ग्वायटर या घेंघा रोग से हैं परेशान! तो ऐसे पाएं निदान

गलगंड यानी घेंघा रोग होने पर रोगी के गले में सूजन सी दिखायी देने लगती है। इस समस्या से निपटने के लिए आप घरेलू नुस्खों की मदद ले सकते हैं। इन नुस्खों की मदद से आप गले की सूजन को कम कर इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
क्या है घेंघा रोग

गलगंड यानी घेंघा रोग में गले में असमान्य सूजन दिखायी देती है। इसमें रोगी का गला में होने वाली सूजन देखने में कापी डरवानी लगती है लेकिन यह जानलेवा नहीं होता है। यह स्थिति थायराइड ग्रंथि से जुड़ी होती है। जब थायराइड ग्रंथि का आकार बढ़ जाता है तो उसे गलगंड के नाम से जाना जाता है। गलगंड होने पर दर्द नहीं होता है लेकिन कफ और सूजन के कारण सांस लेने में समस्या हो सकती है। लेकिन इस समस्या को घरेलू नुस्खों की मदद से काबू में किया जा सकता है जानिए कैसे।
अलसी के बीज

अलसी के बीज में थोड़ा सा पानी डालकर उसे पीस कर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट गले में सूजन वाले हिस्से पर आधे घंटे के लिए लगाएं। फिर से धो लें और उसे अच्छे से सुखा लें। इसे सूजन में कमी आती है क्योंकि अलसी के बीज में एंटी इंफेल्मेट्री गुण होते हैं।
गले की एक्सरसाइज करें

गलगंड होने पर गले से जुड़े कुछ खास व्यायाम करने चाहिए। व्यायाम से मांसपेशियों में खिंचाव होता है जो कि थायराइड ग्रंथि से जुड़ी होती हैं। इससे सूजन में काफी कमी देखी जाती है।
जौ का पानी

घेंघा रोग होने पर दिन में एक बार जौ का पानी जरूर पीएं। जौ में पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में होते हैं जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ा कर रोगों से लड़ने की ताकत देते हैं।
ठंडा शॉवर

दिन में दो बार ठंडे पानी से शॉवर लें। इससे थायराइड ग्रंथि को स्वस्थ रखता है और सूजन को कम करने में मददगार साबित होता है। इसे गलगंड का बहुत ही प्रभावी नुस्खा माना जाता है।
अननास

अननास में काफी विटामिन और मिनरल समाए होते हैं। जो गलगंड में होने वाली सूजन को कम करने के साथ ही इसके लक्षणों में भी आराम दिलाता है खासकर कफ में। हर रोज अननास का सेवन करने से आप निश्चित ही सूजन में कमी देखेंगे।
लहसुन

लहसुन औषधीय गुणों की खान है। इसका सेवन कई रोगों में फायदेमंद साबित होता है। लहसुन शरीर में ग्लूटोथाइन के निर्माण को बढ़ाता है जो थायराइड के गतिविधि को बढ़ाता है। हर रोज सुबह तीन-चार लहसुन का सेवन करना गलगंड की समस्या को कम करता है।
ग्रीन टी

हम सभी जानते हैं कि ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं जो आपको स्वस्थ रखते हैं। हर रोज ग्रीन टी का सेवन करने से गलगंड की समस्या से निजात मिलता है। ग्रीन टी में प्राकृतिक फ्लूयोराइड होता है जो थायराइड ग्रंथि को स्वस्थ रखता है।
नारियल तेल
नारियल तेल में लॉरिक एसिड काफी मात्रा में होता है। जब हम इसका सेवन करते हैं तो यह मोनोलॉरिन में बदल जाता है जिसमें एंटीवायरल, एंटीबैक्टेरीयल तत्व होते हैं। आप खाने में नारियल तेल का प्रयोग कर गलगंड की समस्या से बच सकते हैं।

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