पेट में गैस की समस्या का घरेलू इलाज



एसिडिटी क्या है? 
आजकल प्राय: बच्चो,युवा वर्ग एवं 60 वर्ष से अधिक के उम्र के लोगो मे पेट मे अम्ल की अधिकता के कारण गैस की समस्या देखी जा रही है। यदि पेट की भीतरी परत अम्ल बना रही हो और वो पेट की सतह को छू रही हो तो इसके द्वारा पीड़ित व्यक्ति को असहनीय दर्द एवं पीड़ा होती है।
पेट में गैस की समस्या का कारण?
पेट में गैस की समस्या मुख्य कारण पेट मे बनी हुई अम्ल की मात्रा अपाच्य भोजन, पेट मे जलन एवं हृदय मे जलन होती है। इसके अलावा और भी कारण होते है, गैस की समस्या के जैसे- वाइरल ज्वर,इंफेकशन,पथरी, ट्यूमर,अल्सर इत्यादि है। इसके अलावा भी बहुत सारे कारण है जिसकी वजह से लोग इस समस्या से ग्रसित रहते है जैसे – अत्यधिक भोजन, मानसिक चिंता,असुपाच्य भोजन,शराब पीना,भोजन का उचित प्रकार से न चाबाना इत्यादि। इन सभी कारण के अलावा गैस की समस्या का एक कारण बॅक्टीरिया का होना भी हो सकता है- बॅक्टीरिया जैसे एच-पाइलोरी। इस समस्या से निवारण के लिए शुरुआती दौर मे ही द्वा के द्वारा सुरक्षित रखा जा सकता है। गैस की समस्या के मुख्य लक्षण उल्टी,दस्त,पेट मे जलन एवं भोजन का न पच पाना इत्यादि है।
पेट में गैस की समस्या के मुख्य कारण एसिडिटी, बदहज़मी, पेट में दर्द और सीने में जलन। कुछ और कारण हैं वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, फ़ूड पोइज़निंग, किडनी में पथरी, कब्ज़, ट्यूमर, पैंक्रिअटाइटिस और अलसर आदि। ऐसे कई कारण होते हैं जिनकी वजह से लोग गैस की समस्याओं के शिकार होते हैं। इनमें से कुछ कारण हैं तीखा या चटपटा भोजन करना, तनाव, हाज़मे में तकलीफ, भोजन अच्छे से ना चबाना और काफी मात्रा में शराब का सेवन। इसके अलावा एच पाइलोरी नामक बैक्टीरिया के संक्रमण से भी गैस की समस्या होती है। एसिडिटी की दवाई, अतः आपको इस गंभीर समस्या का इलाज निकालना चाहिए। इसका शुरूआती चरण में पता चलने पर तथा उपचार शुरू होने पर आप जल्द ही स्वस्थ हो जाएंगे। भूख न लगना, बदबूदार सांसें, पेट में सूजन, उलटी, बदहज़मी, दस्त आदि गैस के लक्षण हैं।
गैस की समस्या के सामान्य लक्षण :
1. बदहज़मी
बदहज़मी का मुख्य कारण गलत खानपान या अधिक मात्रा में भोजन करना हो सकता है। ज्यादा तेज़ी से खाना खाने पर भी बदहज़मी हो सकती है। शारीरिक और मानसिक तनाव से भी कई बार बदहज़मी हो सकती है। बदहजमी के दौरान पेट में खाना हज़म होने के दौरान अम्ल का उत्पादन होता है। इससे काफी पीड़ा और परेशानी होती है।
2. सीने में जलन
सीने में जलन का मुख्य कारण पेट का अम्ल होता है, जिसके इसोफेगस में आ जाने की वजह से ही यह जलन होती है। इस समस्या के मुख्य लक्षण हैं गले में जलन। इस समय कुछ भी निगलना काफी मुश्किल हो जाता है। कई बार इसकी वजह से कई अन्य गंभीर समस्याएं जैसा दिल के दौरे की समस्या भी हो सकती है। ऐसा होने पर डॉक्टर से सलाह करके कुछ दवाइयां ले लें।
3. पेट में सूजन
इसके अंतर्गत आपके पेट पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। ऐसा देखा गया है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाएं इस समस्या की ज़्यादा शिकार होती हैं। जो लोग कब्ज़ के शिकार होते हैं, उन्हें पेट का सूजन होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है।
4. साँसों की बदबू
साँसों में बदबू का उत्पन्न होना पेट में गैस बनने का एक और लक्षण है। पेट में गैस बनने पर अम्ल पैदा होता है, जो हमारे पेट से ऊपर आकर गले पर अपना प्रभाव छोड़ता है, जिससे बदबू उत्पन्न होती है।
गैस का उपचार :
1. नींबू का रस
