आज हम आपको कब्ज की परेशानी दूर करने के कुछ बड़े ही आसान उपाय बता रहे हैं, जिन्हें अपना कर आप इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। आइये इसके बारे में हम विस्तार से जानते हैं।
कब्ज क्या है?
कब्ज एक ऐसी स्थिति है जिसमे व्यक्ति का पेट ठीक से साफ नहीं होता है और मल त्याग करते समय कष्ट भी होता है। कब्ज से पीड़ित व्यक्ति आम लोगों की तुलना में कम बार शौच करता है। जहाँ आम तौर पर लोग दिन में कम से कम एक बार शौच करते हैं वहीँ कांस्टीपेशन का मरीज ३ या उससे भी ज्यादा दिनों तक मॉल त्याग नहीं कर पाता। इस कारण से उसका पेट भार-भारी रहता है और भोजन में भी अरुचि हो जाती है। कब्ज के कारण कुछ लोगों को उल्टी भी हो जाती है और सर में दर्द भी बना रहता है।कब्ज के लक्षण क्या-क्या हैं?
- ठीक से मल त्याग ना होना या पेट ना साफ़ होना
- मल त्याग करने में तकलीफ होना
- स्टूल (टट्टी/मल) का बहुत हार्ड और कम मात्रा में होना
- बार-बार ऐसा लगना कि अभी थोड़ा और मल त्याग करना चाहिए
- पेट में सूजन या दर्द होना
- उल्टी होना
कब्ज होने के कारण
- जन ग्रहण करने में अनियमितता
- बासी भोजन करना
- अति विश्राम / कम शारीरिक श्रम
- मानसिक तनाव / टेंशन
- अधिक चिकनाई वाला भोजन
- आंतों की कमजोरी
- कम पानी पीना
- धूम्रपान / कैफीन द्रव्यों का सेवन
- खाना खाते समय अधिक जल ग्रहण करना
- स्वभाव में अधिक उग्रता
- गरम मसाले वाले तथा अधिक तैलीय खाना खाना
कब्ज दूर करने के आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय
- त्रिफला चूर्ण दो चम्मच हल्के गरम पानी में घोल कर नित्य रात्रि में सोते समय लेने से कब्ज की तकलीफ में तुरंत राहत मिलती है।
- थोड़े गरम दूध या पानी के साथ हरड़, बहेड़ा, और आंवला का समान मात्रा में तैयार किया हुआ चूर्ण रात्री में सोने के पहले रोज लेने से कब्ज की बीमारी दूर होती है।
- कब्ज़ की तकलीफ दूर करने के लिए मुनक्का एक असरदार उपाय है। आठ से दस मुनक्का गरम दूध में उबाल कर नित्य सेवन करने से पेट को राहत मिलती है। और मल सरलता से त्याग हो जाता है।
- पपीता पेट ठीक करने में काफी लाभदायक होता है।
- सेब तथा अंगूर खाने से भी पेट साफ आता है। सेब का ज्यूस काफी उपयोगी होता है। सेब का ज्यूस पीने से आंतों की अंदरूनी सतह पर बदबू और संकमण नाशक परत का सर्जन हो जाता है। और सेब का नित्य सेवन अन्य कई बीमारियों से रक्षण प्रदान करता है।
- आंवला का चूर्ण कब्ज़ को जड़ से मिटा देता है। आंवला का चूर्ण रात्री में सोने से पहले अति गुणकारी है।
- आंवला कई तरह से ग्रहण किया जा सकता है। आप इसका जूस पी सकते हैं। आंवला को सूखा कर चूर्ण बनाया जा सकता है। और आंवला की चटनी भी बना कर खायी जा सकती है।
- आंवला के मुरब्बे को खाने के बाद ऊपर दूध पीने से कब्ज में राहत हो जाती है।
- टमाटर खाने से भी कब्ज़ खत्म हो जाता है। खाने के साथ सलाद में कच्चा टमाटर खाना लाभदायी होता है।
- टमाटर का सूप भी पिया जा सकता है। टमाटर जिद्दी आंतों में जमे पुराने मल को साफ करने का सटीक उपाय है।
- बैंगन की सब्जी, चोलाई की सब्जी, पालक की सब्जी, आम, चने, दूध और शहद का मिश्रण मल त्याग वृति को सरल बनाता है।
- आम का रस निकाल कर पीना उत्तम होता है और उसके ऊपर हल्का गरम दूध भी पीना चाहिए।
- तांबे के बर्तन में एक चुटकी नमक डाल कर पानी रात भर ढक कर रख कर सुबह में उस पानी को पीने से कब्ज में राहत हो जाती है।
