त्वचा का जल जाना और दर्द, अपनाये चमत्कारी नुस्ख़े


जलने के प्रकार और गंभीरता के अनुसार इससे होनेवाले दर्द के उपचार में मुश्किलें आ सकती हैं। जलने से नर्व एंडिग्स औऱ त्वचा के विशिष्ट रिसेप्टर्स को क्षति पहुंच सकती है, जिस कारण से दर्द होता है।

कारण :


  • जलने के तुरंत बाद दर्द हो सकता है, यह ड्रेसिंग चेंज जैसी प्रक्रियाओं के कारण हो सकता है या फिर यह क्रॉनिक पेन् का रूप ले सकता है।
  • सभी तरह के जलन, जैसे-आग से जलने या भाप अथवा गर्म तरल पदार्थों(जैसे-पानी, तेल आदि) से जलने, रेडिएशन, घर्षण, गर्म चीजों, सूर्य, बिजली या रसायनों से जलने से दर्द हो सकता है।

लक्षण :

  • जलने की गंभीरता से दर्द की गंभीरता का कोई संबंध नहीं है, उदाहरण के लिए-सबसे गंभीर जलन (थर्ड डिग्री जलन) दर्दरहित हो सकता है।
  • दर्द के अलावा जलने के अन्य लक्षण हैं- त्वचा का लाल होना, फूलना और फफोले होना।

जांच औऱ रोग की पहचान :

चिकित्सकीय परीक्षण से जलने की पहचान की जा सकती है, लेकिन यह कहना कठिन है कि व्यक्ति कितनी डिग्री तक जला है। जटिलताओं के निदान के लिए सामान्यतया जलने की जांच, जैसे-पानी की कमी, संक्रमण, या इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे सोडियम, पोटाशियम में गड़बड़ी इत्यादि की जांच की जाती है।  

उपचार :

जलन का दर्द तीव्र और लंबे समय तक रहने वाला दर्द होता है, इसलिए इसका इलाज मुश्किल हो सकता है। जलने के दर्द के अतिरिक्त इलाज के दौरान घाव की सफाई करने एवं ड्रेसिंग बदलने के दौरान भी दर्द होता है। जलने के दर्द के इलाज में प्रायः अधिक दवाओं की आवश्यकता पड़ती है। इसमें दर्द से राहत के लिए अत्यन्त क्रियाशील दवाओं की आवश्यकता पड़ती है।
    अत्यधिक जल जाने पर होनेवाले दर्द के लिए कई प्रकार के दर्द निवारक दवाओं, जैसे-पारासिटामोल, नॉन-स्टेरॉयडल दर्दनिवारक दवाएं, लोकल एनस्थेसिया और ओपिऑइड्स का सम्मिश्रित उपयोग किया जाता है।
    ओपिऑइड्स (कोडीन, मॉर्फिन) का जलने से होनेवाले दर्द में मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है। ये शक्तिशाली, और प्रभावकारी होते हैं और इन्हें लेना आसान होता है, लेकिन इसके कई दुष्प्रभाव भी होते हैं, और इसके प्रति सहनशीलता और निर्भरता भी विकसित हो सकती है।
    ड्रेसिंग बदलते समय दर्द से राहत के लिए ओपिऑइड्स या कैटामाइन का उपयोग किया जाता है।
ओटीसी दर्दनिवारकः 
साधारण रूप से जलने पर सामान्य दर्दनिवारक, जैसे-पारासिटामोल, एस्पिरीन् और आइब्यूप्रोफेन से दर्द से मुक्ति मिल सकती है।
वैकल्पिक चिकित्साः 
जलने के कारण होनेवाले दर्द के वैकल्पिक चिकित्सा में शामिल हैं-
    जड़ी-बूटियों से उपचार-एलोविरा जेल जलने से होनेवाले दर्द के लिए एक प्रभावकारी और लोकप्रिय वनस्पतिप्रदत्त औषधि है, जो साधारण तौर पर जलने और इससे होनेवाले दर्द , गर्मी, सनबर्न, गर्म पानी आदि से जलना या त्वचा के किसी साधारण तकलीफ की स्थिति में उपयोग में लाया जाता है।
होमियोपैथीः 
  • अर्टिका अरेंस, कॉस्टिकम, हायपरिकम परफॉरेटम औऱ कैंथेरिस कुछ होमियोपैथिक दवाएं हैं, जिनसे जलने से होनेवाला दर्द घटता है। कैंथेरिस की दो-तीन गोलियां जीभ के नीचे रखने से जलने का दर्द कुछ ही मिनटों के अंदर गायब हो जाता है। दर्द के राहत के लिए जरूरत के अनुसार खुराक दुहराई जा सकती है।
  • जलने के कारण होनेवाले दर्द के उपयुक्त इलाज के साथ-साथ अन्य वैकल्पिक पद्धतियों के सम्मिलित प्रयोग से दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। इ वैकल्पिक पद्धतियों में मालिश, सम्मोहन और एक्यूपंक्चर आदि आते हैं।

घरेलू इलाजः 

कई प्रकार के घरेलू इलाज भी जलने से होनेवाले दर्द से छुटकारा दिलाने एवं घाव भरने में सहायक होते हैं।
    जलने पर तुरंत प्रभावित स्थान पर ठंडा पानी डालें। यह ऊतकों को ऊष्मा/गर्मी छोड़ने और सिकुड़ने में मदद करता है। इससे दर्द में आराम होता है, लेकिन घाव भरने में लाभ नहीं पहुंचता।
    जली हुई जगह पर शहद लगाएं, इससे जहां दर्द को आराम मिलता है, वहीं घाव भरने में भी सहायता मिलती है।
    एलोवेरा एक लोकप्रिय घरेलू औषधि है और साधारण तौर पर जलने पर प्रयोग में आता है।

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