क्या बार-बार खराब होता है आपका पेट तो अपनाए यह नुस्खे


आपका अच्छा स्वास्थ्य पेट से जुड़ा है क्यों कि आपका पूरा इम्यून सिस्टम इससे प्रभावित होता है अगर आपका पेट खराब रहता हैं और आप इस समस्या से परेशान है रहते , चूंकि आपका पेट आपके मस्तिष्क से जुड़ा है इसलिए इसका स्वास्थ्य आपके मूड, हार्मोन्स, वजन और आपके पूरे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है.

अगर आपका पेट ठीक रहता है तो पाचन से जुड़ी समस्याएँ जैसे उबाक, गैस, डायरिया, फूड एलर्जी, चिंता, तनाव, मूड बदलना, चिड़चिड़ापन, त्वचा की समस्याएं जैसे (एक्जिमा, रोसेएआ), डायबिटीज़, ऑटोइम्यून डीजीज़, नियमित संक्रमण, कम याददाश्त और अटेन्शन डिफ़िसिट/हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर जैसी बीमारियाँ आपसे दूर रहती हैं लेकिन अगर आप इन समस्यों से पीड़ित हैं तो आपको यह सारी परेशानिया हो सकती हैं.

बहुत सी चीजें आपके पेट के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं, आपके पेट को खराब कर सकती हैं और आंतों को भी खराब कर सकती हैं. खान-पान का असंतुलन, ज़्यादा दवाइयाँ लेना, मिनरल्स की कमी और तनाव जैसी चीजें आपके पाचन तंत्र के बैक्टीरिया का संतुलन बिगाड़ सकती हैं.

प्रोबायोटिक्स का सेवन करें:
पेट के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रोबायोटिक्स को अपने आहार में शामिल करें इससे आपके पेट में स्वास्थ्यवर्धक बैक्टीरिया बढ़ेंगे, पाचन ठीक होगा और पोषक तत्वों का अवशोषण होगा. यह बेकार बैक्टीरिया को भी खत्म करते हैं, जिससे शरीर से जहरीले पदार्थ बाहर निकलते हैं, इसीलिए आप दही का सेवन हर रोज़ करे.

खूब पानी पियें:
पाचन तंत्र के लिए पानी बेहद ज़रूरी है इसके लिए आपको चाहिए की आप रोजाना बहुत सारा पानी पिए हमारे शरीर में 60 प्रतिशत पानी है, इससे हमारे गैस्टरोइंटेस्टीनल (जीआई) में कई चीजें काम करती हैं और मूत्र व मल द्वारा जहरीले पदार्थ शरीर से बाहर निकलते हैं.

पानी से खाना विभाजित होता है, जिससे शरीर पोषक तत्वों का अवशोषण करता है. यह दस्त को आरामदायक रखता है और शरीर का पीएच लेवल बनाए रखता है इससे आपके सारे टोक्सिंस बाहर निकल जायेंगे

साबुत अनाज खाएं:
साबुत अनाज में फाइबर, विटामिन, मिनरल्स और पानी की अधिकता होती है इसलिए इनके सेवन से पेट का स्वास्थ्य ठीक रहता है. हर बार खाना खाते समय एक सब्जी ज़रूर खाएं और अपने आपको दुरुस्त रख सके.

सूजन पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें:
जब पेट में सूजन होगी तो पोषक तत्वों और खाने के तत्वों का अवशोषण नहीं होगा, और आप थकान महसूस करेंगे. इसके अलावा सूजन होने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है जिससे पेट का स्वास्थ्य पूरा गड़बड़ा जाता है.

तनाव से दूर रहें:
केवल खाने से पेट में सूजन नहीं होती है  अधिक तनाव से भी पेट में सूजन की स्थिति पैदा हो सकती है और जीआई ट्रैक्ट प्रभावित होता है अगर सूक्ष्म रूप से कहें तो तनाव और सूजन आपके पेट को प्रभावित करते हैं और आपके पेट की सूजन के ज़िम्मेदार बनते हैं.

हर मील से पहले व्हीटग्रास जूस पियें:
फाइटोनियोट्रेंट और अल्कलाइज़िंग तत्व अधिक मात्रा में होने के कारण, व्हीट ग्रास आपके पेट को पोषण देता है और स्वस्थ रखता है. इसके फेनोलिक कंटेन्ट और जैविक रूप से सक्रिय एंजाइम, विटामिन सी, क्लोरोफिल और फाइटोकेमिकल्स के कारण व्हीटग्रास शरीर से जहरीले पदार्थों को निकालता है और पेट में हानिकारक रोगाणुओं को बढ्ने से रोकता है.

ग्रीन टी और अदरक टी लें:
ग्रीन टी पेट के लिए बहुत अच्छी है इसमें बहुत सारे असी गुण पाए जाते हैं जो आपकी इसमें पॉलीफेनोल नामक सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं जिससे पेट में अच्छे बैक्टीरिया बढ़ते हैं और बेकार बैक्टीरिया कम होते हैं.

यह सूजन से लड़ने में मददगार है. यह सब जानते हैं कि अदरक पाचन के लिए बेहतर है. यह आंतों की मांसपेशियों को आराम देतहै जिससे गैस और ऐंठन जैसी चीजें दूर रहती हैं.

लिवर का ध्यान रखें:
अपने लिवर का ध्यान रखें और एल्कोहल का सेवन कम करें अगर अल्कोहल का सेवन आप करते है तो पेट के लिए बहुत खतनाक हैं. एल्कोहल के ज़्यादा सेवन से आंतों से संबन्धित परेशानियाँ होने की संभावना बढ़ जाती है इसलिए इसका सेवन कम करें.

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