"तुलसी वृक्ष ना जानिए। गाय ना जानिये ढोर।। गुरू मनुज ना जानिये। ये तीनों नन्दकिशोर।।" अर्थात- तुलसी को कभी पेड़ ना समझें गाय को पशु समझने की गलती ना करें और गुरू को कोई साधारण मनुष्य समझने की भूल ना करें, क्योंकि ये तीनों ही साक्षात् भगवान के रूप हैं। " तुलसी के औषधीय गुण तो हैं ही, साथ ही तुलसी दैवीय शक्ति के रूप में घर-घर पूजी जाती हैं। आज हम आपकों तुलसी के संबंध में 10 खास बातें बताएगे जिन्हें शायद ही आप जानते होगे।
- तुलसीजी को नाखूनों से कभी नहीं तोडना चाहीहे इससे पाप लगता है
- शिव पूजन और गणेश पूजन में तुलसी का प्रयोग वर्जित है
- तुलसी का सूखा पौधा घर में रखना अशुभ माना जाता है
- सायंकाल के बाद तुलसीजी को स्पर्श भी नहीं करना चाहिए तुलसीजी लीला करने जाती है
- रविवार को तुलसी पत्र नहीं तोड़ने चाहिए और न ही उनकी पूजा करनी चाहिए
- जो स्त्री तुलसीजी की पूजा करती है उनका सौभाग्य अखण्ड रहता है
- द्वादशी के दिन तुलसी को नहीं तोडना चाहिए
- तुलसीजी पौध नहीं है साछात राधाजी का अवतार है
- तुलसी के पत्तों को चबाए नहीं, बल्कि इन्हें निगल लेना चाहिए इससे कई रोगों में लाभ मिलता है तुलसी में पारा धातु होती है जो की हमारे दांतों के लिए फायदेमंद नहीं है
- सर्दी जुकाम में तुलसी औषधि है