- कभी-कभी रोने से शरीर की बीमारियां होती हैं दूर।
- रोने से आंखें नम होती हैं और रोशनी भी बढ़ती है।
- लिसोजाइम लिक्विड शरीर से बैक्टीरिया करता है दूर।
- रोने से मूड अच्छा होता है और तनाव कम होता है।
रोना हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, रोने से कई बीमारियां तो दूर होती हैं साथ ही आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। जिस तरह सेहत के लिए हंसने के कई फायदे हैं, उसी तरह थोड़ा-बहुत रोने से न सिर्फ आपका दिल हल्का होगा बल्कि स्वास्थ्य को भी फायदा मिलेगा।
मेडिकल युनिवर्सिटी ऑफ ओहियो द्वारा किये गये शोध की मानें तो रोने से लोग तरोताजा महसूस करते हैं और शरीर भी हल्का हो जाता है। अगर आप अपने दुख को सीने में छिपाकर रखते हैं, तो उसे बाहर निकालने में परहेज न करें। भावनात्मक, शारीरिक और सार्वभौमिक रूप से व्यक्ति के आंखों के आंसू निकलते हैं। इस लेख में विस्तार से जानिये रोने के फायदे के बारे में।
आंखों की रोशनी बढा़ये
रोने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। आंखों में आंसू आने से पुतली और पलकों को नमीं मिलती है जिससे आंखें सूखती नहीं। अगर आंखों में नमीं की कमी हो जाये तो देखने में समस्या हो सकती है। तो अगर आपकी आंखों से आंसू निकलते हैं तो इससे आपकी रोशनी भी बढ़ती है।
कीटाणु समाप्त होते हैं
आंसुओं में लिसोजाइम नाम का लिक्विड होता है जो सिर्फ 5-10 मिनटों में 90 से 95 प्रतिशत तक बैक्टीरिया यानी कीटाणुओं का सफाया कर सकता है।
विषाक्त पदार्थ बाहर निकाले
जब भी हम गम या दुख के कारण रोते हैं तब शरीर में टॉक्सिक केमिकल बनने लगते हैं। रोने से यही विषाक्त पदार्थ आंसुओं के रास्ते बाहर निकल जाते हैं।
मूड अच्छा होता है
कई बार शरीर में मैगनीज की अधिकता से घबराहट, उलझन, थकान, गुस्सा जैसी दिक्कतें होती हैं। रोने से शरीर में मैगनीज का स्तर कम होता है जिससे आपको मूड अच्छा होता है और आप हल्का और अच्छा महसूस करते हैं।
तनाव कम होता है
बहुत अधिक तनाव और अवसाद में रहने पर अगर आप रोते हैं तो इससे तनाव कम होता है। रोने वक्त शरीर में एंडोर्फिन, ल्यूकाइन-एंकाफालिन और प्रोलैक्टिन नामक तत्वों का स्तर कम होता है जिससे तनाव कम होता है।
रोने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन बहुत अधिक रोना स्वास्थ्य के लिहाज से नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए कभी-कभी रोना फायदेमंद है लेकिन रोते रहना नुकसानदेह।