गरमी के दिनों में पसीना मरने या त्वचा में सूख जाने के कारण शरीर पर छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं| इन्हीं को घमौरियां या अंधौरी कहते हैं| यह धूप में अधिक देर तक काम करने के कारण निकलती हैं|
कारण :
पसीना आने के बाद शरीर के रोमकूप बंद हो जाते हैं| उन पर हवा नहीं लगती, अत: दबा-ढका स्थान विकारजन्य होकर लाल-लाल दानों के रूप में दिखाई देने लगता है|
पहचान :
दानों में खुजली होती है| खुजाने के बाद उनमें जलन पड़ती है|
नुस्खे :
- घमौरियों पर करेले का रस मलिए|मेहंदी पीसकर घमौरियों पर लेप लगाने से वे चली जाती हैं|
- नारंगी या संतरे के छिलकों को सुखाकर उसका चूर्ण घी में मिलाकर घमौरियों पर लगाएं|
- बर्फ मलने से घमौरियां नष्ट हो जाती हैं|
- दूध में मुलतानी मिट्टी मिलाकर घमौरियों पर लेप करें|
- जीरे को पीसकर देशी घी में मिलाकर घमौरियों पर लगाएं|
- सरसों के तेल में नमक मिलाकर घमौरियों पर मालिश करें| सरसों के तेल में जरा-सा नीम का तेल मिलाकर शरीर पर लगाएं|
- बकरी के दूध में बर्फ मिलाकर शरीर पर मलें|
- हल्दी को पीसकर शहद में मिलाकर घमौरियों पर लगाएं|