1. शुक्राणु से जुड़े तथ्य
शुक्राणु का स्वास्थ्य उसके गतिशीलता और आकार पर निर्भर करता है। यह शुक्राणु से जुड़ा केवल एक तथ्य है। यहां हम आपको शुक्राणु से जुड़े दस अहम तथ्यों की जानकारी दे रहे हैं। आइए जानें क्या हैं वे तथ्य-
2, कैलोरी
एक चम्मच में वीर्य में 20 कैलोरी हो सकती हैं। अगर आप बहुत ज्यादा कैलोरी कॉन्शियस हैं, तो यह जानकारी आपके लिए काफी रोचक हो सकती है। इसके साथ ही वीर्य में कुछ मात्रा वसा और कार्बोहाइड्रेट की भी हो सकती है।
3. न्यूट्रीशनल वैल्यू
वीर्य का निर्माण उच्च स्तरीय प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से होता है। लेकिन इसके साथ ही इसमें वसा, जिंक और कैल्शियम भी होता है। अपने शुक्राणुओं का स्तर बढ़ाने के लिए आपको अपने आहार में प्रोटीन की मात्रा बढ़ानी होगी।
4. अवसाद
वीर्य के जरिये अवसाद से निजात पायी जा सकती है। इस बात पर चर्चा नहीं की जाती, लेकिन पुरुष वीर्य का 'उपभोग' करने वाली महिलाओं को अवसाद होने का खतरा कम होता है। वीर्य में मौजूद स्पर्मोफागिया खुशी बढ़ाने में उत्तरदायी होता है।
5. स्तन कैंसर
जीवन में सेक्स की कमी का होना पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का बड़ा कारण होता है। लेकिन, क्या आप यह जानती हैं कि पुरुष वीर्य का 'उपभोग' करने वाली महिलाओं को स्तन कैंसर होने का खतरा भी कम होता है। अपनी सेक्स लाइफ को और बढ़ाने का यह भी एक कारण है।
6. त्वचा की देखभाल
वीर्य में स्पर्मिडाइन होता है। यह तत्व उम्र के असर को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को भी कम करने में मदद करता है। हालांकि यह तत्व कुछ समस्यायें भी पैदा कर सकता है, इसलिए संभोग के बाद हाइजीन होना बेहद जरूरी है।
7. पांच फीसदी वीर्य
स्खलन के दौरान केवल पांच फीसदी वीर्य ही बाहर आता है, इसी कारण कुछ महिलाओं को गर्भधारण में परेशानी हो सकती है। लेकिन, गर्भधारण केवल वीर्य की मात्रा पर ही नहीं, बल्कि शुक्राणुओं के स्तर पर भी निर्भर करता है।
8. वीर्य से एलर्जी
सेक्स के चरम पर पहुंचने के बाद जिन पुरुषों को फ्लू जैसे लक्षण यानी थकान, बुखार और बहती नाक जैसी शिकायत हो, उन्हें वीर्य से एलर्जी होती है। वहीं महिलाओं में योनि में लालिमा अथवा सूजन होना एलर्जी का लक्षण होता है। लेकिन, इसका इलाज संभव है।
9. स्वस्थ वीर्य
स्वस्थ वीर्य के लिए जरूरी है कि आपके अंडकोशों का तापमान शरीर के तापमान से सात डिग्री तक कम हो। तो इसके लिए टांगें मोड़कर न बैठें और साथ ही ज्यादा कसे हुए अंगवस्त्र भी न पहनें।
10. स्खलन न होना
क्या आप जानते हैं कि यदि वीर्य के साथ यदि शुक्राणु बाहर न निकल पायें, तो शरीर इन्हें वापस अवशोषित कर लेता है। यानी शुक्राणु व्यर्थ नहीं जाते।
11. शुक्राणु का जीवनचक्र
शुक्राणु हमारे शरीर में दो से पांच दिन तक बना रहता है। यह पुरुष के मासिक चक्र पर निर्भर करता है।
12. शुक्राणु के प्रकार
पुरुषों के शरीर में तीन तरह के शुक्राणु होते हैं : एक्टिव, स्लगिश और डेड। इसमें से केवल एक्टिव शुक्राणु ही बच्चा पैदा करने में सक्षम होते हैं। शरीर में एक्टिव शुक्राणुओं की संख्या 35 प्रतिशत होती है।
13. मादक पदार्थों का सेवन
शराब का अधिक सेवन करने से शुक्राणुओं की संख्या कम होती है। पुरुषों में एक्टिव शुक्राणुओं की कमी के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार शराब, और अन्य मादक पदार्थों का सेवन है। इसके कारण ही पुरुष बच्चा पैदा करने में असमर्थ हो जाते हैं।
14. सामान्य स्पर्म काउंट
विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्धारित पैमाने के अनुसार सामान्य स्पर्म काउंट 15 से 1oo मिलियन प्रति मिलि लीटर होना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति का स्पर्म काउंट सामान्य है तो उसे पिता बनने में कोई दिक्कत नहीं होती है।
15. तनाव और शुक्राणु
तनाव के कारण भी पुरूषों की स्पर्म काउंटिंग कम हो रही है। एक अध्ययन में पाया गया है कि नौकरी पेशे वाले व्यक्तियों में हर साल शुक्राणुओं की संख्या में लगातार 2 प्रतिशत की कमी आ रही है। यदि ऐसा ही होता रहा तो अनुमान है कि अगले 50 साल बाद दुनिया के 50 प्रतिशत पुरुष बाप बनने के काबिल नहीं रहेंगे।
16. यौन संबंध और शुक्राणु
ज्यादा बार यौन संबंध बनाने और हस्तमैथुन करने से भी शुक्राणुओं की संख्या में लगातार गिरावट आती है। सेक्स संबंध अधिक बनाने से एक्टिव शुक्राणु कम हो जाते हैं।
17. आहार और शुक्राणु
गाजर का रस, बादाम, मशरूम, लहसुन, प्याज, आदि के सेवन से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है। यदि आपकी स्पर्म काउंटिंग कम है तो अपने आहार में इनको शामिल कीजिए।