- हल्के गरम गुनगुने पानी में चुटकी भर नमक मिला कर सोने से पूर्व पीने से भी आंते साफ रहती है। और अशुद्ध जमा हुआ मल शौच के समय आसानी से निकल जाता है।
- एक चम्मच अरंडे का तेल जीभ पर नमक लगा कर रात को पी जाने / निगल जाने से मल साफ आता है।
- गिलोय का गुड मिश्रित चूर्ण कब्ज़ में राहत देता है।
- सब्जी पकाते समय उसमे लहसुन का प्रयोग करने से कब्ज की सम्भावना कम हो जाती है। लहसुन पाचन शक्ति वर्धक और गैस का शत्रु है। इसलिए लहसुन का सेवन नित्य करना चाहिए।
- फूलगोभी, गाजर, पालक, घी, और बड़ी इलायची कब्ज की परेशानी में राहत देते हैं।
- गाजर का रस निकाल कर पीना कब्ज में लाभदायक है।
- काकजंघा और घी का मिश्रण नित्य पीने से उदर रोगों का नाश होता है।
- पका हुआ लाल खरबूजा और तरबूज पेट को साफ करने में मदद करता है।
- बथुआ की सब्जी शक्ति वर्धक और कब्ज नासक बताई गयी है।
- मसूर की दाल कब्ज़ में राहत देती है।
- मूंग और चावल की ढीली गरम खिचड़ी खाने से भी पेट साफ आता है।
- पीपल के पत्तों क काढ़ा पीने से भी कब्ज मिटता है। पीपल के लाल चटक फल खाने से भी कब्ज में राहत मिलती है।
- कब्ज़ में दहीं क सेवन भी फायदेमंद रहता है।
- गाय का दूध पीने से भी कब्ज मिटताहै।
- दूध में काली मिर्च के तीन से पाँच दाने मिला कर साबुत निगल जाने से भी कब्ज दूर होता है।
- दूध में गुलकंद मिला कर, या दूध में मुनक्का मिला कर पीने से भी कब्ज खत्म हो जाता है।
- नीम कड़वा होता है और संक्रमण नाशक होता है। नीम के फूलों को सूखा कर पीस कर उसका चूर्ण बनाना चाहिए और उसे नित्य सोते समय पानी के साथ लेना चाहिए।
- करेले के रस में सेधानमक नमक और जीरा मिला कर पीने से भी कब्ज रोग में राहत होती है।
- कच्चे शलगम खाने से भी पेट साफ आता है।
- धनिया कब्ज तोड़ने में मदद करता है धनिये की चटनी भी लाभदायी होती है।
- त्रिफला, अजवायन और सेधानमक क समान मात्रा वाला मिश्रण रात को सोते समय एक चम्मच गरम पानी के साथ रोज लेने से कब्ज में राहत हो जाती है।
- अदरख, लौंग और सौंठ कब्ज़ मिटाने के राम बाण इलाज है। अदरख क रस शहद में मिला कर पीना लाभ दायी होता है।
- सौंठ अजवायन और काला नमक समान मात्रा में मिश्रित कर के मिश्रण तयार कर लें और एक चम्मच सुबह और एक चमच सोने के पूर्व पानी के साथ लेना कब्ज मिटाता है।
- लौंग अजवायन, काली मिर्च, लाहौरी नमक और मिश्री को समान मात्रा में निकाल कर पीस लें और उसमे नींबू निचोड़ कर सुखाने सुखाने के लिए रख दें। इस मिश्रण को गरम पानी के साथ लेने से पेट की तकलीफ़ों में राहत हो जाती है।
- दूध और गुलकंद मिला कर पीने से कब्ज मिटता है।
- नींबू अदरख और शहद क मिश्रित रस आंतों को साफ कर देता है। और कब्ज की शिकायत दूर करता है।
- अमरूद खाने से कब्ज नहीं होता है। और अमरूद खाने के बाद ऊपर से दूध पीने से पुराने कब्ज की तकलीफ चुटकियों में दूर होती है।
- सौंठ, दाल चीनी का तेल, इलाईची और और जीरा समान मात्रा में मिला कर पीना कब्ज में लाभदायी होता है।
- दालचीनी क तेल और शक्कर / चीनी मिला कर पीने से भी कब्ज दूर होता है। यह चूर्ण अजीर्ण की तकलीफ में राहत देता है।
- तुलसी के पत्ते, अनार, लीची, काजू, मटर, खीरा, बादाम, खजूर, पका केला दही के साथ, हींग, गेहूं के पौधे क रस, संतरा, मेथी, गौमूत्र, केसर, अंजीर, दूध और अंजीर, मूली का रस, मूली के हरे पत्ते, मूली के बीजो का चूर्ण और कच्चा प्याज आदि चीजें पाचन शक्ति अनुसार ग्रहण करने से कब्ज की तकलीफ दूर होती है।