शायद ही आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया हो कि आपके नाखून भी बीमार हो सकते हैं। नाखूनों को किसी भी प्रकार की समस्या से बचाने के लिए पहले ये जानना जरूरी है कि नाखूनों की समस्याएं क्या क्या होती हैं।
नाखून भी हो सकते हैं बीमार
नाखून कैरटिन से बने होते हैं। यह एक तरह का पोषक तत्व है, जो बालों और त्वचा में होता है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी या बीमारी होने पर कैरटिन की सतह प्रभावित होने लगती है। साथ ही नाखून का रंग भी बदलने लगता है। यदि नेलपॉलिश का इस्तेमाल किए बिना भी नाखूनों का रंग तेजी से बदल रहा है तो यह शरीर में पनप रहे किसी रोग का संकेत हो सकता है। या फिर ऐसा भी हो सकता है कि आपको नाखूनों की बीमारी हो गई हो। ऐसे में आपको इस समस्या को अनदेखा नहीं करना चाहिए वरना समस्या गंभीर भी हो सकती है। आईये जानते हैं नाखूनों से जुड़ी 7 समस्याओं के बारे में।
नाखून का संक्रमण
हम सभी का शरीर कई प्रकार के सूक्ष्म जीवाणुओं और विषाणुओं के संपर्क में आता है। त्वचा पर हुए संक्रमण को यदि नाखून से खुजाया जाए तो भी नाखून संक्रमित हो जाते हैं। जो लोग अधिक स्विमिंग करते हैं या ज्यादा देर तक पानी में रहते हैं या फिर जिनके पैर अधिकतर जूतों में बंद रहते हैं, उनमें संक्रमण का खतरा अधिक होता है। संक्रमण के असर से नाखून भुरभुरे हो जाते हैं और उनका आकार बिगड़ जाता है। नाखूनों के आसपास खुजली, सूजन और दर्द भी होता है। ऐसे में चिकित्सक को दिखाना बेहतर रहता है।
चम्मच की तरह नाखून
कई बार ऐसी स्थिति भी आती है कि खूनों का आकार चम्मच की तरह हो जाता है और नाखून बाहर की ओर मुड़ जाते हैं। खून की कमी के अलावा आनुवंशिक रोग, दिल की बीमारी, थायरॉइड की समस्या और ट्रॉमा की स्थिति आदि में ऐसा होता है।
नीले नाखून
शरीर में ऑक्सीजन का संचार ठीक प्रकार से न होने पर नाखूनों का रंग नीला होने लगता है। यह फेफड़ों में संक्रमण, निमोनिया या दिल के रोगों की ओर भी संकेत करता है।
मोटे, रूखे व टूटे हुए नाखून
मोटे तथा नेल बेड से थोड़ा ऊपर की ओर निकले नाखून सिरोसिस व फंगल इन्फेक्शन का संकेत देते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी व बालों के गिरने की स्थिति में भी नाखून बेरंग और रूखे हो जाते हैं। इसके अलावा त्वचा रोग लाइकन प्लेनस होने पर, जिसमें पूरे शरीर में जगह-जगह पस पड़ जाती है, नाखून बिल्कुल काले हो जाते हैं। हृदय रोग की स्थिति में नाखून मुड़ जाते हैं। नाखूनों में सफेद रंग की धारियां व रेखाएं किडनी के रोगों का संकेत देती हैं। मधुमेह पीड़ितों का पूरा नाखून सफेद रंग व एक दो गुलाबी रेखाओं के साथ नजर आता है।
नाखून पर सफेद धब्बे
कई बार आप नाखूनों पर सफेद स्पॉट नजर आते हैं। कई बार वे पूरे सफेद दिखते हैं। धीरे-धीरे नाखूनों पर सफेद धब्बे इतने बढ़ जाते हैं कि नाखून ही सफेद दिखने लगते हैं। हो सकता है यह पीलिया या लिवर संबंधी अन्य रोगों की ओर इशारा हो।
नाखूनों में क्रैक
कई बार नाखून बहुत अधिक फटे और ड्राइ हो जाते हैं। नाखून में क्रैक आने लगते हैं। ऐसा हाथ और पैर दोनों के नाखूनों में आते हैं। लंबे समय तक नाखूनों की ऐसी स्थिति थॉयरायड रोग की ओर भी संकेत हो सकता है। क्रैक व पीले नाखून फंगल संक्रमण के लक्षण भी हो सकते हैं।