एक नींबू निचोड़ें तथा इससे रस निकाल लें। इसमें आधा चम्मच बेकिंग सोडा तथा एक कप पानी मिश्रित करें। इसे तब तक हिलाएं जब तक बेकिंग सोडा पानी में अच्छे से ना घुल जाए। इसे पी लें तथा गैस की समस्या से मुक्त हो जाएं। अगर आपको तुरंत राहत चाहिए तो बेकिंग सोडा का मिश्रण पानी में करें तथा सुबह इसका सेवन खाली पेट में करें।
गैस का उपचार, नींबू का रस निकालें तथा इसे गर्म पानी के साथ मिश्रित करके पी लें। यह आपको दर्द से तुरंत निजात दिलाता है और इसका सेवन आप सुबह सुबह कर सकते हैं। यह घरेलू नुस्खा आपको गैस की समस्या से तुरंत राहत दिलाता है।
2. हर्बल चाय का प्रयोग
क्या आपने कभी हर्बल चाय की मदद से गैस की समस्या दूर होते हुए सुनी है ? गैस का दर्द, पुदीने, रास्पबेरी, कैमोमाइल और जामुन से बनी हर्बल चाय आपके हाजमे को दुरुस्त करने में काफी कारगर साबित होती है। आप अब ऊपर बताये गए किसी भी स्वाद में से एक की हर्बल चाय बनाकर एक बार सुबह और एक बार शाम के समय सेवन करें। परन्तु हर्बल चाय का सेवन करते समय इसे ज़्यादा देर तक आंच पर ना चढ़ाएं, क्योंकि इससे इसके गुण नष्ट हो जाते हैं।
3. हल्दी की पत्तिया
हल्दी की पत्तियो को पीस कर एक गिलास दूध मे मिलाकर रोज पीए।
4. काफी मात्रा में पानी पियें
दिन में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी पियें। इससे आपको गैस की समस्या के साथ ही अन्य कई समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। पानी आपके शरीर से गैस निकालने में . मददगार साबित होता है, क्योंकि यह अधोवायु को बाहर करने में आपकी मदद करता है। इस प्रक्रिया से आपके शरीर की गैस मलोत्सर्ग के भाग में चली जाती है एवं खाली जगहों को भर दिया जाता है।
5. अदरक
अदरक पेट मे गैस नही बनाने देता है खाने के बाद अदरक का एक टुकड़ा रोज चबाए या खाना बनते समय भोजन सम्मग्री मे मिलाए।
6. आलू
आलू का रस निकालकर खाना खाने से पहले पहले रोज 3 बार पीए।
7. उपवास
पेट में गैस का इलाज, 2 या 3 दिन उपवास करे इससे पेट सॉफ और हल्का हो जाएगा और गैस नही बनेगी।
8. लहसुन
लहसुन भी गैस की समस्याओं को ठीक करने का एक बेहतरीन इलाज है। लहसुन को पीस लें तथा इसके साथ काली मिर्च के बीज, धनिया और जीरा मिश्रित करके उबाल लें। इसे कुछ मिनट तक उबाल लें और फिर इससे रस निकाल लें। अब इस मिश्रण को कमरे के तापमान तक आने दें और इसके बाद इसे पी लें। इस मिश्रण का सेवन दिन में दो बार करने से आपको काफी बेहतर परिणाम मिलेगा।
9. दालचीनी
दालचीनी गैस की समस्या से निजात दिलाने वाले सबसे कारगर नुस्खों में से एक है। पानी में दालचीनी डालें तथा इसे उबाल लें। बाद में पानी को ठंडा होने दें तथा इसे पी लें। गैस का आयुर्वेदिक इलाज, अगर आपके पेट में गैस की मात्रा अधिक हो गयी है तो दालचीनी की मात्रा पानी में बढ़ा दें। बाद में इसमें शहद भी मिला लें तथा सुबह नाश्ता करने से पहले इसका सेवन कर लें। इससे आपके स्वास्थ्य में निश्चित ही सुधार आएगा। इस विधि का पालन एक महीने तक करें और निश्चित रूप से गैस की समस्या से छुटकारा पाएं।
10. इलायची
एसिडिटी के उपाय, इलायची मसालो मे आता है और यह पाचन क्रिया मे मदद करता है | दिन मे २-३ बार इलायची चबाए|
11. पुदीना
पुदीना भी गैस की समस्या को ख़त्म करता है पुदीना की पत्तियो को उबाल कर पीए और इस्मे शहद भी मिला सकते है।पुदीना का तेल ठंडे पानी मे मिलाकर पीए।
12. नारियल पानी
एसिडिटी के उपाय, नारियल पानी मे बहुत से विटामिन होते है जो की लाभकारी है। रोजाना नारियल पानी पीने की कोशिश करे।
13. एप्पल साइडर सिरका
