स्वास्थ्य के लिहाज से आंवला से बेहतर कुछ भी नहीं


आयुर्वेद के अनुसाल आंवला एक ऐसा फल है जो बूढ़े व्यक्ति को भी जवान बना सकता है। आंवला में भरपूर मात्रा में विटामिन ‘सी’और एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसके अलावा आंवले में पोटेशियम ,कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर ,प्रोटीन्स ,विटामिन्स ‘ए’, बी काम्प्लेक्स ,मैग्नीशियम, आयरन होता है जो शरीर की कई प्रकार के रोगों से रक्षा करते हैं। आंवले की एक सबसे खास बात ये होती है कि आंवले को किसी भी तरह उबालकर, सुखाकर या पीसकर इस्तेमाल करने पर भी इसके पोषक तत्व नष्ट नहीं होते हैं। आइये जानते हैं कि आंवला किन किन रोगों में फायदेमंद है।

आंखों के लिए :

आंवला का रस आंखों के लिए बहुत फायदेमंद हैं। आंवला खाने से आंखों की रोशनी बढाती है। मोतियाबिंद, कलर ब्लाइंडनेस, रतौंधी हो या कम दिखाई पड़ता हो तो आंवले का जूस पीना चाहिए। आखों में जलन या दर्द होने पर आंवला के सेवन से ठंडक पहुंचती है।

पाचन दुरुस्त रखता है :

आंवला मेटाबॉलिज्म बढाता है। आवला भोजन को पचाने में बहुत मददगार साबित होता है। इससे कब्ज की शिकायत दूर होती हैं पेट हल्का रहता हैं। रक्त की मात्रा में बढ़ोत्तरी होती हैं। खट्टी डकार आना, गैस का बनना, भोजन का न पचना इत्यादि में आंवला के ५ ग्राम पाउडर को पानी भिगोकर सुबह शाम लेना चाहिए।

डायबिटीज के मरीजों के लिए :

आंवला में क्रोमियम होता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयोगी होता है। आंवला इंसुलिन हार्मोंस और खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता हैं। क्रोमियम बीटा ब्लॉकर के प्रभाव को कम करता हैं, जो की हृदय के लिए अच्छा होता है हृदय को स्वस्थ बनाता है। आवला खराब कोलेस्ट्रोल को ख़त्म कर अच्छे कोलेस्ट्रोल को बनाने में मदद करता हैं। आंवला के रस में शहद मिलाकर लेने से डायबिटिक लोगों को बहुत फायदा होता हैं। 

महिलाओं में महावारी की समस्या :

महिलाओं में माहवारी का देर से आना, ज्यादा रक्तस्त्राव होना, जल्दी जल्दी आना, कम आना, पेट में दर्द का होना, ऐसी कई समस्या होती हैं। ऐसे में आंवला का सेवन फायदेमंद होता है। आवला में मिनिरल्स ,विटामिन्स पाए जाते हैं, जो माहवारी में होने वाले दर्द में बहुत आराम दिलाता है। अगर आंवला का सेवन नियमित किया जाये तो महावारी की समस्याओं से छुटकारा मिलता है और महिलाओं में प्रजनन क्षमता भी बढ़ाती है।

हड्डियों मजबूत बनाए :

आंवला के सेवन से हड्डियाँ मजबूत बनती हैं और उन्हें ताकत मिलती है। आंवला के सेवन से ऑस्टियोपेरोसिस और आर्थराइटिस एवं जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है।

संक्रमण से बचाव :

आंवला में बैक्टेरिया और फंगस से लड़ने की क्षमता होती है और ये बाहरी बीमारियों से भी हमें बचाता है। आंवला शरीर को पुष्ट कर उसे रोगप्रतिरोधक क्षमता का विकास करता है, और टॉक्सिन्स को हमारे शरीर से निकाल देता है। आंवला अल्सर,अल्सरेटिव,कोलेटीस,पेट में संक्रमण ,जैसे विकार को खत्म करता है। आंवला का रस या पाउडर प्रतिदिन लेने से बहुत फायदा होता है। 

मूत्र विकारों से छुटकारा दिलाता है :

मूत्र विकारों में आंवला का चूर्ण फायदा करता है। आंवला के छाल और इसकी पत्तियों को पानी में उबाल कर छान ले और उसका सेवन करे बहुत फायदा होता है। किडनी में होने वाले संक्रमण को भी खत्म करता है। किडनी में होने वाले पत्थर से भी छुटकारा दिलाता है।

हृदय की समस्याओं में लाभकारी :

आंवला हमारे हृदय की मांसपेशियों के लिए उत्तम होता है। आंवला हमारे हृदय को स्वस्थ बनाने में कारगर है। आंवला हृदय की नालिकाओं जमा होने वाले कोलेस्ट्रॉल को ख़त्म करता है। खराब कोलेस्ट्रॉल को खत्म कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाने में मदद करता है। आंवला में एंटी ऑक्सीडेंट तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को बनने ही नहीं देता। आंवला के रोज सेवन करने से दिल की बीमारियां आपसे कोशों दूर रहती हैं।

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