उभरे हुए नाखून
बाहर और आसपास की त्वचा का उभरा होना हृदय समस्याओं के अतिरिक्त फेफड़े व आंतों में सूजन का संकेत देता है।
नाखून भी हो सकते हैं बीमार
नाखून कैरटिन से बने होते हैं। यह एक तरह का पोषक तत्व है, जो बालों और त्वचा में होता है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी या बीमारी होने पर कैरटिन की सतह प्रभावित होने लगती है। साथ ही नाखून का रंग भी बदलने लगता है। यदि नेलपॉलिश का इस्तेमाल किए बिना भी नाखूनों का रंग तेजी से बदल रहा है तो यह शरीर में पनप रहे किसी रोग का संकेत हो सकता है। या फिर ऐसा भी हो सकता है कि आपको नाखूनों की बीमारी हो गई हो। ऐसे में आपको इस समस्या को अनदेखा नहीं करना चाहिए वरना समस्या गंभीर भी हो सकती है। आईये जानते हैं नाखूनों से जुड़ी 7 समस्याओं के बारे में।
नाखून का संक्रमण
हम सभी का शरीर कई प्रकार के सूक्ष्म जीवाणुओं और विषाणुओं के संपर्क में आता है। त्वचा पर हुए संक्रमण को यदि नाखून से खुजाया जाए तो भी नाखून संक्रमित हो जाते हैं। जो लोग अधिक स्विमिंग करते हैं या ज्यादा देर तक पानी में रहते हैं या फिर जिनके पैर अधिकतर जूतों में बंद रहते हैं, उनमें संक्रमण का खतरा अधिक होता है। संक्रमण के असर से नाखून भुरभुरे हो जाते हैं और उनका आकार बिगड़ जाता है। नाखूनों के आसपास खुजली, सूजन और दर्द भी होता है। ऐसे में चिकित्सक को दिखाना बेहतर रहता है।
चम्मच की तरह नाखून
कई बार ऐसी स्थिति भी आती है कि खूनों का आकार चम्मच की तरह हो जाता है और नाखून बाहर की ओर मुड़ जाते हैं। खून की कमी के अलावा आनुवंशिक रोग, दिल की बीमारी, थायरॉइड की समस्या और ट्रॉमा की स्थिति आदि में ऐसा होता है।
नीले नाखून
शरीर में ऑक्सीजन का संचार ठीक प्रकार से न होने पर नाखूनों का रंग नीला होने लगता है। यह फेफड़ों में संक्रमण, निमोनिया या दिल के रोगों की ओर भी संकेत करता है।
मोटे, रूखे व टूटे हुए नाखून
मोटे तथा नेल बेड से थोड़ा ऊपर की ओर निकले नाखून सिरोसिस व फंगल इन्फेक्शन का संकेत देते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी व बालों के गिरने की स्थिति में भी नाखून बेरंग और रूखे हो जाते हैं। इसके अलावा त्वचा रोग लाइकन प्लेनस होने पर, जिसमें पूरे शरीर में जगह-जगह पस पड़ जाती है, नाखून बिल्कुल काले हो जाते हैं। हृदय रोग की स्थिति में नाखून मुड़ जाते हैं। नाखूनों में सफेद रंग की धारियां व रेखाएं किडनी के रोगों का संकेत देती हैं। मधुमेह पीड़ितों का पूरा नाखून सफेद रंग व एक दो गुलाबी रेखाओं के साथ नजर आता है।
नाखून पर सफेद धब्बे
कई बार आप नाखूनों पर सफेद स्पॉट नजर आते हैं। कई बार वे पूरे सफेद दिखते हैं। धीरे-धीरे नाखूनों पर सफेद धब्बे इतने बढ़ जाते हैं कि नाखून ही सफेद दिखने लगते हैं। हो सकता है यह पीलिया या लिवर संबंधी अन्य रोगों की ओर इशारा हो।
नाखूनों में क्रैक
कई बार नाखून बहुत अधिक फटे और ड्राइ हो जाते हैं। नाखून में क्रैक आने लगते हैं। ऐसा हाथ और पैर दोनों के नाखूनों में आते हैं। लंबे समय तक नाखूनों की ऐसी स्थिति थॉयरायड रोग की ओर भी संकेत हो सकता है। क्रैक व पीले नाखून फंगल संक्रमण के लक्षण भी हो सकते हैं।
उभरे हुए नाखून
बाहर और आसपास की त्वचा का उभरा होना हृदय समस्याओं के अतिरिक्त फेफड़े व आंतों में सूजन का संकेत देता है।