पुरानी से पुरानी और कठिन से कठिन कब्ज का रामबाण इलाज सिर्फ एक हरी बॉटल से


अपने अद्वितीय कब्ज निवारक और रक्तशोधक गुणों के कारण हरा पानी चिकित्सा जगत को एक ऐसी अनमोल देन है की जिसका कोई मुक़ाबला नहीं। पुरानी से पुरानी और कठिन से कठिन कब्ज के कई केस हरे पानी के प्रयोग से कुछ ही सप्ताह में बिलकुल ठीक हुए है।

कब्ज में बेजोड़ सूर्यतापित हरा पानी :

हरे पानी से यहाँ तात्पर्य यह है के किसी हरे रंग की साफ़ बोतल का तीन चौथाई भाग साधारण पानी से भरकर बोतल का मुंह कॉर्क या ढक्कन से ठीक से बंद करने के बाद 6 से 8 घंटे धुप में रखा हुआ सूर्यतापित (सन चार्ज) किया हुआ पानी। यद्यपि यह पानी हरे रंग का नहीं होता परन्तु हरे रंग के रोग निवारक गुण आ जाते है, यथा शरीर की गंदगी और विजातीय द्रव्य बाहर निकालना और पुरानी से पुरानी कब्ज दूर करना, गुर्दो (किडनी), आंतो और त्वचा की कार्यप्रणाली सुधारना और इस प्रकार रक्त से दूषित पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करना तथा खून साफ़ करना, शरीर का ताप संतुलित रखना आदि। हरा पानी प्रतिदिन बनाये और अपने आप ठंडा हो जाने पर काम में लाएं।
इसी प्रकार नारंगी या लाल शेड की कत्थई या बियर की ब्राउन बोतल में सूर्यतापित किया गया पानी नारंगी पानी कहलायेगा।

हरा सूर्यतापित पानी सेवन की विधि :

हरे पानी के सेवन से साधारण कब्ज तो तीन चार दिन में ठीक हो जाती है। कब्ज दूर करने के लिए हरा पानी प्रात: उठते ही कुल्ला करने के बाद नित्य खाली पेट आधा कप से एक कप, दिन के खाने के आधा घंटे पहले आधा कप, और शाम के खाने से आधा घंटे पहले आधा कप की मात्रा में, इस प्रकार दिन में तीन बार कुछ दिन लें।

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