कहीं आप भी चाय पीते वक्त करते है यह गलतियां तो हो जाए सतर्क


बेशक आपकी सुबह की शुरुआत गर्मागर्म चाय के कप के साथ होती है और इसके अलावा भी आप चाय पीना पसंद करते होंगे। चाय का शौकीन होना ठीक है, लेकिन क्या आप जानते हैं चाय पीने का सही तरीका क्या है? अगर बात करें चाय की तो यह हर एक घर मे बनती है भारत मे ही लगभग सभी लोगों की दिन की शुरूआत चाय की चुस्की के साथ होती है, प्रतिदिन 3 से 4 बार तो चाय मामूली सी बात बन चुकी है। लेकिन आपको सतर्क और ध्यान रखने की जरूरत है कही यह दिन भर 2-3 कप चाय आपकी जान के लिए खतरा तो नही बन रही है।

चाय पीकर लोग अक्सर थकान मिटाते है या फिर ताज़गी लाने के लिए मगर चाय का अधिक सेवन हमारे स्वस्थ्य के लिए बेहद खरत्नाक हो सकता है, खासकर तब जब आप बाहर चाय पीते है या रेल गाड़ी में सफ़र के दौरान जब हम प्लास्टिक कप में चाय पीते है। आपने शायद ही कभी ये सोचा की प्लास्टिक कप आपकी सेहत के लिए कितने खतरनाक है तो आपको बता दे कि प्लास्टिक कप में चाय पीने से कई तरह की बीमारियां होती है, ऐसा एम्स के डॉक्टरों द्वारा बताया गया है। आपको बता दे की प्लास्टिक कभी खत्म ना होने वाला पदार्थ है, जिसे बार बार रीसाइकल कर के दुबारा कोई नया रूप दे दिया जाता है।

प्लास्टिक की खराब गुडवत्ता के कारण कई सारी बीमारी होती है। जब भी कोई गर्म चीज प्लास्टिक के ग्लास यानी डिस्पोजल में डाली जाती है तो वह एक खास तरह का रसायन चाय में छोड़ देता है और यह रसायन हमारे शरीर के लिए इतना ज्यादा हानिकारक है कि यह कैंसर तक का रूप भी ले सकता है। चाय में कुछ औषधियों जैसे तुलसी आदि का प्रयोग करना भी एक गलती हो सकती है क्योंकि चाय में मौजूद कैफीन इन औषधियों के गुणों के अवशोषण में बाधक होता है।

अक्सर देखा जाता है की कुछ लोगों की आदत होती है खाना खाने के ठीक बाद चाय पीने की। लेकिन आपको बता दे की यह तरीका तो और भी गलत है, ऐसा करने से खाना खाने पर आपके शरीर को मिले पोषक तत्व अवशोषित नहीं हो पाते। प्लास्टिक के कप का इस्तेमाल जितना संभव हो उतना ही कम करे। आजकल बाज़ारो में पेपर कप आते है जो काफी सुरक्षित है उसका उपयोग करे अपनी सेहत के साथ न खेलें और सफ़र के दौरन प्लास्टिक कप में चाय पीने की गलती न करे।

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