इन मामलों पर ज्यादा खुले तौर पर तो बात नहीं की जाती है। लेकिन मैं भी एक लड़की हूँ और आपकी तरह मैं भी इन तकलीफों से गुजरती हूँ। हम लड़कियों में अक्सर ऐसा होता है कि सब कुछ ठीक चल रहा होता है और हम बिल्कुल स्वस्थ होते हैं। और एक दिन अचानक ही हमें बहुत कमजोरी महसूस होने लगती है। क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों होता है? असल में ऐसा हमारे शरीर का हार्मोन संतुलन बिगड़ने की वजह से होता है और पीरियड्स के दौरान भी यदि आपको बहुत अधिक ब्लीडिंग हो रही है तो ये भी आपके शरीर में हार्मोनल असंतुलन की वजह से हो रहा है।
तो आइये जानते हैं।
1. पपीता
इसमें पपाइन एंजाइम्स होते है जिससे ब्लीडिंग का असर कम होता है। आयुर्वेद में भी इसका ज़िक्र मिलता है कि पपीता खाने से ब्लीडिंग को कम किया जा सकता है।
2. ऑरेंज जूस
एक गिलास ऑरेंज जूस में दो चम्मच नींबू का रस मिलाकर दिन में तीन-चार बार पीने से ज्यादा ब्लीडिंग से राहत मिलती है।
3. सौंफ
एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ डालकर उबाल ले इसके बाद इस पानी को छन्नी से छानकर गर्म गर्म ही इसका सेवन करें। इससे पीरियड्स नियमित होते हैं और ब्लीडिंग भी कंट्रोल में रहती है।
4. कददु
कददु को काटकर सुखा लें। इसमें दूध-दही और शक्कर मिलाकर पीस लें। इस जूस को पीने से पीरियड्स के समय ज्यादा तकलीफ़ नहीं होती।
5. धनिया
एक गिलास पानी में दो चम्मच धनिया पाउडर मिलाकर उबाल लें। इसे ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें। इसके बाद इसे ठंडा करके पीने से पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग नहीं होती।
6. आँवले का जूस
आँवले को आयुर्वेदिक औषधि कहा जाता है। आँवले के रस व पुदीने के रस को दही में मिलाकर लेने से ब्लीडिंग कम होती है।
7. मैथीदाना
मैथीदाना को पीस कर पाउडर बना लीजिये। इस पाउडर को दिन में दो बार दूध में घोलकर पीने से पीरियड्स नॉर्मल रहते हैं।
8. दालचीनी
एक कप पानी में दालचीनी की एक डंडी डाल कर उबाल लें। इसे छानकर गर्म या ठंडा करके पी सकती हैं। इससे ब्लीडिंग कम होगी।
9. तरबूज
इसमें मेग्नेशियम होता है जिससे शरीर में प्रोजेस्ट्रॉन, एस्ट्रोजेन हार्मोन का लेवल बैलेंस रहता है और पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग से बचाव होता है।
10. गन्ने का रस
हफ़्ते में दो बार यदि आप गन्ने के जूस का सेवन करती है तो हर माह होने वाली ब्लीडिंग नॉर्मल रहती है।
तो देखा आपने, रोजमर्रा के खाने में उपयोग होने वाली छोटी-छोटी चीज़ो के इस्तेमाल से हम कैसे अपनी इन तकलीफों से छुटकारा पा सकते हैं। तो सोच क्या रहे हैं? फिर से दर्द सहना है क्या? नहीं ना... तो फिर इन उपायों को आजमाइए।