अमरूद की तासीर शीतल होती है। अमरूद पेट के अनेक विकार दूर करता है। इस भोजन के बाद खाने से कब्ज, अफारा व मंदाग्रि की शिकायत नहीं होती। यह सर्दी-जुकाम में अमरूद के बीजों का चूर्ण पानी के साथ लेने से आराम मिलता है। अमरूद में विटामिन सी अधिक होने से भी अनेक बीमारियों में फायदा होता है।
1- अमरूद के पत्तों को चबाने या इसके पत्तों के काढे में फिटकरी मिलाकर कुल्ला करने से दांतों का दर्द दूर हो जाता है।
2-अमरूद कृमिनाशक भी है, छोटे बच्चों के पेट में कीडे हों, तो अमरूद के साथ शहद मिलाकर देने से कीडे नष्ट हो जाते हैं।
3- अधपके ताजा अमरूदों कोपानी में भिगोकर चाशनी में डालकर बनाया हुआ मुरब्बा खाने से आंव की शिकायत दूर हो जाती है।
4- कब्ज होने पर खाली पेट नियमित कुछ दिनों तक पके अमरूद का सेवन करने से कब्ज की शिकायत दूर हो जाती है।
5- अमरूद को काटकर उस पर काला नमक और कालीमिर्च का चूर्ण डालकर खाने से अफारा रोग दूर होता है तथा पाचन क्रिया सुधरती है।
6- रात को सोते वक्त अमरूद के पत्तों को पीसकर पुल्टिस बनाकर बांधने से आंखों को दर्द, सूजन तथा लाली दूर होती है।