पूरे एशिया में चावल को मुख्य रूप से खाया जाता है और अब लोग चूँकि अपनी सेहत को लेकर अधिक जागरूक
होने लगे है तो इस पर भी कभी कभार सवाल या बहस होती दिख जाती है कि आखिर
चावल हमारे स्वास्थ्य पर किस तरह से प्रभाव डालता है इसलिए हम आपको इस बारे
में कुछ जानकारी आपसे साझा किये देते है चलिए चावल के स्वास्थ्य पर पड़ने
वाले प्रभावों के बारे में जानते है
सेलेनियम – यह एक खनिज है जो चावल में पाया जाता है और इसका सीधा संबध हमारी प्रजनन क्षमता से होता है इसलिए चावल खाना हमारी प्रजनन क्षमता के लिए भी काफी लाभप्रद होता है |
आयरन – चावल में पाए जाने वाले पोषक तत्वों में आयरन भी है जिसकी महत्ता के बारे में हम सब जानते है और चावल आयरन का एक बहुत ही अच्छा स्त्रोत होता है
आयुर्वेद में चावल का स्थान – आयुर्वेद में भी चावल का अच्छा ख़ासा स्थान है और आयुर्वेद में चावल को पेट को ठंडा रखने वाला खाध्य पदार्थ माना गया है | आयुर्वेद में पिट की समस्याओं के लिए चावल के सेवन का सुझाव दिया गया है |
चावल खाते समय रखें सावधानियां – ध्यान रखने चावल का उपयोग दूध के उत्पादों के साथ सावधानी से करें क्योंकि दही चावल या खीर जैसे उत्पादों का अधिक सेवन आपके वजन बढ़ने के लिए अधिक जिम्मेदार होता है और अगर आप चावल खाते है तो ध्यान रखें अनाज का सेवन कम से कम करें और ब्रेड या बिस्कुट या इस जैसे ही अन्य उत्पाद के सेवन से बचे या कम से कम करें |
चावल खाने के फायदे
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फाइबर – चावल में मोजूद फाइबर कई
तरह से हमारे शरीर की आवश्कताओं को पूरा करता है और फाइबर का पोषक तत्वों
में अहम् स्थान है इसमें में मौजूद फाइबर हमारी पेट की अंतडियो में से
विषैले तत्वों का खत्म करता है जिस से कैंसर की संभावनाएं भी कम हो जाती है
क्योंकि कैंसर की कोशिकाएं सूजी हुई और अम्लीय अंतडियो में अधिक तेजी से
फैलती है |
विटामिन बी – चावल में विटामिन बी पाया जाता है जो डिमेंशिया और अल्जीमर रोग को रोकने में हमारे शरीर की मदद करता है |सेलेनियम – यह एक खनिज है जो चावल में पाया जाता है और इसका सीधा संबध हमारी प्रजनन क्षमता से होता है इसलिए चावल खाना हमारी प्रजनन क्षमता के लिए भी काफी लाभप्रद होता है |
आयरन – चावल में पाए जाने वाले पोषक तत्वों में आयरन भी है जिसकी महत्ता के बारे में हम सब जानते है और चावल आयरन का एक बहुत ही अच्छा स्त्रोत होता है
आयुर्वेद में चावल का स्थान – आयुर्वेद में भी चावल का अच्छा ख़ासा स्थान है और आयुर्वेद में चावल को पेट को ठंडा रखने वाला खाध्य पदार्थ माना गया है | आयुर्वेद में पिट की समस्याओं के लिए चावल के सेवन का सुझाव दिया गया है |
चावल खाते समय रखें सावधानियां – ध्यान रखने चावल का उपयोग दूध के उत्पादों के साथ सावधानी से करें क्योंकि दही चावल या खीर जैसे उत्पादों का अधिक सेवन आपके वजन बढ़ने के लिए अधिक जिम्मेदार होता है और अगर आप चावल खाते है तो ध्यान रखें अनाज का सेवन कम से कम करें और ब्रेड या बिस्कुट या इस जैसे ही अन्य उत्पाद के सेवन से बचे या कम से कम करें |