गर्भवती महिला को कौन से फल खाने चाहिए और कौन से नहीं?


माँ बनना हर महिला के लिए बेहद सुखद एहसास होता है। क्योंकि इसी के बाद उसका नारीत्व पूर्ण होता है। गर्भवती होने के बाद महिला को अपना ख़ास ध्याना रखना होता है क्योंकि अब वह अकेली नहीं है उसके गर्भ में एक और नन्ही जान पल रही है। गर्भवती होते ही हर महिला अपने होने वाले बच्चे के बारे में सोचने लगती है। की किस समय वो क्या कर रहा होगा? कैसा दिख रहा होगा? सभी यही चाहती है की उनके पेट में पल रहे बच्चे का अच्छे से विकास हो, उसके शरीर का प्रत्येक अंग अच्छे से ग्रोथ कर सके। इसीलिए तो वह अपने खान पान से लेकर रहन सहन तक सभी में उचित बदलाव करती है। लेकिन जब प्रश्न खाने पर आते है तो वे यही सोचने लगती है की उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

गर्भावस्था में केवल शारीरिक ध्यान रखना काफी नहीं होता उसके लिए आपको अपने आहार पर भी ध्यान देना होता है। क्योंकि इस समय खाया जाने वाला प्रत्येक आहार आपके शिशु तक पहुंचता है। ऐसे में जरुरी है की केवल उन्ही खाद्य पदार्थों को खाया जाए तो बच्चे को किसी तरह का नुकसान न करें।
क्योंकि कई बार माँ के गलत आहार लेने और गलत चीजों के सेवन करने से भी बच्चे के शारीरिक और मानसिक ग्रोथ पर फर्क पड़ता है जो उसके लिए अच्छा नहीं होता। यहाँ हम आपको गर्भावस्था में खाये जाने वाले फलों से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में बताने जा रहे है जिसके मुताबिक आप जान पाएंगी की गर्भावस्था में कौन से फल खाने चाहिए और कौन से नहीं?

गर्भावस्था में कौन से फल खाने चाहिए?

गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए फल बहुत अहम भूमिका निभाते है। क्योंकि इनमे प्रोटीन, विटामिन और कई तरह के मिनरल्स होते है जो प्रेगनेंट महिला के लिए बेहद जरुरी होते है। ये बच्चे में उत्तकों और कोशिकाओं को विकसित करने में मदद करते है। इनमे मौजूद विटामिन सी और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत और स्वास्थ्य बनाने में मदद करते है। आइये सबसे पहले जानते है गर्भावस्था में कौन से फल खाने चाहिए –
1. केला :
गर्भावस्था में बच्चे के विकास के लिए खाये जाने वाले फलों में केला सबसे पहले आता है। यह काफी फायदेमंद और स्वादिष्ट फल है। इसमें फोलेट, विटामिन सी, विटामिन बी 6, पोटैशियम और मैग्नेशियम पाया जाता है। फोलेट प्रसव के दौरान भ्रूण को फैलोपियन ट्यूब के दोषों से बचाने में मदद करता है। विटामिन बी और सोडियम जी मचलने और उलटी की समस्या को कम करता है। डॉक्टर भी पहले तीन महीने रोजाना एक केला खाने की सलाह देते है।
2. शरीफा :
गर्भवती महिला को इस दौरान शरीफा खाना चाहिए। यह प्रेग्नेंसी के दौरान खाये जाने वाले सबसे अच्छे फलों में से एक है। इसमें विटामिन ए और सी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो शिशु की आंखों, त्वचा, बाल और फेस के उत्तकों के लिए अच्छा होता है। इस अवस्था में कब्ज रोकने के लिए शरीफा बहुत लाभकारी होता है।

3. चीकू :
गर्भवती स्त्रियों के लिए चीकू बहुत अच्छा होता है इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स, विटामिन ए, कार्बोहायड्रेट और ऊर्जा की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो माँ को स्तनपान कराने में मदद करती है। गर्भावस्था के दौरान चक्कर आने और मतली की समस्या में इसका सेवन करना अच्छा होता है। यह कोलोजन के उत्पादन को भी सुधारता है जिससे पेट से जुडी बीमारियां दूर होती है।

