पेट के कीड़ों को मार देती है हल्दी, नीम से मलेरिया हो जाता है ठीक-जानें ऐसे ही अचूक देशी उपाय


बारिश का मौसम खुशियों की फुहार लेकर आ गया है। बारिश का मौसम किसे पसंद नहीं होता और हो भी क्यों ना इतनी गर्मी के बाद राहत जो लाता है। लेकिन यह बूंदें अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आती है। जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक है। बारिश के मौसम में हमे कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है जैसे- सर्दी, जुखाम, दस्त, फूडपॉइजनिंग आदि जिनसे आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। ऐसे में आप अपने खानपान के तरीके में कुछ चीजे शामिल कर सकते है जिससे आपकी सेहत भी बनी रहेगी और साथ ही आप बरसात के मौसम का मजा भी ले पाएगे।

स्वस्थ रहने के घरेलू उपाय-

हेल्दी हल्दी - हल्दी हमारे खाने के मसाले के रूप में तो उपयोग होती ही है साथ ही उसमें ऐसे गुण होते है जो हमारे कई मर्जो की दवा का काम भी करती है। 

1.त्वचा संबंधी रोगों तथा पेट के कीड़ो को खत्म करने में हल्दी फायदेमंद होती है। 
2. घाव लगने पर हल्दी एंटीसेप्टिक का काम करती है। घाव लगने पर अगर हम उस जगह को अच्छी तरह साफ पानी से धोकर उस पर हल्दी का लेप लगा ले तो उससे घाव जल्दी ठीक हो जाता है। 
3.खंासी और जुखाम से राहत पाने के लिए 1 ग्लास गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीए।


तुलसी करे रोग दूर- तुलसी का पौधा बहुत गुणकारी और लाभदायक होता है। यह पौधा कई रोगों को हमसे दूर रखता है। 
1.गले में खराश होने पर तुलसी के पत्तों को पानी में डालकर गरारे करें लाभ जल्दी होगा।
2.तुलसी के पत्तों के पाउडर को इलायची के पाउडर के साथ मिलाकर लेने से बुखार कम होता है।
3.सांस संबंधी समस्याओं और छोटी पथरी होने पर तुलसी के पत्तों का नियमित सेवन लाभकारी है। 
4.तुलसी के पत्तों को चाय में डालकर पीने से सर्दी खांसी से राहत मिलती है। 


औषधीय गुणों से भरपूर है करेला- करेले को अपने आहार में शामिल करें। कई औषधीयों के गुणों से भरपूर होता है करेला।
1.बारिश के मौसम में अक्सर पेट से संबंधी परेशनियां उतपन्न होती है। ऐसे में करेले का सेवन करें लाभ मिलेगा।
2.डायबटीज के मरीजो को करेले के जूस का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। डायबटीज के लिए करेला अमृत का काम करता है। 
3.करेले में विटामिन ए , बी और सी की मात्रा अधिक होती है। बरसात के मौसम में करेले का जूस कई त्वचा रोगों को दूर करता है।


नीम करे बीमारियां दूर - यूं तो नीम कड़वा होता है लेकिन कई बीमारियों को दूर रखने की क्षमता रखता है। प्राचीन काल से ही नीम को गुणकारी माना गया है।
1.मलेरिया होने पर नीम के पत्तों को पानी में उबालकर उस पानी से सिकाई करने से फायदा होता है। 
2.दांत दर्द या मुंह में इनफेक्शन होने पर नीम के पानी का गरारा करें आराम मिलेगा।
3.नीम की पत्तियों और छाल का उपयोग तव्चा संबंधी समस्याओं को दूर करता है।

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