फ्रिज का ठंडा पानी पीने के ये नुकसान जान , इसे दोबारा पीने के बारे में भी कभी नहीं सोचेगे आप !


गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है. ऐसे में कुछ लोग अपनी गर्मी दूर भगाने के लिए ठंडे पानी का ही इस्तेमाल करते है. कई बार जब हम बाहर धूप से आते है, तो सीधे घर आकर फ्रिज का ठंडा पानी ही पीते है. मगर हम आपको बता दे कि इस तरह फ्रिज का ठंडा पानी पीना आपके लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है, जी हां वैसे भी जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है, लोगों ने चुस्की और आइसक्रीम खाना शुरू कर दिया है. अभी तो सिर्फ गर्मी शुरू ही हुई है, तब ये हाल है.

मगर जब जेठ की तपती गर्मी आएगी, तब पता नहीं क्या हाल होगा. तब लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए फ्रिज का ठंडा पानी ही पीयेंगे. जब कि ये गलत है. हमें कभी भी इतना ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए. इसके इलावा यदि आप धूप में खेल कर या धूप में काम करके घर वापिस आए तब तो बिलकुल ठंडा पानी न पीये. आपको बता दे कि ठंडा पानी पीने से नुकसान तो होते ही है, पर भविष्य में जाकर ये नुकसान काफी घातक भी सिद्ध हो सकते है. तो चलिए हम आपको बताते है, कि आपको किन समयो पर ठंडे पानी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

सबसे पहले आप इन बातों पर गौर कीजिए. क्या आप खाना खाते समय ठंडा पानी लेकर बैठते है? क्या आप गर्मी में तुरन्त कही से बाहर आकर ठंडा पानी पीते है? अगर आपको ज्यादा गर्मी लगती है, तो क्या बर्फ का ठंडा पानी निकाल कर पीने लगते है? अब यदि इन सभी प्रश्नों में से आपका किसी सवाल को लेकर जवाब हां है तो, आप खुद अपने शरीर को नुकसान पहुंचा रहे है. इसके साथ ही भविष्य में कई बीमारियों को भी न्यौता दे रहे है. ऐसे में यदि आप भविष्य में होने वाली बीमारियों से बचना चाहते है, तो आपको अभी सचेत होने की जरूरत है. इसके इलावा बर्फ के ठंडे पानी से क्या नुकसान हो सकते है, इसके बारे में भी आपको जानने की जरूरत है.

पाइल्स और आंत के रोग- ये बहुत कम लोग जानते है, कि इस बीमारी का कारण बर्फ का ठंडा पानी भी हो सकता है. अब इसके लिए आप फ्रिज में रखी ठंडी मिठाई का उदाहरण भी ले सकते है. जिस तरह फ्रिज में रखी मिठाई जम जाती है. ठीक वैसे ही ठंडा पानी भी शरीर में मल को जमा देता है. जो अंत में जाकर पाइल्स और बड़ी आंत सम्बन्धी कई बीमारियों का कारण बनता है. इससे मल भी कठोर हो जाता है. जिस वजह से शरीर को काफी नुकसान होता है.

इससे कैलोरी अधिक बर्न होती है- आपको बता दे कि लगातार ठंडा पानी पीने से शरीर की कैलोरीज अधिक बर्न होती है और पाचन शक्ति में भी बाधा आती है. माना कि कैलोरी बर्न करना अच्छी बात है, पर इसके लिए हमें अपनी पाचन शक्ति को कष्ट देने की जरूरत नहीं है. वो इसलिए क्योंकि कैलोरी बर्न करने के और भी कई तरीके है. वैसे आपको बता दे कि ठंडा पानी पीने के बाद शरीर को खाना पचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है. तब जाकर कैलोरी बर्न होती है.

इससे पाचन शक्ति कमजोर होती है- इसके इलावा ठंडा पानी आपके भोजन की पाचन प्रक्रिया में भी बाधा उत्पन्न करता है. दरअसल ठंडा पानी पीने से शरीर की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती है. जिससे पाचन की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है. ऐसे में भोजन की पाचन क्रिया सही तरीके से नहीं हो पाती. इससे भोजन के पोषक तत्व भी या तो खत्म हो जाते है या फिर शरीर द्वारा ठीक से ऑब्ज़र्व नहीं हो पाते. इसके इलावा दूसरा कारण ये है, कि खाने के दौरान लार ग्रन्थि से ज्वलनशील गैस निकलती है. जो खाना पचाने में सहायक होती है. वही ठंडा पानी पीने से ये ज्वलनशील गैस निकलनी बन्द हो जाती है. जिससे पाचन क्रिया बाधित होती है.

इससे सारे पोषक तत्व हो जाते है खत्म- गौरतलब है, कि ठंडा पानी पीने से शरीर में जाने वाले खाद्य पदार्थ के सभी पोषक तत्व नष्ट हो जाते है. आपको बता दे कि सामान्य तौर पर इंसान के शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक होता है. ऐसे में जब आप कोई ठंडी चीज पीते है, तो इससे आपका शरीर भी पूरी तरह ठंडा हो जाता है. ऐसे में शरीर के तापमान के साथ वस्तु के तापमान को सामान्य स्तर तक बिठाने के लिए शरीर को एक्सट्रा ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है. हमारा शरीर ये ऊर्जा भोजन के पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए खर्च होने वाली ऊर्जा में से लेता है. जिससे शरीर खाद्य पदार्थ से सही तरीके से पोषक तत्व अवशोषित नहीं कर पाता.

सर्द गर्म- कही बाहर से आने के बाद यदि व्यक्ति डायरेक्ट ठंडा पानी पीता है तो इससे व्यक्ति के श्वसन तंत्र में म्यूकोसा को नुकसान पहुंचता है. आपको बता दे कि यही श्वसन की सुरक्षात्मक परत होती है. ऐसे में जब यह परत संकुलित हो जाती है, तो आपका श्वसन तंत्र भी अनावृत हो जाता है. जिससे ये बाहरी संक्रमणो की चपेट में जल्दी आ जाता है. ऐसे में सर्द गर्म की समस्या इंस

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