पीलिया मे परहेज के बारे में बताने से पहले ये जान लेना जरुरी है की पीलिया होने का में कारण प्रदूषित जल है जी हाँ आपको यकीं नहीं होगा लेकिन ये बात सच है 80% केसों मं ये पाया गया है पीलिया के रोगी की आँखें पिली हो जाती है पेशाब भी पीला आने लगता है और तो और नाख़ून भी पीला हो जाता है यदि आपको लगता है की किसी व्यक्ति में ये सब लक्षण है तो उसे तुरंत पीलिया की जांच करवानी चाहिये क्योंकि पीलिया की यदि समय पर देखभाल ना की जाये तो ये सीधा लीवर पर attack करता है और एक बात आपको बताना चाहता हूँ की हेपेटाईटिस बी का पीलिया रोग में बहुत गहरा संबंध है। समय पर उपचार न मिलने पर हेपेटाईटिस बी लीवर को समाप्त कर देता है और यहां तक कि शरीर में कैन्सर को भी जन्म दे देता है।
पीलिया मे परहेज ही पीलिया से बचाव है
- पीलिया के रोगी को हमेशा तले भुने मिर्च मसाले जैसे खाने से दूर रखना चाहिये और किसी डॉक्टर की मदद से लीवर के लिए कोई लीवर टॉनिक देना चाहिये और जितना हो सके उतनी ठंडी तासीर वाली चीज़े खाने में देनी चाहिये बाजार में खाने पीने वाली वस्तु का पीलिया मे परहेज रखना चाहिये और रोगी को प्रतिदिन गन्ने का जूस और मूली का जूस देना चाहिये
- पीलिया के रोगी को पीलिया होने पर चाय कॉफ़ी बीडी सिगरेट शराब और किसी भी तरह के नशे को तुरंत बंद कर देना चाहिये
- सभी वसायुक्त पदार्थ जैसे घी ,तेल , मक्खन ,मलाई कम से कम १५ दिन के लिये उपयोग न करें।
- दालों का उपयोग बिल्कुल न करें क्योंकि दालों से आंतों में फुलाव और सडांध पैदा हो सकती है। लिवर के सेल्स की सुरक्षा की दॄष्टि से दिन में ३-४ बार निंबू का रस पानी में मिलाकर पीना चाहिये।
- पीलिया के रोगियों को मैदा, मिठाइयां, तले हुए पदार्थ, अधिक मिर्च मसाले, उड़द की दाल, खोया, मिठाइयां नहीं खाना चाहिए।
- किसी भी गन्दिगी वाली जगह पर ना तो जाना चाहिये और ना ही वहां किसी रेहड़ी या किसी दूकान से कोई सामान खरीदना चाहिये
- सड़े गले फल का सेवन नहीं करना चाहिये
- किसी भी तरह का कोई काम नहीं करना चाहिये चाहे वो आँखों का हो या शारीरिक पूरा आराम करना चाहिये
- जब तक पानी उबला हुआ ना हो उसके सेवन से बचना चाहिये
- किसी भी खुले पड़े खाने के सामान का सेवन नहीं करना चाहिये
- हर प्रकार के सफ़र से बचना चाहिये
- खाना खाने शौच जाने पेशाब जाने के तुरंत बाद साबुन से अच्छी तरह हाथ धो लेने चाहिये
- सोने के बिस्तर और पहनने के कपड़े हमेशा साफ़ सुथरे ही पहने मैले वस्त्र बिल्कुल भी नहीं पहनने चाहिये
- कोशिश करनी चाहिये की लिक्विड आहार ज्यादा मात्रा में लें गरिष्ठ भोजन से बचना चाहिये ज्यादा बोलने से भी परहेज़ करना चाहिये
- धूप में बैठना और घूमना नहीं चाहिये यदि आप चाहे तो उगते हुए सूरज की किरणे सारे शरीर पर ले सकते है वो भी सिर्फ 5-10 मिनट वो आपको फायदेमंद रहेगी
पीलिया मे परहेज के बारे में आपको बताने की जरुरत इसलिए पड़ी की अधिकतर पीलिया मे परहेज कोई नहीं करता और बीमारी को बड़ा लेते हैं और डॉक्टर से दवाई बदलने के बात पर जोर देते हैं या डॉक्टर ही बदल लेते हैं ये बड़े बजुर्गों ने भी कहा है पीलिया की दवाई से अच्छा पीलिया मे परहेज ही जो आपको सेहतमंद करने में आपकी मदद करेगा