गठिया को और घातक बना सकता है इन 6 चीजों का सेवन


गठिया का सबसे बड़ा कारण है यूरिक एसिड का जमा होना। शरीर में पाया जाने वाला प्यूरीन नामक रसायन टूट कर यूरिक एसिड बनाता है। जब शरीर में यूरिक एसिड ज्यादा हो जाता है तो यह जोड़ो में छोटे – छोटे क्रिस्‍टल के रूप जमा होने लगता है इसी कारण जोड़ो में दर्द और ऐंठन होती है। क्या आप जानते है प्यूरीन और यूरिक एसिड कई तरह के आहारों में भी पाया जाता है। तो आइए हम आपको यह बताते है की आप, क्या खाएं और क्या नहीं-

पालक – पालक का साग अन्य रोगों में गुणकारी होता है क्योंकि इसमें लोह तत्व की मात्रा अधिक होती है। जो खून की कमी को दूर करता है, इसके बावजूद पालक, गठिया के लिए हानिकारक है। पालक में ऑक्जेनिक एसिड व कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। जिससे गठिया के रोगियों में पालक के सेवन से जोड़ो में यूरिक एसिड और कैल्शियम का संचय अधिक होने लगता है।

फूलगोभी, मटर, सेम और अन्य फलियां – इन सभी में प्यूरिन्स की मात्रा ज्यादा होती है। लेकिन यह जरूरी नहीं की आप इनको एकदम से खाना बंद कर दे क्योकि इनमे बहुत से गुणकारी तत्व भी होते है। अगर इनको कच्चा और कम मात्रा में लिया जाये तो यह इतने हानिकारक नहीं होते है।

मशरूम- जैसा हम सभी जानते है की मशरूम, प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है लेकिन इसमें प्यूरिन्स की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए आपको इसे प्रयोग नहीं करना चाहिए।

मीट – हर प्रकार के मीट में प्यूरिन्स ( purines) की मात्रा ज्यादा होती है। रेड मीट, जैसे गाय, भेड़, सूअर इत्यादि, गठिया के रोगियों को नहीं खाना चाहिए। यहाँ तक की वाइट मीट जैसे चिकन में भी प्यूरिन्स की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए जहां तक हो इन्हे ना खाए।

सी फूड्स (Sea Foods) – समुन्द्र में पाये जाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे भिन्न भिन्न प्रकार की मछलियाँ, गठिया के रोगियों के लिये हानिकारक है।

बियर – यह शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाता तो है ही, साथ साथ शरीर से बाहर भी नहीं निकलता। वाइन इतना खतरनाक तो नहीं है पर अगर ज्यादा लिया गया तो, यह भी यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है।

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