जानिये कितना नमक है आपके लिए जरूरी


नमक हमारे भोजन का स्वाद बढ़ाने का काम करता है। भोजन में अगर नमक न हो, तो इसका स्वाद फीका लगने लगता है। हलक से नीचे ही नहीं उतरता। लेकिन, सवाल यह है कि दिन भर में कितना नमक हमारे लिए जरूरी होता है। ज्यादा नमक न केवल मुंह का स्वाद बिगाड़ता है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी इसे सही नही ठहराया जा सकता। काबिले गौर बात यह है कि आजकल के आहार का अहम हिस्सा बन चुके जंक फूड आदि में नमक की मात्रा काफी अध‍िक होती है और हम इस बात पर गौर ही नहीं कर पाते। इसलिए आपको इस बात की जानकारी होना बहुत जरूरी है कि कितना नमक है आपके लिए जरूरी।

क्‍या आप जानते हैं कि नमक सिर्फ खाने में स्‍वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि हमारी हड्डियों, पसीने और आंसू में भी नमक होता है। या आप यूं कह सकते हैं कि नमक के बिना जीवन बहुत मुश्किल है। लेकिन जब नमक की मात्रा हमारे शरीर में आवश्यकता से अधिक हो जाती है तो यह हमारे लिए जानलेवा हो जाता है।

नमक की जरूरत :

नमक शरीर में पानी के स्तर को नियंत्रित करने के अलावा भी कई काम करता है। पाचन तंत्र को भोजन ठीक तरह से अवशोषित करने के लिए नमक की आवश्यकता होती है। नमक मस्तिष्क की कोशिकाओं से एसिडिटी को बाहर निकालता है। किडनी नमक के बिना ठीक तरह से काम नहीं करती। नमक तनाव, अवसाद और भावनात्मक समस्याओं में भी राहत देता है। यह ब्‍लड में शुगर के स्तर को कम करता है और डायबिटीज से पीड़ित लोगों को इंसुलिन लेने की जरूरत कम पड़ती है। साथ ही मांसपेशियों के सुचारू रूप से काम करने में नमक की अहम भूमिका होती है।

अधिक नमक के नुकसान:

हाइपरटेंशन की समस्‍या 
अधिक नमक खाने से हाइपर टेंशन और हाई ब्लड प्रेशर हो जाता है। लगातार हाइपर टेंशन के बने रहने से हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी की बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती हैं।

मोटापे का बढ़ना 
ज्यादा नमक खाने से रक्त में आयरन की मात्रा कम हो जाने से पेट में एसिडिटी बढ़ जाती है। इससे भूख नहीं लगने पर भी भूख का एहसास होता है। जिससे ज्यादा कैलोरी शरीर में जाती है और हम मोटापे का शिकार हो जाते है।

पेट का कैंसर 
नमक में मौजूद सोडियम अधिक मात्रा में शरीर में जाने से पेट का कैंसर होने की आशंका काफी बढ़ जाती है। सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि नमक का सेवन कम करें।

ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा 
खाने में नमक की अधिकता से टखने में सूजन और मोटापे की समस्या बढ़ती है। इसके कारण हड्डियां पतली होने लगती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा भी बढ़ जाता है।

कितना नमक है जरूरी :

ज्यादा नमक हाई ब्लड प्रेशर और कम नमक लो ब्लड प्रेशर का कारण बनता है। कम या अधिक मात्रा में नमक का सेवन करने से मांसपेशियों में ऐंठन हो जाती है। इसलिए जरूरी है कि नमक की उचित मात्रा का सेवन किया जाये। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, उच्च रक्तचाप के शिकार लोगों को प्रतिदिन 2/3 चम्मच से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए। नमक की इतनी मात्रा से रक्तचाप को नियंत्रित रखा जा सकता है। दूसरी तरफ निम्न रक्तचाप के मरीजों और खिलाड़ियों को डाइट में नमक की मात्रा बढ़ानी चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एक व्‍यक्ति को अपने जीवन के विभिन्न स्तरों पर प्रतिदिन निम्‍‍नलिखित मात्रा में नमक की आवश्यकता होती है-

0-12 महीने : एक ग्राम से कम
1 से 3 साल : 2 ग्राम (0.8 ग्राम सोडियम)
4 से 6 साल : 3 ग्राम (1.2 ग्राम सोडियम)
7 से 10 साल : 5 ग्राम (2 ग्राम सोडियम)
11 साल और उससे ऊपर : 6 ग्राम (2.4 ग्राम सोडियम)

नमक को नियंत्रित करने के उपाय :

अपने भोजन में नमक की मात्रा कम करें साथ ही तला हुआ भोजन और डिब्बाबंद वस्तुओं का सेवन कम करें।साल्टेट मीट, सोया सॉस, चटनी, पापड़, अचार, प्रोसेस्ड चीज, कैचअप, चिप्स, साल्टेड पीनट, पॉपकार्न आदि में अधिक मात्रा में सोडियम होता है, इसलिए इनका इस्‍तेमाल कम से कम करें।  ज्यादा मात्रा में पानी पिएं, ताकि अतिरिक्त सोडियम शरीर से बाहर निकल सके।नमक की जगह नींबू के रस, ऑरेगेनो और तुलसी आदि का इस्तेमाल करें।सेंधा नमक, काला नमक और चाट मसाला आदि का इस्तेमाल भी नियंत्रित तरीके से करें। साथ ही सलाद बिना नमक के खाने की कोशिश करें। सोडियम क्लोराइड की मात्रा को संतुलित करने के लिए अपनी डाइट में ज्यादा पोटैशियम वाली चीजें जैसे ताजे फल और सब्जियों को शामिल करें।

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