एप्पल साइडर सिरका मे गर्म पानी मिलकर पीए। इससे आपको तुरंत आराम होगा। एप्पल साइडर सिरका की बजाए आप सादा सिरका भी डाल सकते है।
गैस की समस्या से बचने के लिए लाल मिर्च,तेल वाला भोजन,माँस,खट्टा भोजन, एल्कोहल,पैयस्ट्रिस से परहेज करे।
पेट में गैस की समस्या का घरेलू इलाज/घरेलू नुस्खे
एसिडिटी का आयुर्वेदिक उपचार – छाछ
छाछ को अजवाइन के साथ मिलाएं और इनका एक मिश्रण बनाएं। आप चाहें तो इस मिश्रण में काला नमक भी मिला सकते हैं। गैस से तुरंत निजात पाने के लिए ये काफी असरदार उपाय है। एसिडिटी का आयुर्वेदिक उपचार, इसके लिए एक कप छाछ में 1 चम्मच काला नमक तथा 1 चम्मच अजवाइन मिलाएं। आप अजवाइन की जगह अजमोद का भी प्रयोग कर सकते हैं। गैस की समस्या से निजात पाने के लिए इसे पियें।
एसिडिटी का घरेलू उपचार – बेकिंग सोडा और नींबू
आजकल सबके घर में बेकिंग सोडा होता है, क्योंकि केक आदि बनाने में यह काफी काम आता है। यह उत्पाद गैस की समस्या दूर करने के भी काफी काम आता है। एसिडिटी का घरेलू उपचार, अगर आप इसमें नींबू और सोडा मिला दें तो यह गैस के लिए एक बेहतरीन औषधि बन सकती है। सबसे पहले एक ताज़े नींबू का रस निकालें और उसे एक गिलास में डालें। अब इसमें बेकिंग सोडा मिलाएं। आपको तुरंत गैस निकलने की फुफकार सुनाई देगी। अब इसमें एक कप पानी तथा थोड़ा और बेकिंग सोडा डालें। एक बार बेकिंग सोडा के अच्छे से घुल जाने पर इसे धीरे धीरे पियें। अगर आप गैस से तुरंत आराम चाहते हैं तो एक गिलास पानी में एक चुटकी बेकिंग सोडा मिला लें।
गैस का उपचार – धनिया
धनिया उन जड़ीबूटियों में से एक है जिसकी सुगंध काफी अच्छी होती है। लोग इसे इसकी खुशबू के लिए अलग अलग व्यंजनों में डालते हैं। आप इसकी खुशबू के अलावा इसका प्रयोग बदहज़मी होने की स्थिति में भी कर सकते हैं। अगर आपके पेट में जलन हो रही हो तो धनिये की पत्तियों को कच्चा खाएं। गैस का उपचार, इसके अलावा आप आधे गिलास छाछ में भुने हुए धनिये के पत्ते डालें।
गैस्ट्रिक का इलाज – काली मिर्च
काली मिर्च का प्रयोग खाने में स्वाद डालने के लिए किया जाता है। आप बाज़ार में मिलने वाले काली मिर्च के बीज को पीसकर भी प्रयोग में ला सकते हैं। लोगों को गैस की समस्या पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कमी की वजह से होती है। एक बार काली मिर्च का सेवन करने पर पेट में हाज़मे की समस्या दूर हो जाती है। गैस्ट्रिक का इलाज, आप इस समस्या को दूर करने के लिए दूध में काली मिर्च मिलाकर पी सकते हैं।
एसिडिटी की दवा है हींग
यह रसोई में पाया जाने वाला हाज़मे के सबसे बढ़िया उपचारों में से एक है। यह साबित हो चुका है कि हींग कब्ज़, उदर वायु, पेट दर्द आदि की स्थिति में काफी राहत पहुंचाता है। एसिडिटी की दवा, आप इसे एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं। हाज़मे की समस्या को जड़ से दूर करने के लिए इस उपाय का प्रयोग दिन में ३ बार करें। अगर आपके पास कोई उत्पाद उपलब्ध नहीं है तो एक गिलास गर्म पानी पीकर भी आप हाज़मा ठीक कर सकते है 

1 टिप्पणी

  1. If you frequently suffer from acidity, drink a glass of lukewarm water every day before going to sleep and immediately after waking up in the morning. Do not drink water during or immediately after a meal though, as it can lead to improper digestion that can contribute to acidity.visit
    http://www.hashmidawakhana.org/acidity-heratburn-natural-treatment.html
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