छुहारा और खजूर के गुण

छुहारा और खजूर के गुण -----------------------------------------
छुहारा और खजूर एक ही पेड़ की देन है और इन दोनों की तासीर गर्म होती है। यह गरीब का गुड़ और अमीर का मेवा है। नारियल और खजूर ही ऐसे पेड़ हैं, जिन्हें वैज्ञानिकों द्वारा ऑल परपज ट्री कहा जाता है। गर्म तासीर होने के कारण सर्दियों में तो इसकी उपयोगिता और बढ़ जाती है। छुहारे की तासीर गर्म होने से ठंड के दिनों में इसका सेवन नाड़ी के दर्द में भी आराम देता है।
छुहारा यानी सूखा हुआ खजूर आमाशय को बल प्रदान करता है। छुहारा के प्रयोग से शरीर हृष्ट-पुष्ट बनता है, शरीर को शक्ति देने के लिए मेवों के साथ छुहारे का प्रयोग खासतौर पर किया जाता है। छुहारे व खजूर दिल को शक्ति प्रदान करते हैं। यह शरीर में रक्त वृद्धि करते हैं। साइटिका रोग से पीड़ित लोगों को इससे विशेष लाभ होता है। खजूर के सेवन से दमे के रोगियों के फेफड़ों से बलगम आसानी से निकल जाता है। लकवा और सीने के दर्द की शिकायत को दूर करने में भी खजूर सहायता करता है। भूख बढ़ाने के लिए छुहारे का गूदा निकाल कर दूध में पकाएं। उसे थोड़ी देर पकने के बाद ठंडा करके पीस लें। यह दूध बहुत पौष्टिक होता है। इससे भूख बढ़ती है और खाना भी पच जाता है।
स्त्रियों के प्रदर रोग में छुआरे की गुठलियों को कूट कर घी में तल कर, गोपी चन्दन के साथ खाने से प्रदर रोग दूर हो जाता है। छुहारे को पानी में भिगो दें। गल जाने पर इन्हें हाथ से मसल दें। इस पानी का कुछ दिन प्रयोग करें, शारीरिक जलन दूर होगी। अगर आप पतले हैं और थोड़ा मोटा होना चाहते हैं तो छुहारा आपके लिए वरदान साबित हो सकता है।
जुकाम से परेशान रहते हैं तो एक गिलास दूध में पांच दाने खजूर डालें। पांच दाने काली मिर्च, एक दाना इलायची और उसे अच्छी तरह उबाल कर उसमें एक चम्मच घी डाल कर रात में पी लें। सर्दी-जुकाम बिल्कुल ठीक हो जाएगा। दमा की शिकायत है तो दो-दो छुहारे सुबह-शाम चबा-चबा कर खाएं। इससे कफ व सर्दी से मुक्ति मिलती है। घाव है तो छुहारे की गुठली को पानी के साथ पत्थर पर घिस कर उसका लेप घाव पर लगाएं, घाव तुरंत भर जाएगा।
अगर शीघ्रपतन की समस्या से परेशान हैं तो तीन महीने तक छुहारे का सेवन आपको समस्या से मुक्ति दिला देगा। इसके लिए प्रात: खाली पेट दो छुहारे टोपी समेत दो सप्ताह तक खूब चबा-चबाकर खाएं। तीसरे सप्ताह में तीन छुहारे खाएं और चौथे सप्ताह से 12वें सप्ताह तक चार-चार छुहारों का रोज सेवन करें।
डायबिटीज में भी 1-2 खजूर का सेवन कर सकते हैं, ब्‍लड शुगर नहीं बढता। खजूर में कोलेस्‍ट्रॉल बिल्‍कुल भी नहीं होता। तो अगर आप डायटिंग कर रहे हैं तो खजूर को बडे़ आराम से खा सकते हैं वो भी बिना डरे हुए। कम रक्तचाप वाले रोगी 3-4 खजूर गर्म पानी में धोकर गुठली निकाल दें। इन्हें गाय के गर्म दूध के साथ उबाल लें। उबले हुए दूध को सुबह-शाम पीएं। कुछ ही दिनों में कम रक्तचाप से छुटकारा मिल जाएगा। रतौंधी खजूर में विटामिन ए और एंटी ऑक्‍सीडेंट तत्‍व पाए जाते हैं, जो कि रतौंधी की बीमारी में बहुत जरुरी माना जाता है। गर्भावस्‍था वे महिलाएं जो गर्भवती भी हैं और एनीमिया से भी लड़ रही हैं, उनके तथा उनके शिशु के लिये आइरन, कैल्‍श्यिम, मैग्‍नीशियम, फास्‍फोरस और सेलीनियम से भरा खजूर खाना बहुत जरुरी है। इसको खाने से खून में हीमोग्‍लोबीन बढ जाता है। ऑस्‍टियोपुरोसिस इन दिनों तो मर्द भी जोडो़ में दर्द की शिकायत करने लगे हैं। हड्डियों में दर्द केवल कैल्‍शियम की कमी की वजह से होता है, तो रोजाना कुछ खजूर खाने से कैल्‍शियम की कमी पूरी हो जाएगी। आंत्र विकार यदि आपको आंत्र विकार है तो आप खजूर खाना शुरु कीजिये क्‍योंकि इसमें कैल्‍शियम, विटामिन बी5, फाइबर, विटामिन बी3, पोटैशियम और कॉपर होता है जो कि इस समस्‍या को दूर करता है। दांत की सड़न रोके दांत का दर्द और उसकी सड़न को खजूर दूर कर सकता है। ऐसा इसलिये क्‍योंकि इसमें फ्लोरीन नामक मिनरल होता है जो कि दांतों की समस्‍या को दूर करता है। कब्‍ज दूर करे जिन लोगो को कब्‍ज की पेरशानी है वे रात को सोने से पहले कुछ खजूर पानी में भिगो दें और सुबह उसे खा लें। खजूर में प्रोटीन, रेशा और पोषण होता है जिससे कब्‍ज की समस्‍या दूर हो जाती है। सर्दियों में सेहत बनाने के लिए इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। रंग साफ करता है। दिल को मजबूत बनाता है।

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