हमारे रक्त में दो प्रकार के कण पाए जाते हैं एक सफेद कण और दूसरा लाल कण। जब हमारे शरीर के रक्त में लाल कणों की कमी हो जाती है तब मनुष्य के शरीर में रक्त की कमी हो जाती है जिसे मेडिकल भाषा में एनीमिया के नाम से जानते हैं।
एक स्वस्थ मानव शरीर में कम से कम 20 ग्राम आयरन होना चाहिए, परन्तु शरीर में इसकी अधिकता से भी बहुत से खतरनाक लक्षण पैदा हो सकते हैं। शरीर में आयरन की अधिकता से हीमोक्रोमेटिक रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।
आइए जानते हैं एनीमिया से राहत पाने के घरेलू उपाय:
पालक में बहुत अधिक मात्रा में लौह तथा विटामिन B 12 पाया जाता है। इसके साथ ही पालक में फोलिक एसिड (Folic Acid) भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। अतः पालक खाने से शरीर में खून की कमी को पूरा किया जा सकता है। पालक का सूप बनाकर या पालक के साग को अपने रोज के खाने में शामिल करना लाभकारी होता है।
अनार का सेवन शरीर में हीमोग्लोबिन (Haemoglobin) को बहुत अधिक तेजी से बढ़ाता है। अनार में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा पायी जाती है। इसमें आयरन और कैल्शियम भी उपस्थित होता है। यह रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा को तेजी से बढ़ाकर रक्त संचार को अच्छा करता है। एनीमिया में सुबह खाली पेट अनार का जूस पीना लाभकारी होता है।
बादाम का सेवन खून की कमी को दूर करता है। रोज रात को बादाम भिगोकर सुबह पीसकर दूध में मिलाकर पीने से खून की कमी शरीर में नहीं होती है।
मेथी में पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है। कच्ची मेथी खाने से उचित मात्रा में शरीर को आयरन मिलता है। किशोरावस्था में लड़कियों में होने वाली खून की कमी को दूर करने के लिए मेथी की पत्तियां उबालकर प्रयोग में लाने से बहुत लाभ होता है। मेथी के बीज अंकुरित कर नियमित रूप से खाने से खून की कमी दूर होती है।
सोयाबीन में आयरन के साथ-साथ प्रोटीन भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। एनिमिया में मनुष्य की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है, इसलिए सोयाबीन का दूध बनाकर पीना अधिक लाभकारी सिद्ध होता है।
चुकंदर में आयरन के तत्व बहुत अधिक मात्रा में होते हैं, यह खून में हीमोग्लोबिन का निर्माण कर लाल रक्त कणिकाओं की सक्रियता को बढ़ाते हैं। चुकंदर की पत्तियों को सलाद के रूप में प्रयोग करने से भी रक्त में आयरन कि कमी पूरी होती है।