आँखों की नजर को अधिक समय तक स्वस्थ रखने वाले गुड फूड्स

वर्तमान समय में अधिकतर युवाओं की सुंदर आँखों पर चश्मे का पहरा लगा देखा जा सकता है। नजर के कमजोर होने के पीछे अपर्याप्त आहार और आंखों पर अत्याधिक तनाव है। आज बच्चों का अधिकतर समय लैपटॉप, टैबलेट या स्मार्टफोन से चिपके ही मिलते है और समाज में शिक्षा करियर की बात करें तो इतनी प्रतिस्पर्धी के कारण माता-पिता उनको आधुनिक तकनीक से जल्द जल्द तैयार कर देना चाहते है जिसकी वजह से तनाव हो जाता है तथा उसका असर आंखों की रोशनी पर पड़ता है। ऐसी स्थिति में तो स्वस्थ आंखों को बनाए रखने के लिए खानपान का रास्ता ही बेहतर रहेगा। प्रकृति के पास मनुष्य को शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए पर्याप्त विकल्प है बस जरूरत है उनके सही समय पर उनकी उचित मात्रा की चुनाव करने का। आइयें जानतें है आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कौन से आहार का सेवन करना उचित रहेगा।

गाजर : 

जब भी आँखों की रोशनी को बेहतर करने की बात होती है तो सबसे पहले गाजर खाने का ही सुझाव दिया जाता है। गाजर के नारंगी रंग में बीटा कैरोटीन की उपस्थिति होती है। बीटा कैरोटीन एक प्रकार का विटामिन ए होता है जो शरीर के अन्य भागों में कुशलता पैदा करने के साथ-साथ रेटिना को भी स्वस्थ रखता है।

हरी पत्तेदार सब्जियां : 

हरी और पत्तेदार सब्जियों पालक, ब्रोकोली, गोभी, मटर,एवोकैडो और पत्तेदार साग में जिएक्सेन्थिन और लूटेन एंटीऑक्सीडेंट होते है जो मांसपेशियों में गिरावट की गति में कमी लाने के साथ-साथ मोतियाबिंद होने से भी रोकता है।

अंडे की जर्दी : 

एक अंडे की जर्दी में अच्छी तरह से जस्ता जिएक्सेन्थिन और लूटेन होता है जो आँखों की मांसपेशियों के पतन की रफ्तार को काफी धीमा करने में सहयोग देते है।

मछली : 

ट्यूना, सामन, मैकेरल और ट्राउट जैसी मछलियों में ओमेगा -3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में मिलता है। फैटी एसिड के बारें में यह साबित हो चुका है की वह आँखों को ड्राई नही होने देते है। इन सभी मछलियों डीएचए भी उचित रूप में मिलता है। आपको बता दे मछली में मौजूद पोषक तत्व आंख की मांसपेशी को बेहतर बनाने के साथ-साथ मोतियाबिंद होने से रोकता है।

ड्राई फ्रूट्स : 

ड्राई फ्रूट्स में बादाम, पिस्ता और अखरोट विटामिन ई से पैक्ड होते है और आँखों को स्वस्थ बनाए रखने का सबसे बेहतर विकल्प है। इन ड्राई फ्रूट्स में पाया जाने वाला विटामिन ई मोतियाबिंद टालने के सबसे आदर्श खाद्य पदार्थ है।

साबुत अनाज : 

साबुत अनाज वाले आहार लो ग्लाइसेमिक के सूचकांक है जो आंख की मांसपेशियों के पतन को रोकने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी तरह जई, भूरे रंग के चावल,पूरी गेहूं पास्ता और रोटी जैसी खाद्य वस्तुओं में मिलने वाले नियासिन और जिंक आंखों को स्वस्थ बनाए रखने में काफी मददगार साबित होते है।

जामुन और खट्टे फल : 

जामुन, संतरा, नींबू और अंगूर जैसे फल जो विटामिन सी के प्रमुख स्त्रोत होते है वह आँखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में प्रमुख योगदान देते है। इन फलों के नियमित सेवन से मोतियाबिंद की रोकथाम में मदद मिलती है।

उच्च कैरोटीनॉयड खाद्य पदार्थ चूने : 

खरबूजा, स्ट्रॉबेरी, कद्दू, टमाटर, शिमला मिर्च और मक्का जैसे खाद्य पदार्थो में न केवल कैरोटेनॉयड्स के बेहतरीन स्रोत हैं बल्कि यह विटामिन ए और सी से भरपूर होते हैं जो आँखों के स्वास्थ्य के संरक्षण में बहुत मददगार होते है। आँखों के स्वास्थ्य को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए इन खाद्य पदार्थो को अवश्य अपनी थाली में सजाएं।

सूरजमुखी के बीज : 

सूरजमुखी के बीज जिंक और विटामिन ई के बहुत अच्छा स्रोत हैं। जिंक प्रकाश के हानिकरक प्रभावों से आंखों की रक्षा करने में मदद करता है। इस प्रकार आंखों के स्वास्थ्य को कायम रखने के लिए यह महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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