हम सब स्वस्थ होना चाहते हैं लेकिन कभी-कभी खानपान की गड़बड़ी से गैस्ट्रिक की समस्या हो जाती है. एसिडिटी हो जाती है. ऐसे में योग आपके लिए बहुत ही लाभकारी है. यदि आप नियमित योगाभ्यास करते हैं तो एसिडिटी एकदम छूमंतर हो जाएगी और आप बिल्कुल स्वस्थ रहेंगे.
व्रजासन करने के लिए घुटनों के बल बैठिए और पैर एक-दूसरे पर क्रॉस करते हुए ऐसे टिकाएं कि एडि़यां खुली रहें. खुली हुई एड़ियों पर हिप्स को टिका दें. कमर को सीधा रखें और हाथों को घुटनों पर टिकाएं. इस स्थिति में सांस एकदम सामान्य रहेगी. भोजन के बाद इस स्थिति में बैठने से एसिडिटी की समस्या नहीं होगी.
इसके साथ ही वायुमुद्राभ्यारस भी करें. यदि दफ्तर में आप वज्रासन में नहीं बैठ सकते तो करें वायुमुद्राभ्यास. इसमें पहली उंगलियों को मोड़कर अंगुठे पर टिका दें और अंगुठे को अंगुली के ऊपर रखें इससे आपको प्रेशर महसूस होगा. इस स्थिति में बाकी तीन-तीन अंगुलियां एकदम सीधी रहेंगी. अपने हाथों को घुटनों पर टिका दें. हथेलियां आकाश की और रहेंगी. ऐसा करने से भी गैस्ट्रिक की समस्या आसानी से दूर होगी.
इसके साथ ही रोजाना नींबू-पानी का सेवन दो से तीन बार करें. छोटी हरड़ अपने साथ रखें. जब भी आप भोजन करें उसके बाद एक छोटी हरड़ मुंह में डाल लें. इन छोटे-छोटे टिप्स से आप एसिडिटी को आसानी से दूर भगा सकते हैं.