्लिप डिस्क, मल्टीपल स्क्लेरोसिस या डायबिटीज के चलते भी ऐसा होता है ।