सामान्यतः महिलायों का यें मानना होता है कि गुप्तांगों या बगलों या फिर पुरे शरीर के बाल बेकार अर्थात् अवांछित होते है, विशेषकर जब बात फैशन की हो, परन्तु वास्तविकता कुछ और है, वास्तव में यें बाल हमारे कोमल अंगों की सुरक्षा का काम करते है. बगलों के बाल सर्दियों में उसके आस-पास की त्वचा को गर्मी प्रदान करते है. गर्मियों में बगल में पसीना अपेक्षाकृत ज्यादा आता है क्यूंकि पुरे दिन में हमारे द्वारा हाथ या बांह का प्रयोग/संचालन ज्यादा होता है. यें बाल पसीना सोखने का भी काम करते है.
यदि गुप्तांग की बात की जाए तो यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि यहाँ की त्वचा कितनी कोमल होती है. गुप्तांग की नाजुकता व कोमलता किसी से छुपी नहीं है. यहाँ पर हलकी सी चोट लगने पर भी व्यक्ति के प्राणों पर बन आती है, अर्थात व्यक्ति के प्राण भी ले सकती है. इसलिए गुप्तांग की सुरक्षा के लिए ही प्रक्रति ने इस पर बालों की गद्दी बनाई है, जो हमारे गुप्तांगों की रक्षा करते है.
हाँ, गर्मियों के दिनों में पसीने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है, ऐसे में इस परेशानी के बचने के लिए आप इन बालों को साफ कर सकती है. परन्तु गुप्तांगो के बाल साफ करने के लिए आप हेयर रेमुविंग क्रीम का ही प्रयोग तो अधिक बेहतर होगा.
गर्मियों के मौसम में जब कभी आप बिना बाजू के ब्लाउज या कोई अन्य परिधान पहने तो इस बात का अवश्य ख्याल रखे कि बगलों के बाल साफ़ हों, फिर आप निसंकोच स्लीव लेस परिधान पहन सकती है, और तब ये आपकी फैशन व अभिरुचि का परिचय भी देगा.
क्यों रखें बगलों और गुप्तांगों के बालों की सफाई का विशेष ध्यान?
पुरुषों के चेहरे, बगलों, छाती और गुप्तांगों पर बाल होते हैं और पुरुष इन्हें लेकर चिंता में नहीं रहते बल्कि दाढ़ी-मूँछ इत्यादि को अक्सर बढ़ा कर भी रखते हैं. लेकिन महिलाएँ अपने चेहरे, बगलों और शरीर के अन्य भागों पर बालों से परेशान रहती हैं और इन्हें साफ करती रहती हैं. सामान्यतः महिलायों का यें मानना होता है कि गुप्तांगों या बगलों या फिर पुरे शरीर के बाल बेकार अर्थात् अवांछित होते है,
विशेषकर जब बात फैशन की हो, परन्तु वास्तविकता कुछ और है, वास्तव में ये बाल हमारे कोमल अंगों की सुरक्षा का काम करते है. बगलों के बाल सर्दियों में उसके आस-पास की त्वचा को गर्मी प्रदान करते है. गर्मियों में बगल में पसीना अपेक्षाकृत ज्यादा आता है क्यूंकि पुरे दिन में हमारे द्वारा हाथ या बांह का प्रयोग/संचालन ज्यादा होता है. यें बाल पसीना सोखने का भी काम करते है. अत: ऐसा मानना गलत होगा कि हमारे शरीर पर इनका कोई उपयोग या काम नहीं है
पसीने के कारण हाथों के आस-पास की त्वचा में दुर्गन्ध रम जाती है, जिससे ना केवल हमे बल्कि हमारे साथ रहने वालों को भी परेशानी होती है और सामने वाले पर हमारा अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता. इसीलिए आवश्यक है कि रोजाना नहाते समय बगल को भी साबुन लगाकर अच्छे से साफ़ करें ताकि बगल में मैल व दुर्गन्ध बसी न रहे.