मां के दूध को बढ़ाएं : मेथी के दानों का सेवन करने से मां के शरीर में ज्यादा दूध बनता है क्योंकि मेथी में भरपूर मात्रा में डाईसोजेनिन होता है जिससे दूध ज्यादा मात्रा में बनता है।
प्रसव में राहत दिलाएं : मेथी के सेवन से गर्भाशय इस प्रकार का हो जाता है कि बच्चे के जन्म में महिला को कम पीड़ा होती है। इसके सेवन से प्रसव दर्द कम हो जाता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान मेथी का सेवन गर्भपात का कारण भी बन सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दिनों में मेथी न खाएं तो बेहतर होगा।
महिलाओं सम्बंधी समस्याएं दूर करें : मेथी के सेवन से महिलाओं के शरीर को सभी आवश्यक तत्व मिल जाते है जो मासिक धर्म की समस्या को दूर कर देते है। पीएमएस, मासिक धर्म के दौरान होने वाला दर्द आदि भी इसके सेवन से दूर हो जाता है। गर्भावस्था और पीरियड्स के दौरान इसका सेवन काफी लाभप्रद होता है।
स्तनों को सही आकार में लाएं : अगर किसी भी महिला के स्तनों का आकार सही नहीं है तो उसे मेथी को अपनी नियमित खुराक में शामिल करना चाहिये। मेथी के सेवन से महिलाओं के ब्रेस्ट सम्बंधी हारमोन्स संतुलित रहते है।
कोलेस्ट्रॉल घटाएं : अध्ययन के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर मेथी का सेवन करना चाहिये, इससे बढ़ता कोलेस्ट्रॉल घटता है या स्थिर हो जाता है।
कार्डियोवस्कुलर खतरे को कम करें : मेथी का सेवन करने से कार्डियोवस्कुलर सम्बंधी समस्या दूर हो जाती है। इसके सेवन से हार्टअटैक का खतरा काफी कम हो जाता है। इसमें पौटेशियम भरपूर मात्रा में होता है। इसके सेवन से हार्टरेट और ब्लड़प्रेशर भी कंट्रोल में रहते है।
डायबटीज को नियंत्रण में लाएं : मेथी का सेवन करने से डायबटीज यानि मधुमेह की समस्या नहीं होती है। इसमें गेलाक्टोमेनोन नामक फाइबर होता है जो मेथी में भरपूर मात्रा में पाया जाता है, यह शरीर में सुगर की कम मात्रा को अवशोषित करता है, जिससे शरीर में एसिड कम बनता है और इंसुलिन की मात्रा बढ़ती है।
पाचन दुरूस्त करे : मेथी के बीज का सेवन करने से शरीर के हार्मफुल टॉक्सिन बाहर निकल जाते है। इसके सेवन से पाचन क्रिया भी दुरूस्त रहती है।
जलन होने पर या एसिड बनने पर राहत दिलाएं : खाना बनाने के दौरान मेथी के बीजों का उपयोग करने से सीने में होने वाली जलन शांत हो जाती है और पेट और आंत भी दुरूस्त रहता है। लेकिन इसका सेवन करने से पहले इसे पानी में अवश्य भिगो लें और बाहरी परत निकाल लें।
बुखार और गले के छालों को सही करें : बुखार आने पर और गला पकने पर भी मेथी का सेवन लाभप्रद होता है। इसके बीजों के साथ शहद और नींबू का भी सेवन करें जिससे और अधिक लाभ होगा। गले में अधिक खराश और खिचखिच होने पर भी मेथी लाभदायक होती है।
पेट के कैंसर : मेथी के दानों में फाइबर सामग्री जैसे- सापोनिन्स, म्यूसिलेज आदि होता है जो शरीर में स्थित विषाक्त पदार्थो को बाहर निकाल देता है और पेट में कैंसर जैसी गंभीर समस्या होने पर आराम दिलाता है।
भूख कम होने से वजन कम होने की समस्या को दूर करें : अगर भूख कम होने से शरीर का वजन कम हो जाता है तो मेथी के बीज खाने से यह समस्या दूर हो जाती है। बस इन्हे रात को भिगो दें और सुबह उठकर खाली पेट खा लें। इससे पेट में आने वाली सूजन और अन्य समस्याएं भी दूर हो जाती है। इसके सेवन से पाचन क्रिया भी दुरूस्त रहती है।
त्वचा सम्बंधी रोगों को दूर करें : त्वचा सम्बंधी किसी भी प्रकार का रोग होने पर जैसे - जल जाना, खुजली होना आदि को मेथी के बीज क पेस्ट लगाकर ठीक किया जा सकता है। इससे त्वचा सम्बंधी कई अंदरूनी विकार भी दूर हो जाते है।
सौंदर्य उत्पाद : मेथी के बीजों से बने फेसपैक से ब्लैकहेड्स, पिम्पल और झुर्रियां आदि भी सही हो जाती है। अपने चेहरे को गुनगुने पानी से धोएं और उसके बाद मेथी के बीजों से बना फेसपैक पेस्ट लगा लें और 20 मिनट के लिए लगा हुआ छोड़ दें। बाद में चेहरा अच्छी तरह धो लें।
बालों की समस्या दूर करें : बालों में चमक लाने के लिए मेथी के दानों को एक रात पहले भिगो दें और उसे पीसकर पेस्ट बना लें और बालों पर अच्छी तरह लेप करें। बाद में गुनगुने पानी से सिर धो लें। इसके बाद जब बाल सूख जाएं तो गरी का तेल लगा लें और शैम्पू से अच्छी तरह धो लें। मेथी को लगाने से बालों की रूसी भी दूर हो जाती है।