सिगरेट के धुएं से भी 3 गुना ज्यादा खतरनाक है इसका इस्तेमाल, जरूर पढ़े और शेयर करे।


आज का दौर ऐसा है कि हम घर या कभी भी शादी की पार्टी या फिर बर्थड़े पार्टी है तो या गेट टू गेदर हो। सभी जगह पर कैंडल का यूज तो करते है। इसको लगाने से आपके घर सुंदर लगने के साथ-साथ सुगंधित होता है। इससे हमें एक सुकुन सा मिलता है। लेकिन क्या आप जानते है कि कैंडल हमारी सेहत के लिए कितनी नुकसानदेय है।
सुगंधित मोमबत्तियों का धुएं हमारे लिए सिगरेट से कई गुना ज्यादा नुकसानदेय होती है। इसमें मौजूद टॉक्सिक केमिकल हमारी सेहत के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदेय होता है। इसको घर में लगाने से हमारे पूरे घर में यह केमिकल फैल जाता है। यह कभी-कभी इतनी टॉक्सिन फैला देती है कि कैंसर का कारण भी बन जाता है। जो कि हमारे स्वास्थ्य को अधिक हानिकारक साबित हो सकता है। साथ ही हम जब वैक्स कराने किसी सैलून में जाते है तो इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इससे बचने की कोशिश करने चाहिए। 

➡ जानिए सुगंधित कैंडल हमारी सेहत के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकती है :


हो सकता है कैंसर : 
जब हम मोमबत्ती जलाते है तो इसके तेल से एक धुंआ निकलता है। जो कि हमारे लिे बहुत अधिक खतरनाक होता है। इस बारें में डॉक्टरों का कहना है कि मोमबत्ती के धुएं से हवा में कैंसर का धुआ यानी कि बेंजीन और टोल्युनि पाया जाता है। जिससे कैंसर का खतरा अधिक होता है। इसलिए जितना हो सके इसका यूज कम करें जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से आप बच सके। इसकी जो महक होती है। वह डीजल की जलने जैसा महक होती है। इससे कैसंर के साथ-साथ किडनी में ट्यूमर भी हो सकता है।
हो सकती है एलर्जी :  
मोमबत्ती की पैराफिन वैक्स में कम से कम 20 ऐसे पदार्थ पाए जाते है। जो हमारे शरीर के लइए जहर के बराबर है। इसमें अधिक मात्रा में टॉक्सिक एसीटोन, फिनोल, जाइलिन, क्रेसोल और ब्लोरोबेंजीन पाया जाता है। जो कि कैंसर, लंग में जलन और मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर से संबंधित अनेक बीमारियां दे सकता है। इसमें मौजूद खुशबू सिंथेटिक होती है जो हमारी श्वसन तंत्र में जलन के श्वसन स्राव का कारण बन जाती है। साथ ही यह एलर्जी का भी कारण बनती है।


हो सकता है सिरदर्द : 
खुशबू वाली कैंडल वैसे तो देखने में बहुत अच्छी होती है। लेकिन इसका स्वास्थ कारण बहुत होता है। वौसै तो हमें इसे देखकर शुकून मिलता है, लेकिन क्या आप जानते है कि इससे आपको सिरदर्द की भी समस्या हो सकती है। इससे निकलना वाला विषैला धुआ जिसमें अधिक मात्रा में केमिकल बेंजीन और टोल्यूनि जैसे हानिकारक हदार्थ होते है। जो हमारे सिरदर्द का भी कारण होते है। के कारण होता है।

अस्थमा को बढाएं : 
सुंगधित मोमबत्ती जब जलती है तो उसके वैक्स एक अजीब सी गंध निकलती है। जोकि हमरे फेफड़ों के लिए हानिकारक होती है। इसमें मौजूद पैराफिन वैक्स हमें सांस संबंधी समस्याओं के साथ-साथ अस्थमा की भी शिकायत हो जाती है। इसलइए इसका इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए।

इससे कैसे बचें : 
अगर आप इससे बचना चाहते है और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बचना चाहते है तो पैराफीन, अरोमाथेरेपी या दूसरी सुंगधित मोमबत्ती के बजाय आप बीज्वैक्स या सोया कैंडल का उपयोग करें। और इस बात का ध्यान रहे कि जब भी कैंडल का इसेतमाल करें तो घर की खिड़किया खुली छोड़ दे। जिससे सारा धुआं बाहर निकल जाएं।

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