सेहत और सौंदर्य के लिए घरेलू उपाय है कमल का फूल

कमल के फूल का धार्मिक महत्व तो है ही साथ ही इसके और भी कई फायदे हैं। पुराने समय के राजा महाराजा और रानियां बालों को काला करने के लिए कमल के फूल का इस्तेमाल किया करते थे। इसके अलावा सेहत और सुंदरता के लिए भी पुराने समय से कमल के फूल का इस्तेमल किया जाता रहा है। लेकिन बहुत ही कम लोगों को मालूम है कि कमल के फूल के फायदों के बारे में। कमल के  फूल का इस्तेमाल से आप केमिकल युक्त चीजों से बचे रह सकते हो।

सेहत और सुंदरता के लिए कमल का फूल

चर्म रोग

जो लोग चर्म रोग से पीडि़त हैं वे पानी में कमल की जड़ को घिसकर चर्म रोग वाली जगह पर लगाएं। एैसा करने से कुछ समय में चर्म रोग ठीक हो जाता है।

शीध्रपतन की समस्या


यदि शीध्रपतन की समस्या हो या वीर्यपात। इससे बचने के लिए गरम पानी के साथ कम से कम चार ग्राम कमल की जड़ का चूर्ण को मिलाकर पीएं। इस उपाय को करने से शीध्रपतन की समस्या ठीक होने लगती है।

बालों को काला करने के लिए

बालों को काला करने के लिए गाय के दूध में 400 ग्राम कमल के फूलों को मिला लें। और इसे किसी हांडी या मिट्टी के बर्तन में डालकर किसी गढ्ढे के अंदर एक महीने तक दबाकर रखें और फिर इसे अपने बालों पर लगांए। इस उपाय से बाल काले होने लगते हैं।

बवासीर

बवासीर में कमल फूल एक बेहतरीन औषधि है। कमल केसर आपको आसानी से कहीं भी मिल सकता है। आधा ग्राम मक्खन और चीनी में कमल केसर को मिलाकर एक सप्ताह तक लगातार खाने से बवासीर में लाभ मिलता है। इस उपाय को तब तक करते रहें जब तक बवासीर पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाती है।

दिल की बीमारी

कमल फूल के गट्टे की सब्जी नियमित खाने से दिल संबंधी रोग नहीं होते हैं।

ब्रेस्ट टाइट के लिए

जिन महिलाओं के ब्रेस्ट ढीले हैं वे कमल के बीजों को पीसकर उसके चूर्ण को गाय के दूध के साथ नियमित दो महीने तक पीएं।

मिसकैरिज

मिसकैरिज होने के बाद या बार-बार मिसकैरिज होने पर आप नागकेसर और कमल की नाल को बराबर मात्रा में पीसकर चटनी बना लें और गाय के दूध के साथ सिर्फ एक ग्राम लें। इस उपाय से मिसकैरिज की संभावना खत्म हो जाती है।

उल्टी होने पर

उल्टी की समस्या होने पर कमल के कुछ बीजों को तवे में भून लें और उसे छीलकर उसके अंदर के सफेद भाग को पीस लें और इसे शहद के साथ मिलाकर खाएं।

एक टिप्पणी भेजें

यहाँ पर आपको मिलती है हेल्थ न्यूज, डेली हेल्थ टिप्स और ताजा स्वास्थ्य जानकारियां। इसके साथ ही जीवनशैली और चिकित्सा जगत में होने वाली नयी खोजों से अवगत भी कराते हैं हम।