मर्दानगी के लिए रामबाण है इसका सेवन….


भीगा चना यूं तो सेहत के साथ-साथ सुंदरता के लिए भी बेहतर है लेकिन आयुर्वेद में इसे मर्दानगी बढ़ाने की अचूक दवा माना गया है. जानिए क्यों?
नपुंसकता समाप्त – आयुर्वेद में कहा गया है कि रात भर भीगे हुए चने का पानी पीने से शरीर में घट रहा वीर्य फिर से बनने लगता है और शरीर पुष्ठ होता है. भीगे हुए चने के पानी में अगर शहद मिलाकर पिया जाए तो सालों पुरानी नपुंसकता समाप्त हो जाती है
वीर्यवर्धक उपाय – अगर शरीर कमजोर होने के साथ साथ वीर्य में कमी हो तो चनों को चीनी के बर्तन में रात को ही भिगोकर रख दें.सुबह इसे पानी से निकाल कर चबा-चबा कर खाएं और इसका पानी भी पी लें. दो सप्ताह ये क्रिया करने से वीर्य में बढ़ोतरी होती है और पौरुष से जुड़ी परेशानियां खत्म हो जाती हैं.
एक कटोरी भीगे हुए या सेंके हुए चने रोज पांच बादाम के साथ चबा-चबा कर खाएं.इससे शरीर मजबूत होता है और यौन शक्ति में इजाफा होता है. भीगे चनों को दूध के साथ खाने से मांसपेशियां और पुट्ठे मजबूत होते हैं.
भीगे हुए चने सुबह-शाम चबाकर खाने के बाद अगर शहद मिलाकर गुनगुना दूध पिया जाए तो मैथुन-शक्ति बढ़ती है और नंपुसकता खत्म होती है.

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