शास्त्रों के अनुसार ये तीन दिन गर्भधारण के लिए शुभ नहीं


हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में एक संस्कार है गर्भधारण जिसमें शास़्त्रों में बताए गए नियम के अनुसार धर्म पति पत्नी अपनी भावी पीढ़ी के आगमन की योजना बनाकर मिलन करते हैं। शास्त्रों में गर्भधारण संस्कार में मुंडन, उपनयन, विवाह की तरह ही दिन तिथि और मुहूर्त का ध्यान रखने की बात कही गई है। क्योंकि गलत मुहूर्त दिन और तिथि में गर्भधारण से उत्पन्न संतान परिवार एवं माता-पित के लिए कष्ट हो सकते हैं।शास्त्रों के अनुसार ये तीन दिन गर्भधारण के लिए शुभ नहीं

शास्त्रों में इसके लिए कई तिथियों एवं मुहूर्त का उल्लेख किया है साथ ही दिन का भी उल्लेख किया गया है जब गर्भधारण शुभ और अशुभ होता है।

मंगलवार : शास्त्रों के अनुसार मंगलवार का दिन गर्भधारण संस्कार के लिए शुभ नहीं होता है क्योंकि इस दिन का स्वामी क्रूर ग्रह मंगल होता है। इस दिन गर्भ धारण का मतलब है आने वाली संतान क्रूर और हिंसक प्रवृति का हो सकता है।

शनिवार : शनिवार का दिन भी शास्त्रों के नियमानुसार गर्भधारण के लिए शुभ नहीं होता है। इस दिन के स्वामी ग्रह शनि, होने वाली संतान को निराशावादी और शारीरिक विकार दे सकते हैं।

रविवार : रविवार का दिन भी गर्भधारण के लिए शास्त्र सम्मत नहीं है। रविवार के दिन के स्वामी संसार की आत्मा माने जाने वाले सूर्य देव हैं। यह सूर्य की आराधना का दिन है।

गर्भधारण के शुभ दिन सोम, बुध, गुरु और शुक्रवार माने गए हैं। ज्योतिषशास्त्र में यह चारों चारों शुभ ग्रह से संबंधित होने के लिए संतान की इच्छा रखने वालों को शुभ फल देते हैं।

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