4. तरबूज :
इस फल में विटामिन ए, सी, बी 6, मैग्नेशियम और पोटैशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। शुरू के तीन महीनों में तरबूज खाने से दिल मजबूत होता है और हाथ पैरों की सूजन कम होती है। इसके अलावा यह मांसपेशियों की ऐंठन कम करने में मदद करता है और आपको हाइड्रेट रखता है।

5. आम :
गर्भावस्था में कच्चों आमों का सेवन नहीं करना चाहिए अगर आप खाना चाहती है तो पके हुए आम खाएं। यह पाचन को सही रखने, कब्ज को कम करने और कई तरह की बिमारियों के संक्रमण से बचाता है। केवल गर्मियों में मौसम आम खाना अच्छा होता है दूसरे मौसम में इसके सेवन से बचें।

6. सेब :
सेब स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। यह बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और शक्ति को बढ़ाता है। गर्भावस्था में सेब खाने से घरघराहट, अस्थमा और एक्जिमा की समस्या के खतरे को कम करता है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए, इ, डी और जिंक भी पाया जाता है।

7. कीवी :
पकी हुई कीवी गर्भावस्था के लिए अच्छी मानी जाती है। इसमें विटामिन सी, ई, ए, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नेशियम, फोलिक एसिड और फाइबर जैसे पोषक तत्व पाए जाते है। यह श्वसन प्रणाली को मजबूत करके खांसी, सर्दी, जुखाम, बुखार आदि की समस्या को दूर करते है।

8. अमरुद :
गर्भवती स्त्रियों के लिए अमरुद खाना बहुत लाभकारी होता है। अमरुद का रस माँ के लिए लाभकारी होता है। यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करता है और साथ ही BP को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।

गर्भावस्था में कौन से फलों का सेवन नहीं करना चाहिए?

1. पपीता :
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए, इसे खाने से गर्भपात की समस्या हो सकती है। कच्चे या आधे पके हुए पपीते में लेटेक्स होते जो गर्भाशय के लिए नुकसाहदेह होता है। डॉक्टरों की माने तो पका हुआ पपीता भी गर्भाशय के लिए अच्छा नही होता लेकिन अगर पपीता आधा कच्चा या आधा पका हुआ है तो भी उसका सेवन नहीं करना चाहिए।

2. काले अंगूर :
डॉक्टरों की माने तो गर्भवती महिलाओं के लिए अंगूर बिलकुल अच्छा नहीं होता। अंगूर काले हो या हरे प्रेगनेंसी में कभी भी इनका सेवन नहीं करना चाहिए। विशेषकर पहले तीन महीनों में। क्योंकि इन्हे खाने से शरीर में गर्मी बढ़ती है जो गर्भ में पल रहे शिशु के लिए हानिकारक होती है।

3. अनानास :
गर्भवती स्त्रियों को कभी भी अनानास का सेवन नहीं करना यह गर्भाशय को नरम करने का काम करता है। जो बच्चे की सुरक्षा के लिए ठीक नहीं। इसलिए इसका सेवन न करें।

4. संतरा :
संतरा ही नहीं, कोई भी खट्टा फल गर्भावस्था के दौरान नहीं खाना चाहिए। यह आपके शिशु और आपके स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचाता है। खट्टे फल डिलीवरी के समय भी नुकसान पहुंचाते है।

अब तो आप भली भांति समझ गयी होंगी की इस अवस्था में कौन से फल खाने चाहिए और कौन से नहीं? लेकिन ध्यान रहे हो सकता है आपको इनमे से किसी फल की आवश्यकता हो। ऐसे में डॉक्टरी सलाह से ही इनका सेवन करें। लेकिन पपीते का सेवन भूलकर भी न करें।


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